‘अक्टूबर’ असफल: 6 साल के करियर में पहली असफलता

तमाम सकारात्मक प्रचार और प्रदर्शन के तीन दिन के सफल आंकड़ों को दर्शाने के बावजूद निर्माता निर्देशक शूजित सरकार की वरुण धवन बनिता संधू स्टारर ‘अक्टूबर’ बॉक्स ऑफिस पर असफल हो गई है। 40 करोड़ की लागत से बनी इस फिल्म ने प्रथम तीन दिन में मात्र 20 करोड़ का कारोबार करने में सफलता प्राप्त की है, जिसे देखकर यह कहना सही होगा कि यह फिल्म असफल फिल्मों की सूची में शामिल हो गई है। इस फिल्म को अपनी लागत निकालने के लिए बॉक्स ऑफिस पर कम से कम 60 करोड़ का कारोबार करना चाहिए था, लेकिन अब यह उम्मीद पूरी तरह से खत्म हो गई है। पहले दिन 5.04 करोड़, दूसरे दिन 7.47 करोड़ और तीसरे दिन 7.75 करोड़ जुटाने वाली इस फिल्म के रविवार को आए कलेक्शन ने स्पष्ट संकेत दे दिया है कि सोमवार से गुरुवार के मध्य यह फिल्म बॉक्स ऑफिस पर बमुश्किल 8 से 10 करोड़ का कारोबार करने में कामयाब होगी।

इस फिल्म को मीडिया ने बहुत बढा-चढ़ाकर पेश किया। कहा गया ऐसी प्रेम कहानी नहीं आई। वास्तव में ऐसी कोई प्रेम कहानी नहीं आई जिसमें कोई गीत न हो, जिसमें नायिका का कोई संवाद न हो और जिसमें नायक सिर्फ यह जानने का प्रयास कर रहा हो कि नायिका ने यह क्यंू पूछा कि वह कहाँ है। शूजित सरकार भी सोमवार से यह सोचकर परेशान हो जाएंगे कि आखिर क्योंकर उनकी इस फिल्म ने कारोबार नहीं किया। दुखदायी प्रेम कहानियाँ तभी सफल होती है जब उनमें दिल छूने वाला संगीत होता है। ऐसा नहीं है कि अक्टूबर में संगीत नहीं था, लेकिन सिर्फ टे्रलर में गीत दिखाए गए, फिल्म से गीतों को पूरी तरह से हटा दिया गया। आखिर क्या सोचकर शूजित सरकार ने ऐसा किया। उन्हें अब भी यदि फिल्म की सफलता चाहिए तो फिल्म में गीतों को जोड़े। बहुत दम है इस फिल्म के गीत-संगीत में।

अपने हमउम्र सितारों में अपवाद के रूप में रह रहे वरुण धवन को असफलता का स्वाद मिल गया है। वरुण धवन का ट्रैक रिकॉर्ड 100 प्रतिशत रहा है। वर्ष 2012 से लेकर 2017 तक उन्होंने 9 फिल्मों में काम किया है और यह सभी फिल्में सफल रही हैं। [ 5 साल, 9 फिल्में, 3 सौ करोडी, 6 सुपर हिट; हिन्दी फिल्मों का नया सलमान खान ] गत वर्ष 29 सितम्बर को प्रदर्शित हुई उनकी फिल्म ‘जुड़वा-2’ ने बॉक्स ऑफिस पर 138 करोड़ का कारोबार करने में सफलता प्राप्त की थी। वास्तव में यह एक बड़ी उपलब्धि थी। वरुण धवन ने पाँच सालों में कोई असफल नहीं दी है लेकिन उनके करियर के छठे वर्ष में उन्हें असफलता से सामना करना पड़ गया। हालांकि वे ‘अक्टूबर’ को लेकर बहुत आशान्वित थे। उन्हें पूरा भरोसा था कि यह फिल्म जमकर बॉक्स ऑफिस पर कारोबार करेगी, लेकिन अफसोस ऐसा हो न सका।

एकमात्र ‘बदलापुर’ ऐसी फिल्म थी, जिसमें उनका किरदार कुछ अलग था लेकिन दर्शकों ने उसे भी सहर्ष स्वीकार किया और इस फिल्म ने भी बॉक्स ऑफिस पर 50 करोड़ का कारोबार करने में सफलता प्राप्त की थी। ‘अक्टूबर’ में भी उनका किरदार संजीदा है, लेकिन दर्शकों ने उन्हें नकार दिया है। शूजित सरकार की फिल्में आम लोगों के लिए नहीं होती हैं। उनकी फिल्मों का दर्शक वर्ग बिलकुल अलग है। शूजित की फिल्में अपने कथानक, प्रस्तुतीकरण और अभिनय के साथ-साथ अपने कलेवर को लेकर चर्चा में रहती हैं। उनकी फिल्मों में कोई भागदौड़ नहीं होती है। वरुण धवन को उम्मीद थी कि दर्शक शूजित के साथ उनकी सफलता को बरकरार रखने में सहयोग देंगे लेकिन उनकी 10वीं प्रदर्शित फिल्म असफल हो गई।