वर्ष 2010 में आई सलमान खान की फिल्म ‘दबंग’ ने हिन्दी सिनेमा की दशा और दिशा ही बदल दी थी। यह ऐसी फिल्म रही जिसने सिनेमा के उन दर्शकों को पुन: सिनेमाघरों में खींचा जो बंद एयरकूल्ड कमरों में टीवी पर बैठकर फिल्म देखना पसन्द करता है। एक आम मसाला फिल्म जिसने शुरूआत धीमी, लेकिन अन्त धमाकेदार किया था। वैसे बॉलीवुड की दशा और दिशा बदलने की शुरूआत इससे दो वर्ष पूर्व 2008 में आमिर खान ने अपनी फिल्म ‘गजनी’ से की थी। ‘गजनी’ पहली ऐसी हिन्दी फिल्म थी जिसने बॉक्स ऑफिस पर 100 करोड़ क्लब की स्थापना की थी। बॉलीवुड में बदलाव की शुरूआत हर बार आमिर खान करते हैं और सलमान खान उस बदलाव को निरन्तरता प्रदान करते हैं।
दबंग के बाद कई ऐसी फिल्में आई जिन्होंने बॉक्स ऑफिस पर 100, 200 और 300 करोड़ से ज्यादा का कारोबार करके सिनेमा की टिकट दरों को सामान्य से असामान्य बनाया। सलमान खान वर्ष पिछले दो-तीन वर्षों से बॉक्स ऑफिस पर दो फिल्में प्रदर्शित कर रहे हैं। दो फिल्मों के जरिए वे 700-800 करोड़ का कारोबार करके स्वयं को ‘सुल्तान’ साबित करते हैं। गत वर्ष उन्होंने ‘ट्यूबलाइट’ (122 करोड़) और ‘टाइगर जिन्दा है’ (350 करोड़) दी और इस वर्ष और आगामी वर्ष एक बार फिर वे चार ऐसी फिल्मों के साथ आ रहे हैं जिनसे बॉक्स ऑफिस को 1200 से 1400 करोड़ तक के कारोबार की उम्मीद है।
वर्ष 2018 में सलमान खान दो फिल्मों—रेस-3 और दबंग-3 के साथ आएंगे। यह दोनों फिल्में ब्लॉकबस्टर सीरीज की फिल्में हैं। रेस-3 जहाँ एक्शन व थ्रिल के रूप में पहचानी जाती है, वहीं दबंग अपनी देसी स्टाइल के लिए जानी जाती है। रेस-3 बहुसितारों वाली फिल्म है जबकि दबंग एकल सितारा फिल्म है। ईद और क्रिसमस के मौके पर प्रदर्शित होने वाली इन फिल्मों से बॉक्स ऑफिस को उम्मीद है कि यह दोनों फिल्में लगभग 800 करोड़ का कारोबार करने में सफल होंगी। हालांकि हम यह आंकलन कुछ ज्यादा लग रहा है, क्योंकि सलमान खान की हालिया सबसे बड़ी हिट फिल्म टाइगर जिंदा है ने भी बॉक्स ऑफिस पर सिर्फ 350 करोड़ का कारोबार किया है।
ऐसे में इन दो फिल्मों से 800 करोड़ की उम्मीद करना बेमानी लगता है। विशेषकर तब जब रेस-3 का निर्देशन रेमो डिसूजा के हाथ में है जो अभी तक केवल कोरियोग्राफर के रूप में पहचाने जाते हैं। हालांकि उन्होंने बॉक्स ऑफिस को तीन सफल फिल्में ‘फालतू’, ‘एबीसीडी’ और ‘एबीसीडी-2’ दी हैं। इनमें अंतिम फिल्म 100 करोड़ का कारोबार करने में सफल हुई थी।
‘रेस’ सीरीज की पिछली दोनों फिल्मों का निर्देशन अब्बास मस्तान ने किया था जो थ्रिलर फिल्मों के मास्टर माने जाते हैं। उन्होंने इन फिल्मों को जिस अंदाज में परदे पर पेश किया वह लाजवाब था। रेमो डिसूजा इस अंदाज में रेस-3 को पेश कर पाएंगे यह संशय के दायरे में है। अकेले सलमान खान अपने बूते पर फिल्म को 200 करोड़ का आंकड़ा पार करवाने में सफल हो जाएंगे लेकिन शेष 150 करोड़ का आंकड़ा पाने के लिए फिल्म में मजबूत कथानक, एक्शन और तगड़े ट्विस्ट का होना बहुत जरूरी है।
वहीं दूसरी ओर दबंग सीरीज की पिछली दोनों फिल्मों ने बॉक्स ऑफिस पर 275 करोड़ का कारोबार किया था। दबंग-3 से उम्मीद की जा रही है कि यह सलमान खान की पहली 400 करोड़ी फिल्म होगी। यह तो तय है कि दबंग-3 बॉक्स ऑफिस पर 300 करोड़ कमाएंगी लेकिन 400 करोड़ मुश्किल है। इस बार इसका निर्देशन प्रभु देवा करने जा रहे हैं जिन्होंने हिन्दी सिनेमा में सलमान खान, अक्षय कुमार का करियर बदलने में अहम् भूमिका निभाई है। वे जानते हैं कि सलमान खान को किस तरीके से परदे पर प्रस्तुत किया जा सकता है।
वर्ष 2019 में सलमान खान फिर ईद और क्रिसमस पर नजर आएंगे। इस बार फिल्में होंगी—भारत और किक-2। भारत जहाँ कोरियन फिल्म का आधिकारिक रीमेक होगी, वहीं दूसरी ओर किक-2 वर्ष 2014 में आई ‘किक’ की अगली कड़ी होगी। भारत का निर्देशन अली अब्बास जफर कर रहे हैं जो सलमान खान के साथ सुल्तान और टाइगर जिंदा है दे चुके हैं। जफर और सलमान खान की यह फिल्म मसाला फिल्मों से इतर है। इस फिल्म में भावनाओं का तीव्र सम्प्रेषण है। यदि यह सम्प्रेषण दर्शकों के दिलों में चल गया तो समझो फिल्म 400 करोड़ के पार, नहीं चला तो फिर 150 करोड़।
साजिद नाडियाडवाला की ‘किक’ बेसिरपैर की फिल्म थी, जिसे सलमान खान ने क्यूं कर किया यह चार साल से समझ में नहीं आया। अब उसकी अगली कड़ी में सलमान खान आश्चर्य है। सलमान आज जिस स्थिति में हैं वहाँ उन्हें इस तरह की बेसिर-पैर की फिल्म करने की आवश्यकता नहीं है। वो करियर के उस मुकाम पर हैं जहाँ उन्हें कुछ सकारात्मक फिल्में करनी चाहिए, जिनमें उनका अभिनय नजर आए एक्टिंग नहीं।
बहरहाल, कल्पनाओं और संभावनाओं पर कभी रोक नहीं लगाई जा सकती है। इन दो वर्षों में प्रदर्शित होने वाली सलमान खान की इन चार फिल्मों को लेकर कहा जा रहा है कि यह अकेले बॉक्स ऑफिस को घरेलू बाजार से 1200-1400 करोड़ का कारोबार करवाने में सफल होंगी। वहीं वैश्विक स्तर पर इन फिल्मों से 700 करोड़ की उम्मीद की जा रही है। यह भी तब जब चीन हिन्दी फिल्मों के लिए बड़े बाजार के रूप में उभर रहा है। चीन में हाल ही में प्रदर्शित हुई सलमान खान की फिल्म बजरंगी भाईजान अच्छा कारोबार करने में सफल हुई है।