निर्माता एवं निर्देशक के विवाद में फंसी 2.0, प्रदर्शन पर लटकी तलवार

हाल ही में समाचार प्राप्त हुए थे कि हिन्दी फिल्म ‘केदारनाथ’ निर्माता और निर्देशक के आपसी टकराव के कारण डिब्बा बंद हो गई है, लेकिन फिर विवाद को जल्दी समाप्त करते हुए फिल्म की शूटिंग शुरू कर दी गई। लेकिन अब जिस फिल्म को लेकर विवाद सामने आया है, उसने दक्षिण भारत के साथ-साथ हिन्दी सिने जगत की भी नींद हराम कर दी है।

ताजा विवाद दक्षिण और भारतीय सिने इतिहास की सबसे बड़ी भव्य और महंगी फिल्म 2.0 को लेकर आमने आया है। निर्देशक और निर्माताओं के बीच इसके प्रदर्शन को लेकर विवाद है। पूर्व में भी इस फिल्म की प्रदर्शन तिथि में 3 बार परिवर्तन किया जा चुका है और अब जब स्वयं रजनीकांत ने इसकी प्रदर्शन तिथि 27 अप्रैल घोषित की तो लगा अब यह प्रदर्शित होगी।

किन्तु ऐसा संभव नहीं हो पाया क्योंकि इसके निर्देशक शंकर ने कहा कि अभी फिल्म पूरी तरह से तैयार नहीं है जिसके चलते इसे 27 अप्रैल को प्रदर्शित नहीं किया जा सकता। तभी से इसके निर्माताओं लाइका प्रोडक्शन और शंकर के बीच विवाद शुरू हो गया। निर्माताओं का कहना था कि एडिटिंग टेबल पर फिल्म का जो स्वरूप आया है उसे उसी हिसाब से प्रदर्शित कर दिया जाए। जबकि शंकर का कहना है कि अभी इसका वीएफएक्स और एडिटिंग बाकी जिसके चलते उन्हें कुछ माह का समय और चाहिए।

निर्माता निर्देशक के बीच हुए विवाद को खत्म करने के लिए स्वयं रजनीकांत को आगे आना पड़ा और उन्होंने निर्माताओं को देरी की वजह से हो रहे नुकसान की भरपाई की जिम्मेदारी अपनी फिल्म काला कारियन के मुनाफे से देने की बात की है।

रजनीकांत की यह फिल्म आगामी 27 अप्रैल को प्रदर्शित होने जा रही है। पा.रंजीत के निर्देशन में बनी ‘काला कारियन’ में रजनीकांत ने माफिया डॉन की भूमिका निभाई है। उन्हें इस फिल्म की सफलता की पूरी उम्मीद है। रजनीकान्त द्वारा दिए गए वचन के बाद 2.0 के निर्माताओं ने अपनी फिल्म के प्रदर्शन को वर्ष के अन्त तक टाल दिया है। ऐसी सम्भावना व्यक्त की जा रही है कि इसे दशहरे या 2 अक्टूबर के मौके पर प्रदर्शित किया जा सकता है।