हिन्दी सिनेमा के लिए माइलस्टोन है सुशांत अभिनीत एम.एस.धोनी : द अनटोल्ड स्टोरी

गत 14 जून, 2020 को 34 वर्ष की आयु में स्वयं को खत्म करने वाले अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत ने अपने 7 साल के फिल्मी करियर में मात्र 11 फिल्मों में किया। इतनी छोटी अवधि में उंगलियों पर गिनी जाने वाली फिल्मों में उन्होंने एक ऐसी फिल्म दर्शकों और हिन्दी सिनेमा इतिहास को दी है जिसे हिन्दी सिनेमा की माइलस्टोन फिल्मों में शामिल हैं। उनके द्वारा अभिनीत यह फिल्म है टीम इंडिया के पूर्व सर्वाधिक सफल कप्तान महेन्द्र सिंह धोनी की बायोपिक जिसमें सुशांत सिंह राजपूत ने धोनी की भूमिका को इतनी खूबसूरती के साथ परदे पर उतारा कि फिल्म देखते हुए दर्शकों को ऐसा महसूस नहीं होता कि यह धोनी नहीं सुशांत सिंह राजपूत हैं।

युवा निर्देशक नीरज पांडे ने टीम इंडिया के कप्तान धोनी को छोटे से समय में मिली कामयाबी को देखने के बाद उनके जीवन पर फिल्म बनाने की घोषणा की जिसके लिए उन्होंने सुशांत सिंह राजपूत का चयन किया। इस फिल्म से पहले नीरज पांडे दर्शकों को ए वेडनसडे, बेबी, स्पेशल 26 जैसी फिल्में दर्शकों को दे चुके थे। अब तक अक्षय कुमार के साथ फिल्में बनाने वाले नीरज पांडे ने दूसरी बार ऐसा कदम उठाया था जब वे अक्षय के स्थान पर किसी और को लेकर फिल्म बना रहे थे। इसी के चलते अक्षय कुमार और नीरज पांडे में अनबन हुई जिसका नतीजा यह निकला कि अक्षय कुमार के साथ घोषित हुई उनकी फिल्म ‘क्रैक’ आजतक शुरू नहीं हो पायी है।

महेंद्र सिंह धोनी के जीवन पर आधारित थी फिल्म

एम.एस. धोनी: द अनटोल्ड स्टोरी 2016 की भारतीय हिंदी भाषा की जीवनी पर आधारित फिल्म है, जिसे नीरज पांडे द्वारा लिखा और निर्देशित किया गया। यह भारतीय राष्ट्रीय क्रिकेट टीम के पूर्व टेस्ट, वनडे और टी-20 कप्तान महेंद्र सिंह धोनी के जीवन पर आधारित थी। फिल्म में दिवंगत सुशांत सिंह राजपूत, धोनी के साथ दिशा पटानी, कियारा आडवाणी और अनुपम खेर जैसे कलाकार हैं। फिल्म में धोनी के जीवन से लेकर छोटी-छोटी घटनाओं का सिलसिला है।

2011 के क्रिकेट विश्व कप फाइनल के बाद एक हवाई अड्डे पर एक घटना का सामना करने के बाद, बायोपिक का विचार धोनी के प्रबंधक अरुण पांडे द्वारा सामने रखा गया था। धोनी की सहमति से दो साल बाद विकास शुरू हुआ। नीरज पांडे को बाद में फिल्म में काम करने के लिए संपर्क किया गया, जब वह बेबी पर काम कर रहे थे। पांडे ने धोनी की पृष्ठभूमि और उनके जीवन की घटनाओं पर शोध के लिए कई लोगों की भर्ती की। धोनी अंतत: फिल्म पर एक सलाहकार बन गए।

विश्व के 61 देशों में हुई थी रिलीज

फिल्म फॉक्स स्टार स्टूडियोज द्वारा 30 सितंबर 2016 को प्रदर्शित की गई थी और यह पहली ऐसी भारतीय हिन्दी फिल्म रही जिसे एक साथ विश्व के 61 देशों में प्रदर्शित किया गया था। हिंदी भाषा में रिलीज होने के अलावा, इसे तमिल, तेलुगु और मराठी भाषाओं में भी डब किया गया था, हालाँकि बाद में विरोध के कारण मराठी रिलीज़ को रद्द कर दिया गया था। रिलीज होने के बाद फिल्म ने व्यावसायिक कामयाबी का एक नया अध्याय जोड़ा। 1.16 बिलियन के साथ भारत में 2016 की पांचवीं सबसे अधिक कमाई वाली बॉलीवुड फिल्म है।

216 करोड़ का किया था कारोबार

104 करोड़ के बजट में बनी इस फिल्म ने बॉक्स ऑफिस पर 216 करोड़ का कारोबार किया था। वर्ष 2016 में यह फिल्म सलमान खान की सुल्तान के बाद बॉक्स ऑफिस पर पहले दिन सर्वाधिक कारोबार करने वाली दूसरी फिल्म साबित हुई थी। साथ ही इसने तमिलनाडु में अपने प्रदर्शन के पहले वीकेंड में रिकॉर्ड बनाया था। यह पहली ऐसी डब्ड हिन्दी फिल्म थी जिसने वहाँ पर प्रथम तीन दिन में जबरदस्त कारोबार किया था।

‘धोनी’ को लेकर बॉक्स ऑफिस पहले से ही बहुत आशान्वित था, लेकिन संशय था तो सिर्फ सुशांत को लेकर क्योंकि वे ज्यादा लोकप्रिय नहीं थे। लेकिन धोनी सुशांत को लेकर बनी और प्रदर्शित हुई। इस फिल्म की सफलता में जहाँ धोनी का नाम शामिल था वहीं सुशांत के अभिनय ने भी दर्शकों को खासा प्रभावित किया। सुशांत सिंह के करियर की यह पहली सौ करोड़ी फिल्म साबित हुई, हालांकि इससे पहले उनकी आमिर खान के साथ ‘पीके’ आ चुकी थी लेकिन इसमें वे नायक नहीं थे।

धोनी को परदे पर धोनी के रूप में पेश करने के लिए सुशांत ने अथक परिश्रम किया। महेंद्र सिंह धोनी के साथ खासा वक्त गुजारा और उनकी बॉडी लैंग्वेज और आदतों को बारीकी से देखा। पसीना भी बहाया। स्क्रीन पर उनका क्रिकेट एक खिलाड़ी की तरह लगे इसके लिए सुशांत ने मैदान में एक खिलाड़ी की तरह प्रैक्टिस की। अभिनय भी उनका बढिय़ा था। परदे पर उन्हें देख दर्शक भूल गए कि यह धोनी नहीं सुशांत है। धोनी के संघर्ष, निजी जीवन और क्रिकेट मैदान के खिलाड़ी अवतार को सुशांत ने अपने अभिनय से बखूबी दर्शाया।

उनके निधन के बाद 15 जून 2020 को इस फिल्म को एक बार फिर से स्टार गोल्ड टीवी पर दिखाया गया, जहाँ उसे उम्मीदों से परे जाकर दर्शक मिले। यह सुशांत सिंह राजपूत की लोकप्रियता को दर्शाता है कि दर्शक उन्हें धोनी के रूप में कितना पसन्द करते थे।