यादें / 3 साल की उम्र में पहली बार पर्दे पर नजर आए थे ऋषि कपूर, पिता संग इस फिल्म में किया काम

लगभग 5 दशकों से ज्यादा बॉलीवुड फिल्म इंडस्ट्री का हिस्सा रहे कपूर खानदान से निकले महान एक्टर ऋषि कपूर अब इस दुनिया में नहीं हैं। वे 67 साल के थे और कैंसर से जूझ रहे थे। गुरुवार सुबह मुंबई के एचएन रिलायंस फाउंडेशन हॉस्पिटल में उनका निधन हो गया। बुधवार को इरफान खान के निधन की खबर से बॉलीवुड उबरा भी नहीं था कि ऋषि कपूर के जाने की खबर आ गई। यह तो हम सभी जानते है कि ऋषि कपूर ने फिल्म बॉबी से बतौर लीड एक्टर अपने करियर की शुरू की थी। लेकीन क्या आप जानते है कि उनकी पहली फिल्म बॉबी नहीं बल्कि पिता राज कपूर की 'श्री 420' थी? ऋषि कपूर ने खुद एक बार खुलासा किया था कि कैसे नरगिस ने उन्हें इस रोल को करने के लिए मनाया था। असल में ऋषि कपूर श्री 420 के गाने प्यार हुआ इकरार हुआ में नजर आए थे। इस गाने में राज और नरगिस के पीछे बारिश में चलने वाले तीन बच्चों में से एक ऋषि कपूर थे।

यादें / अपनी शादी के दिन बेहोश हो गए थे ऋषि कपूर

ऋषि कपूर (Rishi Kapoor) उस समय 3 साल के थे और नरगिस ने उन्हें चॉकलेट का लालच देकर इस गाने में लिया था। ऋषि ने इस बारे में बात करते हुए बताया था, 'मुझे बोला गया था कि श्री 420 में मुझे एक शॉट देना है और मेरे बड़े भाई और बहन भी इस शॉट में होंगे। जब भी शॉट हो तब हमें बारिश में चलना था। ऐसे में शॉट के दौरान जब भी पानी मुझपे गिरता तो मैं रोने लगता। इसकी वजह से वो शूटिंग नहीं कर पा रहे थे। तो नरगिस ने मुझे कहा कि अगर तुम शॉट के दौरान अपनी आंखें खुली रखोगे और रोओगे नहीं तो मैं तुम्हें चॉकलेट दूंगी। इसके बाद मैंने सिर्फ चॉकलेट के लिए अपनी आंखें खुली रखीं और वो मेरा पहला शॉट था।

इसके बाद ऋषि कपूर (Rishi Kapoor) को फिल्म 'मेरा नाम जोकर' में राज कपूर के किरदार के यंग वर्जन को निभाते देखा गया था। उन्होंने बताया कि कैसे 1970 में आई फिल्म मेरा नाम जोकर में पिता राज कपूर ने उन्हें लेने की बात उनकी मां कृष्णा कपूर से की थी।

उन्होंने बताया था कि हम घर में खाना खा रहे थे और मेरे पिता ने मां को बोला, 'कृष्णा, मैं चाहता हूं कि चिंटू मेरा नाम जोकर में मेरे यंग वर्जन को प्ले करे।' यह सुनकर मैं बहुत उत्साहित हो गया था कि मेरे फिल्मों में काम करने के बारे में बात हो रही है। मैंने उनके सामने कुछ नहीं कहा। मैंने अपना खाना खत्म किया और अपने कमरे में गया। मम्मी तब पापा से कह रही थीं कि फिल्म की वजह से मेरी पढ़ाई पर असर पढ़ेगा। वो अलग बात है कि उस फिल्म से मेरी जिंदगी पर कुछ असर नहीं हुआ।'

ऑटोग्राफ की प्रैक्टिस करना शुरू कर दिया

उन्होंने आगे आगे, 'लेकिन जब वे इस बात पर विचार कर रहे थे, मैं अपने कमरे में आया और अपनी स्टडी टेबल की दराज खोली। उसमें एक फुल शीट थी। मैंने उसपर अपने ऑटोग्राफ की प्रैक्टिस करना शुरू कर दिया।'