2 News : कैंसर का पता चलने पर सोनाली ने दी थी यह रिएक्शन, बाबिल ने पिता को याद कर लिखा इमोशनल नोट

सोनाली बेंद्रे (49) ने 90 के दशक में करिअर की शुरुआत की थी। उस समय उन्हें सभी टॉप एक्टर्स के साथ काम करने का मौका मिला। सोनाली के हिस्से में कई सुपरहिट फिल्में भी हैं। सोनाली की सुंदरता और छरहरी काया के साथ फैंस उनकी मासूमियत भरी एक्टिंग के दीवाने थे। सोनाली लंबे समय से बॉलीवुड से दूर हैं, लेकिन अब वह एक्टिंग की दुनिया में वापसी को तैयार हैं। उनकी न्यूजरूम ड्रामा सीरीज 'द ब्रोकन न्यूज' का सीक्वल मई में ओटीटी प्लेटफॉर्म ZEE5 पर स्ट्रीम होने जा रहा है।

इस बीच सोनाली ने हाल ही में ‘ह्यूमन्स ऑफ बॉम्बे’ के एक पॉडकास्ट में अपनी कैंसर डायग्नोसिस जर्नी के बारे में बात की। सोनाली से जब पूछा गया कि वे अपने कैंसर डायग्नोसिस से कैसे निपटीं तो उन्होंने कहा कि जब मुझे कैंसर का पता चला, तो मेरा पहला विचार था मैं ही क्यों? मैं यह सोचकर उठती थी कि यह सब एक बुरा सपना है क्योंकि मुझे विश्वास ही नहीं हो रहा था कि मेरे साथ ऐसा हो सकता है। तभी मैंने अपने सोचने के तरीके को बदलना शुरू किया.. 'मैं ही क्यों?' के बजाय मैंने पूछना शुरू कर दिया, 'मैं क्यों नहीं?'

मैं आभारी महसूस करने लगी की यह मेरी बहन या मेरे बेटे के साथ नहीं हो रहा है। इसके बाद मुझे एहसास हुआ कि मेरे पास इससे निपटने की ताकत है। मेरे पास बेस्ट अस्पतालों में जाने के लिए रिसोर्स हैं और इसमें मेरी मदद करने के लिए सपोर्ट सिस्टम है इसलिए मैंने खुद से पूछना शुरू किया 'मैं क्यों नहीं?' जिससे मुझे ट्रीटमेंट में बहुत मदद मिली। उल्लेखनीय है कि सोनाली को साल 2018 में मेटास्टेटिक कैंसर का पता चला था जो फोर्थ स्टेज पर था। न्यूयॉर्क सिटी अस्पताल में इलाज के बाद वह साल 2021 में कैंसर मुक्त हो गई थीं। सोनाली ने साल 2002 में फिल्ममेकर गोल्डी बहल के साथ शादी की थी। उनके एक बेटा रणवीर बहल है।

इरफान खान की 29 अप्रैल को है चौथी डेथ एनिवर्सरी, बाबिल ने लिखा, हार नहीं मानूंगा

इरफान खान एक ऐसे एक्टर थे, जिनका प्रतिभा का लोहा हर किसी ने माना। आज वे भले ही हमारे बीच न हों, लेकिन लोगों के दिलों में जिंदा हैं। सोमवार (29 अप्रैल) को इरफान की चौथी डेथ एनिवर्सिरी है। इस बीच इरफान के बेटे बाबिल ने पिता की याद में एक इमोशनल पोस्ट की है। बाबिल ने इंस्टाग्राम पर इरफान की कुछ अनसीन तस्वीरें शेयर की हैं। इन तस्वीरों में से एक इरफान की आखिरी फिल्म 'अंग्रेजी मीडियम' के सेट से भी है।

बाबिल ने दिल छू लेने वाला एक नोट भी लिखा। बाबिल ने लिखा, “आपने मुझे योद्धा बनना सिखाया, लेकिन प्यार और दयालुता के साथ जुड़ना भी सिखाया है। आपने मुझे आशा की शिक्षा दी और आपने मुझे लोगों के लिए लड़ना सिखाया। आपके पास फैंस नहीं हैं, आपका एक परिवार है। मैं आपसे वादा करता हूं बाबा जब तक आप मुझे नहीं बुलाएंगे, मैं अपने लोगों और हमारे परिवार के लिए लड़ूंगा। मैं हार नहीं मानूंगा। मुझे आपसे बहुत प्यार है।”

हाल ही में बाबिल ने इंस्टाग्राम पर एक पोस्ट की थी, जिसने उनके फैंस को चिंता में डाल दिया। उन्होंने इस पोस्ट में हार मानने और बाबा के पास चले जाने की बात कही थी। बाबिल भी इरफान के नक्शे कदम पर चलते हुए इंडस्ट्री में अपनी पहचान बनाने में जुटे हैं।