रकुल प्रीत सिंह की याचिका पर दिल्ली HC ने दिया आदेश - केंद्र, प्रसार भारती और प्रेस परिषद जल्द ले फैसला

सुशांत सिंह राजपूत (Sushant Singh Rajput) मौत मामले में ड्रग्स एंगल की जांच के दौरान रिया चक्रवर्ती (Rhea Chakraborty) ने अभिनेत्री रकुल प्रीत सिंह (Rakul Preet Singh) का भी नाम लिया है। ड्रग्स मामले में अपना नाम सामने आने के बाद रकुल प्रीत सिंह ने दिल्ली हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया है, जिस पर आज सुनवाई हुई। उच्च न्यायालय ने अभिनेत्री रकुल प्रीत सिंह की उस याचिका पर केंद्र से जवाब मांगा जिसमें उन्होंने रिया चक्रवर्ती ड्रग मामले से उन्हें जोड़ने वाले कार्यक्रमों के प्रसारण पर रोक लगाने की मांग की है। दिल्ली हाईकोर्ट ने केंद्र, प्रसार भारती और प्रेस परिषद से अभिनेत्री रकुल की याचिका को अभिवेदन मानते हुए जल्द फैसला लेने को कहा। साथ ही यह भी कहा कि से उम्मीद है कि रिया चक्रवर्ती से जुड़े मामले में अभिनेत्री रकुल प्रीत सिंह से संबंधित खबरों में मीडिया संयम बरतेगा।

बता दें कि ड्रग्स मामले में अपना नाम सामने आने के बाद रकुल प्रीत सिंह ने दिल्ली हाईकोर्ट में याचिका लगाई है। याचिका में उनके खि‍लाफ हो रही मीडिया कवरेज को रोकने की मांग की गई है। कहा गया है कि क्यों उनकी इमेज को खराब करने की कोशिश की जा रही है। इस मामले में कोर्ट में सुनवाई जारी है। रकुलप्रीत ने अपनी याचिका में कहा है कि रिया चक्रवर्ती केस में उसका नाम आने के बाद मीडिया ट्रायल चलने लगा है। लिहाजा, हाईकोर्ट से रकुलप्रीत ने गुहार लगाई है कि सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय को निर्देश दें कि उनके खिलाफ मीडिया में कवरेज न हो।

रकुलप्रीत ने अपनी याचिका में भी कहा कि उनको शूट के दौरान जानकारी मिली कि उनका और सारा अली खान का नाम रिया ने लिया था और मीडिया ने खबर चलाना शुरू कर दिया। रकुलप्रीत के वकील ने हाईकोर्ट से कहा कि मीडिया रकुलप्रीत को हैरेस कर रहा है। कोर्ट ने रकुलप्रीत से ये भी सवाल किया कि उन्होंने सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय को ऑफिशियल शिकायत क्यों नही दी ?

बता दे, बीते दिनों नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (एनसीबी) ने बताया था कि ड्रग्स मामले में रिया चक्रवर्ती ने रकुल प्रीत सिंह और सारा अली खान और डिजाइनर सिमोन खंबाटा का नाम लिया है। एनसीबी के डिप्टी डायरेक्टर केपीएस मल्होत्रा ने बताया था कि जांच एजेंसी ने अभी तक इन सभी लोगों को समन नहीं भेजा है। एजेंसी ने शनिवार को मुंबई और गोवा के कई जगहों पर छापेमारी की थी और छह लोगों को गिरफ्तार किया था। बांद्रा के रहने वाले कर्मजीत सिंह आनंद उर्फ केजे को साउथ मुंबई स्थित एनसीबी के दफ्तर पूछताछ के लिए लाया गया था और बाद में एजेंसी ने गिरफ्तार कर लिया।