JNU हिंसा पर कंगना रानौत का आया बयान, कहा - कॉमन है कॉलेज गैंगवार, इसे नैशनल इशू न बनाये

दिल्ली की जवाहर लाल यूनिवर्सिटी (JNU) में हुई हिंसा के विरोध में बॉलीवुड के कुछ सिलेब्स मुंबई की सड़कों पर उतरे तो कुछ ने सोशल मीडिया के जरिए अपनी नाराजगी जाहिर की। अब इस मामले में कंगना रनौत (Kangana Ranaut) ने भी अपनी बात कही है। अपनी फिल्म 'पंगा' के प्रमोशन के दौरान एक इवेंट में पहुंची कंगना का कहना है कि JNU में स्टूडेंटस पर हुए अटैक पर छानबीन चल रही हैं और मैंने इस मुद्दे में यही देखा कि वहां पर दो तरह के लोग हैं। एक AVBP और दूसरा JNU, जो दो तरह के यूनियन हैं। मैं आपको बताना चाहती हूं कि कॉलेज में गैंगवार होना बहुत स्वाभाविक है। जब कॉलेज के दिनों में मैं खुद चंडीगढ़ के एक गर्ल्स हॉस्टल में थी, जिसके पास ही लड़कों का हॉस्टल भी था। लड़के दूसरे लड़कों का पीछा करते रहते और खुल्लम-खुल्ला मर्डर कर देते थे।

कंगना ने कहा 'एक बार हमारे हॉस्टल के गेट के अंदर वह लड़का कूद गया जिसका मर्डर होने वाला था, उसे हमारे प्रबंधक ने बचाया। मैं कहना चाहूंगी कि ऐसे में दोनों तरफ के लोग जख्मी होते हैं और ऐसे गैंगवार बहुत ही आक्रामक लोग द्वारा चलाए जाते हैं, तो क्या इन्हें राष्ट्रीय मुद्दा बनाना चाहिए, बिल्कुल नही। ऐसे लोगों को तो पुलिस कस्टडी में लेकर चार-चार थप्पड़ दें, तांकि इनकी सारी हेकड़ी निकल जाए। ऐसे गुंडे हर गली, मुहल्ले और कॉलेज में होते हैं, तो इन्हें कोई नैशनल इशू न बनाये यह सब चीजें कोई राष्ट्रीय मुद्दे के लायक नही हैं।'

कंगना की फिल्म 'पंगा' 24 जनवरी को वरुण धवन और श्रद्धा कपूर की फिल्म 'स्ट्रीट डांसर' के साथ देशभर के सिनेमाघरों में रिलीज़ हो रही है। फिल्म में कंगना के अलावा रिचा चड्ढा, जस्सी गिल और नीना गुप्ता अहम भूमिकाओं में हैं। अश्विनी अय्यर तिवारी ने फिल्म का डायरेक्शन किया है।

आपको बता दे, दीपिका पादुकोण घायल स्टूडेंट्स से मिलने यूनिवर्सिटी कैंपस तक पहुंच गई थीं। जिसको लेकर बड़ा विवाद खड़ा हो गया। भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के कई नेताओं ने दीपिका की फिल्म छपाक का बॉयकाट करने की अपील करने लगे।

वही जवाहर लाल यूनिवर्सिटी में हुई हिंसा को लेकर सनी लियोनी (Sunny Leone) का भी बयान आया है। सनी ने कहा कि वह हिंसा में यकीन नहीं रखतीं। उन्हें लगता है कि चीजों के हल के लिए हिंसा के बजाय दूसरा रास्ता भी होता है। सनी ने कहा कि इसमें सिर्फ एक इंसान को चोट नहीं पहुंचती बल्कि पूरा परिवार हर्ट होता है। साथ ही यह संदेश भी जाता है कि युवा सुरक्षित नहीं महसूस कर रहे। उन्होंने कहा कि वह सबसे आग्रह करती हैं कि हिंसा को छोड़कर बिना एक-दूसरे को हर्ट किए बगेर कोई समाधान निकालें।

वही दीपिका पादुकोण घायल स्टूडेंट्स से मिलने यूनिवर्सिटी कैंपस जाने को लेकर सोनाक्षी सिन्हा (Sonakshi Sinha) ने कहा कि आप किसी भी पार्टी को सपॉर्ट करते हों, क्या आप हिंसा को सपॉर्ट करते हैं? क्या खून से सने स्टूडेंट्स और टीचर्स के विजुअल्स देखकर आप हिले नहीं? अब हम हाथ पर हाथ रखकर नहीं बैठ सकते। दीपिका का वहां जाना और बाकी लोगों का आवाज उठाना तारीफ के काबिल है। यह चुप रहने का वक्त नहीं है।