#BANNED पाकिस्तान के लोगों के नसीब में नहीं थी बॉलीवुड की इन सफल फिल्मों को देखना

बॉलीवुड की फ़िल्में लोगों के मनोरंजन के हिसाब से बने जाता हैं जी कि सिर्फ भारत ही नहीं पाकिस्तान में भी बहुत पसंद की जाती हैं। ये बॉलीवुड फ़िल्में पाकिस्तान में भी उसी दमखम के साथ रिलीज़ की जाती हैं। लेकिन जिन बॉलीवुड फिल्मों में पाकिस्तान को शामिल कर लिया जाता हैं, वो उसको रास नहीं आता और वह इन फिल्मों को पकिस्तान में प्रतिबंधित कर देती हैं। आज हम आपको उन्ही बॉलीवुड फिल्मों के बारे में बताने जा रहे हैं जो पाकिस्तान में किन्ही कारणों की वजह से प्रतिबंधित कर दी गई। आइये जानते हैं उन फिल्मों के बारे में...

* बेबी :

बेबी फिल्म साल 2015 में रिलीज़ हुई और बहुत ही सफल फिल्म भी रही लेकिन इस फिल्म पर पाकिस्तान में प्रतिबन्ध लगा दिया गया और कारण दिया गया की यह फिल्म मुस्लिमो की छवि खराब कर रही है और इस पर प्रतिबन्ध लगने का एक बड़ा कारण यह था की इस फिल्म में पाकिस्तानी ‘हाफिज सईद’ से मिलता जुलता करैक्टर दिखाया गया था।

* हैदर :

कश्मीर पर बनी इस संवेदनशील फिल्म का विरोध प्रदर्शन भारत में भी हुआ था लेकिन फिर भी यह रिलीज़ हुई और हिट फिल्मो में शुमार हुई लेकिन पाकिस्तान में फिल्म को बैन कर दिया गया।

* फेंटम :

फिल्म की याचिका पर लाहौर एचसी द्वारा प्रतिबंधित किया गया था। हाफिज सईद ने अदालत में कहा कि उनका चित्रण गलत था और फिल्म ने पाकिस्तान की संपूर्ण सामंजस्य को नुकसान पहुंचाया।

* भाग मिल्खा भाग :

भाग मिल्खा भाग जैसी क्लासिक फिल्म पर भी पाक में बैन लगाया गया और आप जानते है कारण क्या दिया। कारण यह दिया गया की इसमें भारत-पाक के बँटवारे के दिनों को दिखाया गया है और सबसे बड़ा मजाकिया कारण यह दिया गया की इस फिल्म के एक डायलाग “मुझसे नहीं होगा, मैं पाकिस्तान नहीं जाऊँगा” के कारण पाक की छवि खराब हो रही है।

* द अटैक्स ऑफ 26/11 :

26/11 हमलों में अपनी भूमिका से पाकिस्तान ने हमेशा ही इनकार किया है। यह फिल्म इस हमले की एक-एक बारीकी के साथ बनाई गई थी। ऐसे में इसका तो पाकिस्तान में चलना नामुमकिन ही था।

* राँझना :

यह इस सूची में सबसे आश्चर्यजनक नाम हो सकता है। ऐसा इसलिए था क्योंकि फिल्म एक मुस्लिम लड़की की छवि को चित्रित करती है (सोनम कपूर द्वारा निभाई गई) एक हिंदू आदमी के साथ प्यार में पड़ने और उसके साथ संबंध होने के नाते। इसलिए यह फिल्म पाकिस्तान में प्रतिबंदित है।

* एक था टाइगर :

भारत की सबसे सफल फिल्मो में से एक ‘एक था टाइगर’ पर भी पाकिस्तान में बैन लगा दिया गया क्योकि यह फिल्म इन दोनों देशो के दो जासूसों के प्यार पर आधारित थी और इसमें केटरीना ने एक आईएसआई एजेंट का रोल अदा किया था।

* एजेंट विनोद :

सैफ़ अली खान की फिल्म 'एजेंट विनोद' पाकिस्तानी पाबंदी की मार झेल चुका हैं। फिल्म में पाकिस्तान और आईएसआई का नाम आने से 'एजेंट विनोद' रिलीज़ से पहले बैन कर दी गई थी।

* तेरे बिन लादेन :

वैसे तो ये कॉमेडी फ़िल्म थी, पर ओसामा बिन लादेन और पाकिस्तान के ज़िक्र का मतलब था फ़िल्म का बैन होना। फिर चाहे इसमें हीरो पाकिस्तान के ही अली फ़ज़ल थे।

* हिंदुस्तान की कसम :

1971 भारत-पाक युद्ध के ऑपरेशन कैक्टस-लिली पर आधारित प्लॉट वाली इस फिल्म को हिंदुस्तान में इसके देशभक्ति के जज्बे के लिए पसंद किया गया। लेकिन पाकिस्तान को नेगेटिव शेड में दर्शाना पड़ोसी मुल्क को रास नहीं आया और इसे भी वहां दिखाए जाने से रोक दिया गया।

* गदर- एक प्रेम कथा :

भारत के विभाजन की पृष्ठभूमि पर बनी इस फिल्म ने तारा सिंह की मोहब्बत और पाकिस्तान के प्रति नफरत भरे डायलॉग्स के बूते पर भारत में तो खूब तालियां बटोरीं लेकिन पाकिस्तान में इस फिल्म के प्रदर्शन पर रोक लगा दी गई।