#MeToo : एक्ट्रेस जैस्मीन भसीन ने सुनाई आपबीती, डायरेक्टर बोला- कपड़े उतारकर दिखाओ

देश में शुरू हुआ #MeToo अभियान बॉलीवुड के अलावा और दूसरे झेत्रों में भी अपना रंग दिखा रहा है। महिलाएं अब बिना डरे और खुलकर राजनेताओं, पत्रकारों और बॉलीवुड के कई सेलेब्स पर यौन शोषण का आरोप लगा चुकी है। रोजाना इसमें एक नया नाम जुड़ रहा है। इस लिस्ट में एक और नाम जुड़ गया है टीवी एक्ट्रेस जैस्मीन भसीन Jasmin Bhasin का। जैस्मीन भसीन अपने पिछले धारावाहिक ‘दिल से दिल’ तक में नज़र आई थी। जैस्मीन ने बॉलीवुड लाइफ के साथ बातचीत में बताया कि फिल्म मेकर ने उनसे ऑडिशन के दौरान कपड़े उतारने को कहा था क्योंकि वे देखना चाहते थे कि जैस्मीन का शरीर बिकनी पहनने के लिए फिट था या नहीं।

मामला 5 साल पुराना है जब जैस्मीन मॉडलिंग किया करती थीं। जैस्मीन ने बताया की, ‘मुझे कास्टिंग डायरेक्टर से मिलना था। मेरी एजेंसी ने मुझे बताया कि गुजराती और हिंदी फिल्में बनाने वाले एक प्रसिद्ध डायरेक्टर अपनी अगली फिल्म के लिए मेरा ऑडिशन लेने वाले हैं, लेकिन जब मैं उनसे मिलने गई तो उन्होंने मुझसे लगत लहजे में बात की। उनका पहला सवाल ही मुझे अजीब महसूस करवाने के लिए काफी था। उन्होनें मुझसे पूछा कि ‘तुम एक्ट्रेस बनने के लिए क्या कर सकती हो और किस हद तक जा सकती हो’? मैं भोली-भाली थी और डायरेक्टर की बात को समझ नहीं पाई, मैनें कहा – मैं इससे ज्यादा और क्या कर सकती हूं, मैंने अपना शहर छोड़ दिया, अपना घर छोड़ दिया, मैं संघर्ष कर रही हूं’। जैस्मीन ने कहा कि ‘मैं महसूस कर रही थी कि मैं उनकी बातों को समझ नहीं पा रही हूं’। उसके बाद डायरेक्टर ने मुझसे कपड़े उतारने को कहा। जैस्मीन ने बताया कि डायरेक्टर के अमुसार वह देखना चाहता था कि मैं बिकनी में कैसी दिखूंगी।

जैस्मीन ने कहा कि, ‘इस स्थिति में आप लड़ाई नहीं कर सकते तो, मैंने उन्हें कहा कि मैं बिकनी पहनने के लिए फिट नहीं हूं और साथ ही मुझे अलग तरह के रोल के बारे में बताया गया था जिसे बिकनी पहनने की कोई जरुरत नहीं हैं। मैंने उनसे कहा कि मेरी एजेंसी उनसे बात करेगी और मैं उनसे बाद में मिलूंगी, इतना कह कर मैं वहां से तुरंत निकल गई।’

जैस्मीन का कहना है कि इस तरह की परिस्थितियों में आपका साहस ही आपके काम आता है। जैस्मीन कहती हैं कि “यौन शोषण होता है इस बात से इंकार नहीं किया जा सकता लेकिन ऐसे में आपको मजबूत बनने की जरुरत पड़ती है। लड़कियों को अपनी शर्तों पर काम करना आना चाहिए और किसी भी अजनबी पर आसानी से भरोसा नहीं करना चाहिए। यह एक स्टैंड लेने का सही समय है और मैं खुश हूं कि ऐसा हो रहा है।”

तनुश्री विवाद पर बोले राज ठाकरे, कहा- नाना बहुत अभद्र आदमी हैं, लेकिन...

हाल ही में महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के मुखिया राज ठाकरे ने #MeToo अभियान पर बड़ा बयान देकर कई सवाल खड़ें किए हैं। #MeToo अभियान के बारे में बात करते हुए राज ठाकरे ने कहा- 'मुझे लगता है कि इस #MeToo अभियान का मकसद सिर्फ गंभीर मुद्दों से हमारा ध्यान भटकाना है।' इस विषय पर बात करते हुए राज ठाकरे आगे कहते है- '#MeToo अभियान इस लिए सुर्खियों में क्यों की आम जनता का ध्यान पेट्रोल-डीजल की बढ़ती कीमतों, बढ़ रही बेरोजगारी और रुपये की गिरती कीमतों से हटाना है।'

आगे राज ठाकरे ने महिलाओं के बारे में बात करते हुए बोला- अगर किसी भी महिला के साथ यौन शोषण हुआ हैं तो वो मनसे के पास आ सकती है। हम उसे सबक सिखाएंगे। अगर आपके साथ यौन शोषण हुआ है तो तुरंत इसके खिलाफ आवाज उठानी चाहिए 10 साल बाद नहीं।' नाना पाटेकर के साथ तनुश्री दत्त का चल रहा विवाद में बात करते हुए राज ठाकरे ने कहा- 'मैं नाना को जनता हूं वो बहुत अभद्र आदमी हैं, वो कई बार ऐसी हरकतें करते हैं जो बेकार होती है। लेकिन मुझे नहीं लगता ऐसी हरकत कर सकते है। इस मामले को अब कोर्ट अपने तरह से देखेगी। मुझे नहीं लगता है कि मीडिया को कोई लेना देना बचा नहीं है। मुझे लगता हैं इस बारे में बहस करने से कोई फायदा नहीं है।

CINTAA ने बनाई कमेटी, स्वरा भास्कर, रविना टंडन, रेणुका शहाणे बनी मेंबर

CINTAA ने यौन उत्पीड़न का शिकार हुईं महिलाओं की शिकायत सुनने के लिए एक कमेटी बनाई है। ये टीम मीटू की शिकार महिलाओं की शिकायत सुनेगी और ऐसे मामलों को देखेगी। सुशांत सिंह ने इस मुद्दे पर बातचीत शुरू कर दी है और सभी को पीड़ित महिला को शर्म महसूस करने और उस पर सवाल न उठाने की अपील की है।

सुशांत ने इस कमेटी के बारे में कहा, 'हमने एक कमेटी बनाई है जिसका नाम है पॉश, प्रिवेनशन ऑफ सेक्शुयल हैरेसमेंट, और इसके तहत हम पैंपलेट्स के जरिए ये समझाने की कोशिश करेंगे कि कामकाजी जगह पर सेक्शुयल हैरेसमेंट क्या होता है। इसके अलावा हमारे पास एक आउटरीच प्रोग्राम भी है जहां हम हमारे सदस्यों को विभिन्न क्षेत्रों में तैनात करेंगे कि जो ये देखेगा कि यदि कहीं कोई शिकायत दर्ज की जा रही है, तो हम सीधे कार्रवाई में घुसे और पीड़ित को खराब स्थिति से बाहर निकालें। यदि जरुरी हुआ तो हम अपने स्वयंसेवकों को भी स्थिति कंट्रोल में करने के लिए भेजेंगे'।

सुशांत ने बताया, 'स्वर भास्कर ने हमसे संपर्क किया (विचार के साथ), वह हमारी सदस्य है। संयोग से वह स्वतंत्र रूप से और बहुत ही विधिवत तरीके से इस मुद्दे पर काम कर रही थी। जब हम उनसे मिले, तो हमें एहसास हुआ कि हम एक ही लक्ष्य के साथ हैं। पॉश एक उप-समिति होगी जो यौन उत्पीड़न जागरूकता पर ध्यान देगी। इसमें स्वरा के अलावा वकील वृंदा ग्रोवर भी शामिल हैं जो उद्योग के लिए एक सेशन भी लेंगी। पॉश के तहत काउसलिंग के अलावा जागरूकता की मुहिम भी चलाई जाएगी।'

सुशांत ने बताया कि इस मुहिम में उनके साथ एक्ट्रेस स्वरा भास्कर, रविना टंडन, रेणुका शहाणे, पत्रकार भारती दुबे और फिल्ममेकर अमोल गुप्ता जैसी दिग्गज हस्तियां है। इसके अलावा पॉश के पास वकील और साइकलॉजिस्ट भी है। साथ ही ये कमेटी विशाखा गाइडलाइन्स पर बनी है और इसके तहत 50 प्रतिशत महिलाएं कमेटी का हिस्सा होंगी।