#MeToo: यौन उत्पीड़न की शिकार हुईं महिलाओं के सपोर्ट में आई सुष्मिता सेन, बोलीं- अभियान तभी काम करेगा, जब लोग पीड़ितों की आवाज सुनेंगे

सामाजिक मुद्दों पर बेबाक राय रखने के लिए लोकप्रिय बॉलीवुड एक्ट्रेस सुष्मिता सेन Sushmita Sen भी #MeToo: कैंपेन से जुड़ते हुए यौन उत्पीड़न का शिकार होने वाली पीड़िताओं का सपोर्ट किया है। सुष्मिता का कहना है कि यौन उत्पीड़न के खिलाफ 'मीटू' अभियान तभी काम करेगा, जब लोग पीड़ितों की आवाज सुनेंगे। बता दे, भारत में धीरे-धीरे ही सही लेकिन मीटू #MeToo मूवमेंट के जरिए तमाम महिलाए सालों से हो रहे अपने साथ हुए यौन शोषण के खिलाफ आवाज उठा रही है। नाना पाटेकर, विवेक अग्निहोत्री, विकास बहल, पीयुष मिश्रा, आलोक नाथ, रजत कपूर और वरुण ग्रोवर जैसे कई नाम सवालों के घेरे में हैं। जिस तरह के मामले सामने आ रहे है उससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि बॉलीवुड इंडस्ट्री में शराफत का चोला पहनकर ना जाने कितने दरिंदे बेखौफ घूम रहे है।

इस पूरे मामले पर सुष्मिता का गुरुवार को राजधानी दिल्ली में एक इवेंट के दौरान कहना है कि, "भले ही इस अभियान को पश्चिमी देशों से लिया गया हो, लेकिन इसका मतलब यह नहीं कि हम इसे नजरअंदाज कर दें। यह देखकर बेहद अच्छा लग रहा है कि महिलाएं आगे आकर अपने शोषण के खिलाफ आवाज उठा रही हैं।"

अभिनेत्री ने कहा, "समाज का हिस्सा होने के नाते लोगों को पीड़ितों की कहानियां सुननी चाहिए न कि उन्हें आंकना चाहिए। उन्हें नजरअंदाज करने के बजाए प्रेरित किया जाए। यह अभियान तब ही काम करेगा, जब हम पीड़ितों की बात सुनना शुरू करेंगे।"

सुष्मिता सेन अपनी बेटियों का काफी सपोर्ट करती हैं। पूर्व म‍िस यूनिवर्स सुष्मिता सेन फिटनेस के लेकर कितनी सतर्क रहती हैं, यह बात किसी से छिपी नहीं। उनकी फिट और टोन्‍ड बॉडी को देखकर कोई नहीं कहेगा कि वो 42 साल की हो चुकी हैं। इस उम्र में जहां बाकी एक्ट्रेसेस अपनी फिटनेस पर ध्यान देना बंद कर देती हैं वहीं सुष्मिता सेन अपनी बॉडी पर बहुत ध्यान दे रही हैं और लगातार सोशल मीडिया पर वीडियोज़ पोस्ट करती रहती हैं। सिर्फ सुष्मिता ही नहीं उनके नक्शे कदम पर अब उनकी दोनों बेटियां रेने और अलीशा भी निकल पड़ी हैं। सुष्मिता ने रेने के साथ कई बार वीडियो पोस्ट किया है।

शिल्पा शिंदे का चौकाने वाला बयान, कहा - इस इंडस्ट्री में रेप नहीं होता, जो भी होता है म्यूचल अंडरस्टैंडिंग से होता है

शिल्पा शिंदे ने मीटू मुहिम के बारे में बोलते हुए कहा कि 'ये सब बकवास है। आपको उस मुद्दे के बारे में तभी बात करनी चाहिए तब वह होता है। आपको उसी वक़्त आवाज उठानी चाहिए। मुझे भी यही सीख मिली है कि जब होता है तभी बोलो, बाद में बोलने का कोई फायदा नहीं है। बाद आप कितना भी बोल को आपकी आवाज कोई नहीं सुनेगा, इससे सिर्फ कंट्रोवर्सी ही होगी और कुछ नहीं। जब भी कुछ होता है, उसी वक्त बोलो और हां आपको पॉवर की जरुरत तो होती ही है।' शिल्पा ने आगे कहा कि, ' हालाकि मैं मानती हूँ कि ये इंडस्ट्री बुरी नहीं है लेकिन बहुत अच्छी भी नहीं है। ये सब चीजें हर जगह होती है। मुझे नहीं पता कि क्यों खुद ही इंडस्ट्री का नाम खराब कर रहे है। जो लोग काम कर रहे है या काम पा रहे है क्या सब ही लोग खराब है। ऐसा नहीं है, ये सिर्फ आप पर निर्भर करता है। आपसे सामने वाला इंसान कैसे रिएक्ट करता है, आप उसको कैसे जवाब देते हो। महिलाएं खुलकर सामने आ रही है लेकिन मैं ये भी कहूंगी कि इस इंडस्ट्री में रेप नहीं होता है, जबरदस्ती नहीं होता है। हमारी इंडस्ट्री में जो भी होता है वह म्यूचल अंडरस्टैंडिंग की वजह से ही होता है। अगर आप उसे करने के लिए तैयार नहीं हो तो उसे छोड़ दो।'