बॉलीवुड की खूबसूरत महिलाऐं जो बिना मेकअप के लगती है सुन्दर

ख़ूबसूरती जिसे महिलाओं का हक़ माना जाता हैं उसके लिए सभी की अपनी परिभाषाएँ हैं। पहले के समय में सादगी को ही सुन्दरता माना जाता था। लेकिन आज के समय में चहरे की सुन्दरता को सर्वोपरी रखा जाता हैं और इसे मेकअप से सहारे पाया जा सकता हैं। लेकिन ख़ूबसूरती तो वहीँ होती है जो बिना दिखावे के प्रसन्नता दें। आज हम आपको मिलवाने जा रहे हैं बॉलीवुड की मशहूर अदाकाराओं से जो बिना मेकअप के अपनी सुन्दरता और अदाओं से ख़ूबसूरती की परिचायक हैं। तो आइये जानते हैं बॉलीवुड की उन खूबसूरत महिलाओं के बारे में।

* सोनाली बेंद्रे


हिन्दी फिल्म जगत की सबसे खूबसूरत अदाकारों में एक है – सोनाली बेंद्रे। सोनाली बोलिवुड के साथ-साथ तेलगु, तमिल, मराठी व कन्नड़ फिल्मों में भी अपने खूबसूरती और अदाओं के जलवे बिखेरे हैं। सोनाली ने “आग” फिल्म के साथ सिने जगत की यात्रा की शुरुआत की थी। अपनी पहली ही फिल्म में वे हिन्दी सिनेमा के हीरो नम्बर वन गोविन्दा के साथ से नज़र आई थी। उसके बाद से वे सरफरोश, हम साथ साथ है और ज़ख्म जैसे कई बड़ी फिल्मों में अपनी जादुगरी से सबके दिलों पर राज करती रहीं।

* ऐश्वर्या राय बच्चन

वर्ष 1994 में मिस वल्ड रह चुकी ऐश्वर्या राय बच्चन की खूबसूरती से भला कौन अनजान रह सकता है। रानी रतनाम नाम तमिल फिल्म से फिल्मी जगत में अपना पहला कदम रखने वाली ऐश्वर्या ने आगे चलकर हम दिल दे चुके सनम, जीन्स, और प्यार हो गया और देवदास जैसी बड़ी फिल्मों में काम कर सभी को अपना दिवाना बनाती गई।

* रेखा

एक ज़माने में चलती धड़कनों को अपनी एक झलक से रोक लेने वाली रेखा को हम कैसे भुल सकते हैं। जिन्होंने ‘सावन भादो’ फिल्म के साथ अपने करीयर की शुरुआत की और फिर उमराओ-जान, खुबसूरत, खून भरी मांग, फिल्म जगत के महानायक अमिताभ बच्चन की धरमपत्नी का किरदार निभाने वाली फिल्म दो अंजाने, घर, मुकद्दर का सिकंदर जैसी बड़ी फिल्मों के साथ यह सिलसिला जारी ही रहा।

* दिया मिर्जा

खूबसूरती की इस कड़ी को जोड़ते हुए हम आगे बढ़ते है और बात करते है एक और प्यारी और खूबसूरत परी की जिसका नाम है दिया मिरज़ा। जी हां, साल 2000 में मिस एशिया स्पेसीफीक रह चुकी दिया मिरज़ा ने लव, ब्रेक-अप और जिंदगी के साथ इंडस्ट्री में अपना पहला कदम रखा। उसके बाद भी दिया ने रहना है तेरे दिल में, लगे रहो मुन्ना भाई, तुमको न भुल पाएंगे और तुमसा नहीं देखा जैसी रोमेंटिक फिल्मों में अपनी सादगी व अदाएगी से सबके दिलों पर राज करती रहीं।

* माधुरी दिक्षित

अपने चुलबुलेपन और खूबसूरती से सबके दिलों में घर करने वाली माधुरी दिक्षित को हम कैसे भुल सकते है भला, जिसनें अपनी बेजोड़ अदाएगी के साथ-साथ अपनी कमर की लचक और नज़ाकत से भी हजारों दिलों को बिमार किया है। अब चाहे वो ‘गोरे-गोरे मुखड़े पर काला तिल’ हो या फिर ‘आजा नच ले’। माधुरी ने को हम आपके है कौन, अबोध, राम-लखन, तेजाब और दिल तो पागल है जैसी कई बड़ी फिल्मों अपनी जादुगरी दिखाई है।