सोशल मीडिया पर 'पद्मावत' एक बार फिर से सक्रिय है। इस बार यह अपने प्रदर्शन तिथि के साथ-साथ सेंसर बोर्ड द्वारा लगाए गए कटों से भी चर्चाओं में है। बॉलीवुड हंगामा डॉट कॉम के अनुसार सेंसर बोर्ड ने संजय लीला भंसाली की फिल्म पद्मावती उर्फ पद्मावत में 300 कट लगाये हैं। संजय लीला भंसाली स्वयं अपनी देखरेख में उन दृश्यों को सम्पादक की टेबल पर हटा रहे हैं। हालांकि अभी तक इस खबर पर न तो संजय लीला भंसाली ने कोई स्पष्टीकरण दिया है और न ही सेंसर बोर्ड ने इस बात को स्वीकारा है कि उसने 300 कट लगाने के आदेश दिए हैं।
सेंसर बोर्ड का कहना है कि उसने इतिहासकारों की समिति द्वारा सुझाए गए 5 सुधारों को फिल्म में लागू करने का आदेश दिया, जिन्हें संजय लीला भंसाली ने मान लिया है। वहीं दूसरी ओर सेंसर बोर्ड के अध्यक्ष प्रसून जोशी ने इन समाचारों को निराधार बताया है जिनमें कहा जा रहा है कि फिल्म में 300 कट लगाए गए हैं। प्रसून जोशी ने कहा, निर्माताओं ने सुझाए गए पाँच सुधारों के साथ फिल्म की फाइनल कॉपी सेंसर बोर्ड को सौंप दी है, जिसे पहले ही यू/ए प्रमाण पत्र दिया जा चुका है। सेंसर बोर्ड की कार्यवाही पूरी हो चुकी है और 300 कट्स लगाने के समाचार पूरी तरह से मिथ्या और झूठे हैं। यह सब सेंसर बोर्ड को बदनाम करने की नीयत से किया जा रहा है।
सवाल यह पैदा होता कि यदि यह बात सही है कि पद्मावती में 300 कट लगेंगे तो फिर पद्मावती में बचेगा क्या। क्या संजय लीला भंसाली दर्शकों को सिर्फ हाथी, घोड़े और युद्ध के दृश्य दिखायेंगे। जहाँ तक हमारी याद्दाश्त काम करती है सेंसर बोर्ड ने कभी किसी फिल्म में इतने कट नहीं लगाए।
दीपिका पादुकोण, रणवीर सिंह और शाहिद कपूर अभिनीत यह फिल्म अब 25 जनवरी को समस्त भारत में प्रदर्शित होने जा रही है। लेकिन राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे और भाजपा प्रदेश अध्यक्ष अशोक परनामी से स्पष्ट कहा है कि पद्मावती का प्रदर्शन राजस्थान में नहीं होगा। इसे राजस्थान में बैन कर दिया गया है।