हिंदी सिनेमा को कई हिट फिल्में देने वाली फिल्म प्रोडक्शन कंपनी ‘फैंटम’ अब बंद हो गई है। फैंटम की स्थापना अनुराग कश्यप, विक्रमादित्य मोटवानी, विकास बहल और मधु मंटेना ने तकरीबन 7 साल पहले की थी। इस बीच प्रोडक्शन हाउस ने कई यादगार फिल्में भी दी, लेकिन अब इसके चारों पार्टनर ने कंपनी को बंद करने का सामूहिक फैसला लिया है। फैंटम प्रोडक्शन कंपनी बैनर तले बनीं हर फिल्म के शुरू होने से पहले 'फ से फैंटम' आवाज सुनाई देती थी लेकिन अब ये कभी नहीं सुनाई देगी। इस प्रोडक्शन हाउस के बैनर तले ही अनुराग कश्यप ने कल्ट कही जाने वाली 'गैंग्स ऑफ वासेपुर' सीरीज बनाई तो विक्रमादित्य मोटवानी ने 'लुटेरा' और ' विकास बहल ने 'क्वीन' जैसी यादगार फिल्म का निर्माण किया। अब इन चारों फिल्मकारों ने अपने-अपने रास्ते अलग करने का फैसला कर लिया है। फैंटम के बंद होने से जहां इस प्रोडक्शन हाउस के बैनर तले बनने वाली फिल्मों के प्रशंसकों को झटका लगा है, वहीं यह फैसला इन चारों पार्टनर के लिए भी मुश्किल ही रहा है। इसकी झलक भी दरअसल अनुराग कश्यप और विक्रमादित्य मोटवानी के ट्वीट में नजर आ रही है।
विक्रमादित्य मोटवानी ने एक ट्वीट के जरिए फैंटम के बंद होने की घोषणा करते हुए लिखा है- 'विकास, मधु, अनुराग और मैंने फैंटम में अपनी पार्टनरशिप खत्म कर अपने-अपने रास्तों पर आगे बढ़ने का फैसला लिया है। अभी तक की यह पार्टनरशिप मेरी जिंदगी की काफी शानदार, महान और क्रेजी यात्रा की तरह रही है। ये मेरे तीन पार्टनर मेरी फैमिली की तरह रहे हैं, जिन्होंने हर वक्त मेरा साथ दिया। मैं पिछले 7 सालों तक एक-दूसरे का सपोर्ट करने के लिए उनका जितना भी शुक्रिया अदा करूं वह कम होगा। उम्मीद करता हूं कि जब आगे अच्छा वक्त आएगा तब हमारे रास्ते जरूर एक-दूसरे से टकराएंगे।' विक्रमादित्य के इस ट्वीट से जाहिर है कि उनके लिए फैंटम को बंद करने का फैसला आसान नहीं रहा है। कुछ ऐसा ही अनुराग कश्यप के ट्वीट से भी झलक रहा है।
अनुराग कश्यप ने ट्वीट कर लिखा- 'फैंटम एक सपना था, एक बहुत सुंदर सपना और हर सपने का अंत होता ही है। हमने अपना बेस्ट दिया इसमें हम सफल भी हुए और असफल भी रहे। ..लेकिन मुझे यकीन है कि हम इससे मजबूती से उबरेंगे और अपने-अपने रास्तों पर बुद्धिमता से चलकर अपने सपने पूरे करेंगे। हम एक-दूसरे को शुभकामनाएं देते हैं।'
आपको बता दें फैंटम फिल्म्स का निर्माण साल 2011 में हुआ था और साल 2015 में इस कंपनी की 50 फीसदी साझेदारी रिलायंस एंटरटेनमेंट ने खरीद ली थी। इसके बाद से ही सभी पार्टनर्स रिलायंस एंटरटेनमेंट के साथ ही काम करते थे।