डूबे हुए सितारे हुए संजय दत्त, अब चरित्र भूमिकाओं का सहारा

हाल ही में समाचार आया कि संजय दत्त निर्देशक संजय गुप्ता की फिल्म ‘गांजा’ को करने जा रहे हैं। यह एक एक्शन पैक्ड फिल्म होगी, जिसमें संजय दत्त के साथ जैकलीन फर्नांडिस नजर आएंगी। संजय गुप्ता और संजय दत्त कई फिल्मों में काम कर चुके हैं जिनमें से मुख्य हैं कांटे, जिंदा, मुसाफिर, शूटआउट लोखण्डवाला आदि। बताया जा रहा है कि इस फिल्म का निर्माण संजय दत्त और संजय गुप्ता मिल कर करेंगे। इस समाचार से बॉलीवुड के गलियारों में कानाफूसी होने लगी है कि क्या संजय दत्त अपनी वापसी को सफल बनाने के लिए फिर से निर्माण क्षेत्र में उतर रहे हैं। इन दिनों वे तोरबाज की शूटिंग में व्यस्त हैं। यह उनकी वापसी की तीसरी फिल्म होगी।

वास्तविकता यह है कि जेल यात्रा के बाद फिल्मों में वापसी करने वाले अभिनेता संजय दत्त अब बॉलीवुड के भूले-बिसरे नायकों में शुमार हो चुके हैं। जेल से रिहा होने के बाद उन्हें उम्मीद थी कि उनके पास पहले की तरह फिल्मों की कतार लगी नजर आएगी। उनके खास दोस्त सलमान खान और अजय देवगन उनके लिए उनके साथ काम करने को तैयार होंगे लेकिन ऐसा कुछ नहीं हुआ। संजय दत्त के करीबी दोनों दोस्तों ने उन्हें पूछा तक नहीं। यहाँ तक कि सलमान खान उनसे मिलने तक नहीं गए।

अपनी वापसी के लिए उन्होंने कई प्रकार की पटकथाओं को जाँचा और उसके बाद उन्होंने फिल्म स्वीकार की ‘भूमि’, जिसमें उन्होंने एक युवा बेटी के पिता का किरदार अभिनीत किया। उमंग कुमार निर्देशित इस फिल्म से उन्हें बहुत सी उम्मीदें थी। एक्शन ड्रामा के साथ यह पूरी तरह से मसाला फिल्म थी। लेकिन दर्शकों में इस फिल्म को लेकर कोई जिज्ञासा या उत्सुकता नहीं थी। नतीजा सिफर निकला। फिल्म पूरी तरह से असफल हो गई और संजय दत्त की वापसी पर एक प्रश्न चिह्न लगा गयी।

हाल ही में संजय दत्त ने निर्माता निर्देशक तिग्मांशु धूलिया की साहिब बीबी. . . सीरीज की तीसरी फिल्म पूरी की है। तिग्मांशु की यह सफल सीरीज है। पहली दोनों सीमित बजट में बनी हुई सशक्त फिल्में थीं, जिन्होंने अपने प्रस्तुतीकरण के बलबूते पर बॉक्स ऑफिस पर सफलता प्राप्त की थी। इस सीरीज के स्थायी सितारों में शामिल हैं जिम्मी शेरगिल जिन्होंने अभिनय की अलग छाप छोड़ी है। अपनी सीरीज को बड़े सितारों वाली बड़ी फिल्म साबित करने के लिए तिग्मांशु धूलिया ने इस बार इसमें संजय दत्त को जोड़ा है तो इसमें एक गैंगस्टर की भूमिका निभा रहे हैं। संजय दत्त के नाम का सहारा लेकर तिग्मांशु बॉक्स ऑफिस पर बड़ी सफलता की उम्मीद कर रहे हैं जिससे वे ‘ए’ क्लास निर्देशकों में शामिल हो सकें।

बॉक्स ऑफिस पर यह फिल्म पिछली दोनों फिल्मों की सफलता दोहराने में कामयाब होगी यह तय है लेकिन उसे संजय दत्त के नाम का कितना फायदा मिलता है इसका अंदाजा इसके प्रदर्शन के वक्त लगेगा। साथ ही यह भी ज्ञात होगा कि संजय दत्त को देखना कितने दर्शकों गवारा करते हैं। यदि यह फिल्म असफल हो जाती है या औसत रहती है तो एक साथ साफ हो जाएगी कि दर्शक अब संजय दत्त को बतौर नायक पसन्द नहीं कर रहे हैं। अपने डूब चुके करियर को फिर से गति देने के लिए संजय दत्त को अपने अभिनय के साथ-साथ फिल्म निर्माण भी करना चाहिए, जिसके चलते वे बॉलीवुड में बने रह सकें। साथ ही उन्हें नायकत्व छोड़ कर चरित्र भूमिकाओं में अपना हाथ आजमाना चाहिए। साठ साल की उम्र में दर्शक उनसे यही अपेक्षा कर रहे हैं कि अब वे अपने पिता सुनील दत्त की तरह उन भूमिकाओं को अभिनीत करें जो उनकी उम्र के अनुरूप हों।

राजकुमार हिरानी ने संजय दत्त की जिन्दगी से प्रभावित होकर उनकी बायोपिक बनाई है जो जून में प्रदर्शित होगी। इस फिल्म में संजय दत्त की भूमिका रणबीर कपूर ने अभिनीत की है। यह फिल्म संजय दत्त को बॉलीवुड में फिर से सक्रिय कर सकती है, हालांकि इस फिल्म में उनकी कोई भूमिका नहीं है। परन्तु दर्शकों के जेहन में युवा संजय दत्त की छवि बनेगी और हो सकता है इसके चलते संजय दत्त के हाथ में कुछ बड़ी फिल्में आ जायें जो उन्हें फिर से बॉलीवुड में स्थापित कर सकें।

उम्मीद की जा रही है कि राजकुमार हिरानी इस फिल्म के बाद ‘मुन्नाभाई’ सीरीज की तीसरी फिल्म ‘मुन्नाभाई चले अमेरिका’ का निर्माण करके संजय दत्त को पुनसर््थापित करने में सफल हों। दर्शकों में राजकुमार हिरानी की ‘मुन्नाभाई’ को लेकर खासा क्रेज बरकरार है।