ठग्स ऑफ हिंदोस्तान बनाम 2.0, लागत 700 करोड़, कमाई 500 करोड़

लम्बे समय से रजनीकांत और अक्षय कुमार स्टारर 2.0 के प्रदर्शन को लेकर चर्चाएं होती रही हैं लेकिन यह फिल्म अपने वीएफएक्स कार्य में देरी की वजह से प्रदर्शित नहीं हो पा रही है। पिछले एक माह से इस फिल्म के प्रदर्शन को लेकर कहा जा रहा है कि यह फिल्म इस वर्ष दीवाली के मौके पर प्रदर्शित हो सकती है।

दीवाली फिल्मों के लिए बड़ा अवसर होता है, जब बॉक्स ऑफिस पर नोटों की बरसात होती है। 2.0 भारतीय सिने उद्योग की सबसे महंगी फिल्म है जिसके प्रदर्शन के लिए इससे बेहतर अन्य कोई मौका नहीं है। लेकिन इस दीवाली पर आमिर खान अमिताभ बच्चन अभिनीत ठग्स ऑफ हिंदोस्तान का प्रदर्शन होने जा रहा है। ऐसे में सवाल उठता है कि क्या दो बेहतरीन अभिनेता एक-दूसरे के सामने आकर अपना ही नुकसान करवाना पसन्द करेंगे।

इसका कारण यह है कि भारत में सिर्फ 5,000 स्क्रीन्स हैं। यदि दो बड़ी फिल्मों का प्रदर्शन होता है तो यह संख्या आपस में बंट जाएगी साथ ही दर्शक भी बंट जाएगा।

अपने जन्म दिन के मौके पर कल आमिर खान ने इस टकराव पर स्पष्ट तौर पर कहा है कि ‘मैं आशा करता हूं कि वो हमारे साथ न आयें वरना हमें परेशानी हो जायेगी। रजनीकांत बहुत ही बड़े स्टार हैं और मैं उनकी बहुत इज्जत करता हूं।’ आमिर खान की बातों से साफ तौर पर लगता है कि वो बिल्कुल भी नहीं चाहते हैं कि 2.0 जैसी बिग बजट फिल्म उनकी ‘ठग्स ऑफ हिंदोस्तान’ के साथ प्रदर्शित हो।

इस बात को उन्होंने कुछ समय पूर्व हिन्दुस्तान टाइम्स को दिए अपने एक साक्षात्कार में भी कहा था। उनका कहना था कि भारत में कुल 5,000 स्क्रीन्स हैं जिसके चलते किसी भी बड़ी फिल्म का प्रोड्यूसर चाहेगा कि उसकी फिल्म को ज्यादा से ज्यादा स्क्रीन्स मिलें। इसलिए अगर ठग्स ऑफ हिन्दोस्तां और 2.0 में क्लैश होता है तो दोनों ही फिल्मों को नुकसान होगा। जहां तक हो सकेगा हम कोशिश करेंगे कि यह भिड़ंत न हो। हालांकि कई बार मौके ऐसे पड़ जाता है कि भिड़ंत को टाल पाना मुश्किल होता है। अब मैं दीवाली पर आ रहा हूं, अगर अभी नहीं आऊंगा तो कब आऊंगा। क्रिसमस पर पहले से ही बड़ी फिल्म आ रही है। मेरी भी मजबूरी है।

ट्रेड पंडितों का कहना है कि इन दोनों फिल्मों के टकराव को टालना ही इण्डस्ट्री के लिए सही रहेगा। अगर दोनों अलग-अलग तिथियों पर प्रदर्शित होती है तो बॉक्स ऑफिस को कम से कम 1000 करोड़ की कमाई होगी और यदि साथ में आती हैं तो कुल मिलाकर 500 करोड़ की कमाई होगी अर्थात् फिल्म उद्योग को 500 करोड़ का भारी नुकसान झेलना पड़ेगा।