आशा नेगी टीवी की दुनिया की मशहूर एक्ट्रेस हैं। उन्हें यहां अपना हुनर दिखाते हुए एक दशक से भी ज्यादा का समय हो चुका है। इस बीच आशा ने अपने संघर्ष के दिनों के बारे में बात करते हुए बताया कि उन दिनों वह एक कास्टिंग काउच की शिकार हुई थीं। आशा ने कहा कि जब मेरे साथ यह घटना हुई, तब मैं करीब महज 20 साल की थी। उस समय कॉर्डिनेटर हुआ करते थे, जो हमें काम दिलाने में मदद करते थे। ऐसे में काम के सिलसिले में मैं एक कॉर्डिनेटर से मिली। उस समय उसने मुझे अकेले में मिलने बुलाया था।
मैं बहुत खुश थी कि मैं उससे मिल रही हूं। फिर हमने टेलीविजन के बारे में बात करना शुरू किया। वह लगभग मेरा ब्रेनवॉश करने की कोशिश कर रहा था कि ऐसा ही होता है और तुम इसी तरह बढ़ोगे। उन्होंने मुझसे कहा कि जितने भी बड़े टीवी एक्टर्स हैं, सभी ने ऐसा किया है। तुम्हें भी हीरोइन बनने के लिए ये सब करना होगा। हालांकि उसने इतना खुलकर कुछ नहीं बोला, लेकिन मैं उसके इरादों को समझ गई थी। इसके बाद मैंने उसे साफ इनकार कर दिया। उस समय मुझे लगा था कि अगर यहां ऐसी चीजें होती हैं, तो मैं इस करिअर में इंटरेस्टेड नहीं हूं।
फिर वो जैसे ही वहां से गया मैंने अपने दोस्तों को कॉल किया और उन्हें सब कुछ बताया, तो मेरे दोस्त ने कहा कि यह सब होता रहता है। ऐसे मेरा शुरुआती एक्सपीरियंस काफी खराब था। बता दें कि आशा का पहला सीरियल साल 2010 में 'सपनों से भरे नैना' था। इसके बाद उन्होंने 'बड़े अच्छे लगते हैं' में एक नेगेटिव रोल किया था और फिर साल 2011 में 'पवित्र रिश्ता' ऑफर हुआ था। उन्होंने रियलिटी शो खतरों के खिलाड़ी में भी हिस्सा लिया था। आशा को आखिरी बार 'हनीमून फोटोग्राफर' में देखा गया। यह 27 सितंबर को जियो सिनेमा पर रिलीज हुई थी।
‘120 बहादुर’ फिल्म में लीड एक्टर हैं फरहान अख्तर, लद्दाख में शूटिंग में हैं बिजीएक्टर और फिल्ममेकर फरहान अख्तर इन दिनों लद्दाख में अपने अपकमिंग प्रोजेक्ट की शूटिंग कर रहे हैं। वे लगातार अपने सोशल मीडिया अकाउंट के माध्यम से फैंस को इसकी अपडेट दे रहे हैं। अब फरहान ने इंस्टाग्राम पर ‘120 बहादुर’ फिल्म के सेट से दो तस्वीरें शेयर की हैं। पहली फोटो में हिमालय का खूबसूरत नजारा दिख रहा है। इसमें कुछ टैंट और बौद्ध धर्म से जुड़े हुए झंडे हैं। फरहान ने कैप्शन लिखा, “एक शांत बेस।” यह उस स्थान के शांत और शांतिपूर्ण माहौल को पूरी तरह से दर्शाता है।
हाल ही में फरहान ने फिल्म का पोस्टर जारी किया था। इसकी टैगलाइन थी, “वो तीन थे...और हम? 120 बहादुर।” फिल्म के बारे में लिखा था, ''उन्होंने जो हासिल किया उसे कभी नहीं भुलाया जा सकेगा। कुमाऊं रेजिमेंट की 13वीं बटालियन के मेजर शैतान सिंह भाटी पीवीसी और उनके सैनिकों की कहानी आपके सामने लाना एक परम सौभाग्य की बात है।
18 नवंबर 1962 को भारत-चीन युद्ध के दौरान लड़ी गई रेजांग ला की लड़ाई हमारे सैनिकों के उल्लेखनीय साहस और वीरता की कहानी है।” फिल्म के डायरेक्टर रजनीश रजी घई हैं। यह मेजर शैतान सिंह भाटी और कुमाऊं रेजिमेंट पर आधारित है। इसमें फरहान राष्ट्रीय नायक की भूमिका में नजर आएंगे जो चीनी आक्रमण के दौरान एक पोस्ट से दूसरी पोस्ट तक पहुंच सैनिकों का उत्साह बढ़ाते हैं।