टीवी की दुनिया की मशहूर एक्ट्रेस आरती सिंह गुरुवार (25 अप्रैल) को विवाह बंधन में बंध गईं। उन्होंने बिजनेसमैन दीपक चौहान के संग सात फेरे लिए। शादी मुंबई के इस्कॉन मंदिर में हुई। कपल ने धूमधाम से शादी रचाई। इस मौके पर कई सितारे शामिल हुए। शेफाली जरीवाला, पारस छाबड़ा, विशाल सिंह, हिंदुस्तानी भाऊ, माहिरा शर्मा, बिपाशा बसु, करण सिंह ग्रोवर, यूविका चौधरी, राजपाल यादव, कपिल शर्मा, अर्चना सिंह जैसे कई स्टार्स ने शादी की रौनक बढ़ाई। साथ ही दीपक की फैमिली के अलावा उनके दोस्त भी बधाई देने पहुंचे।
अब शादी की तस्वीरें और वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहे हैं। बिग बॉस फेम आरती के ब्राइडल लुक की बात करें तो उन्होंने रेड कलर का एक यूनिक लहंगा कैरी किया था। वह लाल जोड़े में कहर बरपा रही थीं। दीपक भी व्हाइट शेरवानी में काफी हैंडसम लग रहे थे। कपल ने शादी के बाद पैपराजी के सामने खूब पोज दिए। उन्होंने पैपराजी को मिठाई भी बांटी।
आरती के चाहने वाले उन्हें जिंदगी की नई पारी की शुरुआत के लिए बधाइयां और शुभकामनाएं दे रहे हैं। भांजी आरती को आर्शीवाद देने के लिए मामा गोविंदा भी पहुंचे। उनके साथ उनका बेटा यशवर्धन था। हालांकि गोविंदा की पत्नी सुनीता और बेटी नजर नहीं आई। गोविंदा काले रंग के बंद गले वाले सूट में बेहद खूबसूरत लग रहे थे। उन्होंने हाथ जोड़कर लोगों का अभिवादन किया।
आरती के शादी के दूसरे समारोहों में गोविंदा ने नहीं की थी शिरकतशादी के बारे में मीडिया से बात करते हुए गोविंदा ने इंस्टेंट बॉलीवुड से कहा कि मैं आरती की सलामती के लिए प्रार्थना करता हूं और भगवान उसे बुरी नजरों से बचाए। उल्लेखनीय है कि गोविंदा, आरती की शादी की अन्य रस्मों में शामिल नहीं हुए थे। आरती ने हल्दी, मेहंदी, संगीत जैसे सभी समारोहों की फोटो अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर डाली थी और उनमें किसी में भी गोविंदा नहीं दिखे। ऐसे में लगने लगा था कि गोविंदा शादी में भी पहुंचेंगे या नहीं।
खास बात ये है कि गोविंदा के भांजे और आरती के भाई कॉमेडियन कृष्णा अभिषेक की पत्नी कश्मीरा शाह ने वादे के मुताबिक गोविंदा के पैर छूकर उनका स्वागत किया। गोविंदा के आने पर कृष्णा ने कहा कि आज देखो सब खुश हैं, हम खुश हैं और मीडिया भी खुश है। कश्मीरा ने कहा कि गोविंदा ने मेरे दोनों बच्चों को भी आशीर्वाद दिया। मैं इस बात से बहुत-बहुत खुश हूं। बता दें कि गोविंदा और कृष्णा में लंबे समय से ठनी हुई है। मतभेद का स्पष्ट कारण आज तक सामने नहीं आया।