मौत आने से पहले देने लगती हैं संकेत, शिवपुराण में दी गई हैं इसकी जानकारी

हिन्दू धर्म में वेदों और ग्रंथों का विशेष महत्व माना गया हैं जिनमें बताई गई बातें हमारे जीवन से जुड़ी होती हैं। सभी को अपनी मौत को लेकर हमेशा चिंता रहती हैं जो कि किसी समय भी आ सकती हैं और ग्रंथों में मौत से जुड़ी भी कई बताई गई हैं। आज इस कड़ी में हम आपको शिवपुराण में मौत से जुड़ी दी गई जानकारी के बारे में बताने जा रहे हैं जो मौत आने से पहले के संकेत के बारे में बताती हैं। जी हां, इन संकेतों को जान समय रहते सतर्क हुआ जा सकता हैं। तो आइये जानते हैं मौत आने से पहले मिलने वाले संकेतों के बारे में।

दिखनी बंद हो जाए परछाई

श‍िवपुराण के अनुसार जब किसी व्यक्ति को पानी, तेल, घी और कांच में अपनी परछाई न दिखाई दे तो सतर्क हो जाएं। मान्‍यता है क‍ि ऐसे जातकों को मृत्‍यु यह संकेत 6 माह पहले से देने लगती है। इसके अलावा अगर किसी को अपनी परछाई बिना सिर के दिखाई दे तो ऐसे जातकों की मृत्यु 6 माह के अंदर हो सकती है।

ठीक से न दिखाई दे रोशनी

श‍िवपुराण के अनुसार अगर क‍िसी जातक को आग की रोशनी ठीक से न दिखाई न दे और चारों ओर काला अंधेरा दिखाई देने लगे। तो ऐसे जातकों की मृत्यु 6 महीने के अंदर हो सकती है। वहीं, ऐसे जातक ज‍िन्‍हें अचानक नीली मक्खियां घेर लें तो हो सकता है उस जातक की आयु लगभग एक महीना ही बची हो। ऐसे संकेत द‍िखे तो जातकों को सतर्क हो जाना चाह‍िए।

सिर पर बैठे गिद्ध या कौवा

श‍िवपुराण के अनुसार जिस मनुष्य के सिर पर गिद्ध, कौआ या कबूतर आकर बैठ जाए या गिद्ध और कौवे घेर लें तो ऐसे जातकों की मृत्यु लगभग एक महीने के अंदर हो सकती है। वहीं ऐसे जातक जि‍न्‍हें सूर्य और चंद्रमा तो साफ द‍िखाई दें लेक‍िन द‍िशाओं का भ्रम रहे। तो कहते हैं क‍ि ऐसे जातकों की मृत्‍यु 6 माह में हो सकती है।

सूर्य और चंद्रमा दिखने लगे ऐसे

श‍िवपुराण के अनुसार अगर क‍िसी जातक को चंद्रमा व सूर्य के आस-पास काला या लाल घेरा दिखाई देने लगे तो उनकी मृत्यु लगभग 15 दिन के अंदर हो सकती है। वहीं, अगर क‍िसी जातक को चंद्रमा और तारे ठीक द‍िखाई न दें या फ‍िर स्‍पष्‍ट न द‍िखाई दें तो उनकी मृत्यु एक महीने में हो सकती है।

(Disclaimer: इस लेख में दी गई जानकारियां और सूचनाएं सामान्य मान्यताओं पर आधारित हैं। lifeberrys हिंदी इनकी पुष्टि नहीं करता है। इन पर अमल करने से पहले विशेषज्ञ से संपर्क जरुर करें।)