उग्र हुए किसान, पुलिस के साथ झड़प में कई घायल, अखिलेश यादव और केजरीवाल बोले- यह गलत है, हम किसानों के साथ

By: Priyanka Maheshwari Tue, 02 Oct 2018 12:21:45

उग्र हुए किसान, पुलिस के साथ झड़प में कई घायल, अखिलेश यादव और केजरीवाल बोले- यह गलत है, हम किसानों के साथ

कर्ज माफी और बिजली के दाम घटाने जैसी मांगों को लेकर किसान क्रांति पदयात्रा में शामिल किसानों ने 23 सितंबर को हरिद्वार से दिल्ली के लिए कूच किया था। ये किसान मंगलवार को गांधी जयंती पर राजघाट से संसद तक विरोध मार्च करने की तैयारी में हैं। किसानों को दिल्ली पहुंचने से रोकने के लिए यूपी से दिल्ली में प्रवेश करने के सभी रास्तों को बंद कर दिया, इसके बावजूद हजारों किसान बैरिकेडिंग तोड़कर दिल्ली में घुस गए हैं। हालांकि पुलिस इन्हें रोकने के लिए पानी की बौछारों और आंसू गैस के गोलों का इस्तेमाल कर रही है। वही राजघाट और संसद के आस-पास भी सुरक्षा बढ़ा दी गई है। भारतीय किसान यूनियन के बैनर तले किसानों की इस यात्रा को देखते हुए दिल्ली की सभी सीमाओं को सील कर दिया गया है। जगह-जगह नाकेबंदी की गई है। कई इलाक़ों में धारा 144 लगा दी गई है। दिल्ली ट्रैफ़िक पुलिस ने एडवाइज़री भी जारी की है, जिसमें कई इलाक़ों में जाने से बचने की सलाह दी गई है। किसान क्रांति यात्रा के मद्देनज़र पूर्वी और उत्तर पूर्वी दिल्ली में कई जगहों पर धारा 144 लागू कर दी गई है यानी 5 से ज़्यादा लोगों के एक साथ खड़े होने पर पाबंदी है। बता दे यह ये पदयात्रा पूरा कर्ज माफ करने, स्वामीनाथन आयोग की रिपोर्ट को लागू करने, बिजली की बढ़ी दरें वापस लेने और 10 साल पुराने डीजल के वाहनों पर पाबंदी जैसे फरमान वापस लेने की मांगों के समर्थन में निकाली जा रही है।

- अखिलेश यादव ने कहा कि सरकार किसानों से किए वादे करने में नाकाम रही, जाहिर वे विरोध करेंगे, हम किसानों के साथ हैं

- दिल्‍ली के मुख्‍यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि किसानों को दिल्ली में घुसने से क्यों रोका जा रहा है, यह गलत है, हम किसानों के साथ हैं

- यूपी बॉर्डर पर पुलिस और किसानों के बीच हुई झड़प में कई किसान घायल हो गए हैं.

- किसानों को रोकने के लिए सुरक्षाबलों ने वाटर कैनन के साथ साथ आंसू गैस के गोले छोड़े हैं लेकिन किसान पीछे हटने को तैयार नहीं

- यूपी गेट पर किसानों ने सुरक्षा का पहला घेरा तोड़ा लेकिन सुरक्षाबलों ने दूसरे घेरे पर रोका

- भारतीय किसान संघ के अध्यक्ष नरेश टिकैत ने कहा कि हमें यहां क्यों रोक दिया गया है (यूपी-दिल्ली सीमा पर)? रैली एक अनुशासित तरीके से आगे बढ़ रही थी. अगर हम अपनी सरकार को हमारी समस्याओं के बारे में नहीं बता सकते तो हम किससे कहेंगे? क्या हम पाकिस्तान या बांग्लादेश जाए?

- भारतीय किसान यूनियन के बैनर तले किसान क्रांति पदयात्रा चल रही है.

- किसान क्रांति यात्रा के लिए देश के अलग-अलग हिस्सों से बड़ी तादाद में गाजियाबाद पहुंचे किसानों को दिल्ली में एंट्री नहीं दी गई है

- दिल्ली आ रहे हज़ारों किसानों को यूपी गेट पर रोक दिया गया है। गाज़ीपुर और महाराजपुर बॉर्डर को सील कर दिया गया है। भारी तादाद में पुलिस की तैनाती की गई है।

किसान पदयात्रा से चरमराई शहर की यातायात व्यवस्था

हरिद्वार से दिल्ली के लिए निकली किसान क्रांति पदयात्रा का असर नोएडा की सड़कों पर भी दिखाई दिया। किसानों के जत्थे सोमवार शाम एनएच-24 के रास्ते दिल्ली बॉर्डर पर पहुंचने शुरू हो गए। इसके चलते एनएच-24 पर शाम पांच से रात 9 बजे तक जाम की स्थिति बन गई। गाजियाबाद से दिल्ली जाने वाले लोगों ने जाम से बचने के लिए नोएडा का विकल्प आजमाया। नोएडा की सड़कों पर भी वाहनों का दबाव बढ़ने से देर शाम तक जाम जैसे हालात रहे।

एसपी ट्रैफिक अनिल झा ने बताया कि, सोमवार शाम घंटे-दो घंटे के लिए मॉडल टाउन और एनआईबी से नोएडा को जोड़ने वाली सड़क के अलावा, लेबर चौक, सेक्टर-57 चौराहा, सेक्टर-12/22 तिराहा, झुंडपुरा तिराहे पर वाहनों का दबाव बढ़ गया। यातायात व्यवस्था सुचारु रखने के लिए ट्रैफिक पुलिसकर्मियों की ड्यूटी लगाई गई थी। हालांकि, दो अक्तूबर को अवकाश होने के कारण जाम जैसे हालात पैदा होने की संभावना नहीं है, लेकिन ट्रैफिक पुलिस ने अपने स्तर पर पूरी तैयारी कर रखी है।

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