क्या देखा है ऐसा प्रधानमंत्री, जिसका एक भाई ऑटो चलाता हैं और दूसरा किराने की दुकान चलाता है : बिप्लब देब
By: Priyanka Maheshwari Mon, 01 Oct 2018 1:37:28
अपने विवादास्पद बयानों से हमेशा सुर्ख़ियों में रहने वाले त्रिपुरा के मुख्यमंत्री बिप्लब देब ने अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के परिवार को लेकर नया दावा किया है। देब ने कहा है कि प्रधानमंत्री मोदी का एक भाई ऑटो चलाता है और दूसरा किराना की दुकान चलाता है। उन्होंने शनिवार को अगरतला में 'सर्जिकल स्ट्राइक' की सालगिरह पर आयोजित पराक्रम पर्व के कार्यक्रम में कहा, ''पीएम मोदी की एक बूढ़ी मां है, लेकिन वे उनको पीएम हाउस में अपने साथ नहीं रखते हैं। उनके एक भाई अभी भी ऑटो चलाते हैं।''
बिप्लब देब ने कहा , ''वे (पीएम मोदी) चार साल से देश के प्रधानमंत्री हैं और इससे पहले वे 13 साल तक गुजरात के मुख्यमंत्री थे, लेकिन फिर भी उनके भाइयों में से एक की किराने की दुकान है जबकि दूसरे भाई एक ऑटो चलाते हैं। उनकी मां अभी भी 10X12 के घर में रहती हैं। क्या इस तरह का दुनिया में कोई अन्य प्रधानमंत्री है?''
बिप्लब देब सर्जिकल स्ट्राइक की दूसरी वर्षगांठ पर मनाए जा रहे पराक्रम पर्व पर अगरतला में कई शहीदों के परिवार वालों से मिलने पहुंचे जहां वह लोगों से बात भी की। एक सभा में बातचीत के दौरान वह बंगाली में बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी की मां बूढ़ी है लेकिन प्रधानमंत्री उन्हें भी अपने साथ नहीं रखते हैं। उनका एक भाई है जो ऑटो चलाता है।
प्रधानमंत्री मोदी की तारीफ करते हुए देब ने कहा- आपने कभी ऐसा प्रधानमंत्री देखा है जिसका परिवार आज भी पुराने हालात में ही जीवन यापन करने पर मजबूर है। क्या कोई प्रधानमंत्री इस तरह से काम करता है। उन्होंने कहा कि वह खुद भी एक गरीब परिवार से आते हैं और उनका खुद से वादा है कि वह आने वाले तीन सालों में त्रिपुरा को एक मॉडल राज्य बना कर रहेंगे। पराक्रम पर्व के मौके पर बिप्लब देब ने कई शहीदों के परिवार वालों से भी मुलाकात की।
त्रिपुरा के मुख्यमंत्री विप्लब कुमार देब अपने दावों को लेकर चर्चा में रह चुके हैं। देब दावा कर चुके हैं कि महाभारत काल में इंटरनेट था। बिप्लब देब ने कहा था, ''यह वो देश है जिसमें महाभारत में संजय ने धृतराष्ट्र को युद्ध में क्या हो रहा था सब बताया। इसका मतलब है कि उस समय इंटरनेट था, सैटेलाइट थी, टेक्नोलॉजी थी। उस जमाने में इस देश में वो तकनीक थी।'' बिप्लब देब ने एक कार्यक्रम में कहा कि रविंद्रनाथ टैगोर ने ब्रिटिश सत्ता के विरोध में नोबेल पुरस्कार वापस कर दिया था। इस बयान के बाद बिप्लब देब के ज्ञान पर सवाल उठ रहे हैं। सच्चाई ये है कि नोबेल पुरस्कार से सम्मानित कवि, उपन्यासकार, नाटककार, चित्रकार, और दार्शनिक रवींद्रनाथ टैगोर ने जलियांवाला बाग कांड के खिलाफ ब्रिटिश सरकार का दिया नाइटहुड सम्मान वापस किया था न कि नोबेल।
#सर्जिकल स्ट्राइक दिवस के वर्षगांठ पर आयोजित #पराक्रमपर्व के तहत, वीर चक्र से सम्मानित शहीद रबी देबबर्मा के पैतृक निवास पहुंच कर उनके परिवार के लोगों का दुख-दर्द समझने का प्रयास किया. और उपस्थित जन समूह के समक्ष देश के लिए किए गए देब बर्मा के योगदान को याद किया. #ParakramParv pic.twitter.com/JGCwJz1ivd
— Biplab Kumar Deb (@BjpBiplab) September 29, 2018