सुप्रीम कोर्ट का बड़ा फैसला, अयोध्या मामले पर होगी मध्यस्थता, पूर्व जस्टिस खलीफुल्ला, रविशंकर और श्रीराम पांचू का पैनल गठित

By: Pinki Fri, 08 Mar 2019 12:12:10

सुप्रीम कोर्ट का बड़ा फैसला, अयोध्या मामले पर होगी मध्यस्थता, पूर्व जस्टिस खलीफुल्ला, रविशंकर और श्रीराम पांचू का पैनल गठित

सुप्रीम कोर्ट ने अयोध्‍या मामले में बड़ा फैसला सुनाते हुए मध्‍यस्‍थता के आदेश दे दिए हैं। शुक्रवार को सुप्रीम कोर्ट के पांच जजों की संवैधानिक बेंच ने राम जन्मभूमि-बाबरी मस्जिद जमीन विवाद के सर्वमान्य समाधान के लिए यह बड़ा फैसला दिया। मध्‍यस्‍थों में तीन सदस्‍यों को शामिल किया गया है। मध्‍यस्‍थता बोर्ड के सदस्‍यों में श्रीश्री रविशंकर के साथ ही श्रीराम पांचू को भी शामिल किया गया है। सुप्रीम कोर्ट के रिटायर्ड जज जस्टिस एफएम कलीफुल्ला इस पैनल के चेयरमैन होंगे। खास बात यह है कि मध्यस्थता के जरिए मामले को सुलझाने की प्रक्रिया 4 हफ्ते में शुरू हो जाएगी और 8 हफ्ते में पूरी हो जाएगी। हालांकि माना जा रहा है कि इस संबंध में कार्यवाही एक हफ्ते में ही शुरू हो सकती है। इसके साथ ही कोर्ट ने फैजाबाद में ही मध्यस्थता को लेकर बातचीत करने के निर्देश दिए हैं। जब तक बातचीत का सिलसिला चलेगा, पूरी बातचीत गोपनीय रखी जाएगी। सुप्रीम कोर्ट ने साफ कहा है कि पैनल में शामिल लोग या संबंधित पक्ष कोई जानकारी नहीं देंगे। इसको लेकर मीडिया रिपोर्टिंग पर भी पाबंदी लगा दी गई है। सुप्रीम कोर्ट ने कहा है कि अगर जरूरी हुआ तो मध्यस्थ पैनल में किसी और को भी शामिल कर सकते हैं। कोर्ट ने उत्तर प्रदेश सरकार से फैजाबाद में मध्यस्थों को सभी सुविधाएं प्रदान करने का आदेश दिया है। इसके साथ ही अगर जरूरी हुआ तो मध्यस्थ आगे कानूनी सहायता भी ले सकते हैं।

- सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर श्रीश्री रविशंकर ने ट्वीट किया है कि सबका सम्मान करना, सपनों को साकार करना, सदियों के संघर्ष का सुखांत करना और समाज में समरसता बनाए रखना - इस लक्ष्य की ओर सबको चलना है।

- सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर केंद्रीय मंत्री सत्यपाल सिंह ने कहा है कि इस फैसले को हम बहुत ही अच्छी तरीके से देख रहे हैं। ये स्वागत योग्य फैसला है, इससे बड़ी खुशी की क्या बात होगी कि हम लोग समझौता कर सकें। लोगों की इच्छा यही है कि जल्द से जल्द भगवान राम का मंदिर बने।

- महंत धर्मदास ने सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर खुशी जाहिर की है कि हम खुश है की कोर्ट भी चाहता है कि इस मामले में जल्‍द से जल्‍द फैसला हो। सुप्रीम कोर्ट का फैसला स्वागत योग्य है। हम चाहते हैं कि आज से प्रक्रिया शुरू कर दी जाए।

- जामा मस्जिद की ओर से पक्षकार हाजी महमूद ने कहा है कि अच्छी बात है मसले का जल्दी हल हो बेहतर है। इस मसले को जल्‍द से जल्‍द हल कर लिया जाए तो बेहतर होगा। नेशनल कांफ्रेंस के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला ने कहा है कि सुप्रीम कोर्ट का फैसला ही फाइनल है।

- निर्मोही अखाड़े के महंत रामचंद्र आचार्य ने इसे शांति का मार्ग बताया है। उन्‍होंने कहा कि भाईचारे के जरिए ये काम हो तो अच्छा होगा। हम निष्पक्ष रुप से निर्णय करेंगे, हम बिल्कुल सही ओर जा रहे हैं।

गौरतलब है कि बुधवार को सुप्रीम कोर्ट की 5 सदस्यीय बेंच ने सभी पक्षों की दलील सुनने के बाद मध्यस्थता के लिए नाम सुझाने को कहा था। सुनवाई के दौरान जस्टिस बोबडे ने कहा है कि इस मामले में मध्यस्थता के लिए एक पैनल का गठन होना चाहिए।

हम WhatsApp पर हैं। नवीनतम समाचार अपडेट पाने के लिए हमारे चैनल से जुड़ें... https://whatsapp.com/channel/0029Va4Cm0aEquiJSIeUiN2i
पढ़ें Hindi News ऑनलाइन lifeberrys हिंदी की वेबसाइट पर। जानिए देश-विदेश और अपने प्रदेश से जुड़ीNews in Hindi

Home | About | Contact | Disclaimer| Privacy Policy

| | |

Copyright © 2024 lifeberrys.com