अमेरिका और ईरान के बीच तनाव : क्रूड ऑयल की कीमत में आया 5% का उछाल, भारत ने जताई चिंता
By: Pinki Sat, 22 June 2019 11:21:04
ईरान द्वारा अमेरिकी ड्रोन को मार गिराए जाने से जुड़े घटनाक्रमों के कारण गुरुवार को ब्रेंट कच्चे तेल की कीमत में 5 प्रतिशत का उछाल दर्ज किया गया है, जो जनवरी के बाद से सर्वाधिक है। भारत ने तेल की कीमतों में बढ़ोतरी पर चिंता जाहिर करते हुए ओपेक के मुख्य सदस्य देश सऊदी अरब को तेल की कीमतों को काबू में रखने के लिए सक्रिय भूमिका निभाने के लिए कहा है। पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने सऊदी के पेट्रोलियम मंत्री खालिद अल फलीह से हालात पर चर्चा भी की। गौरतलब है कि होर्मुज जलडमरू मध्य पर ईरानी बलों द्वारा अमेरिकी नौसेना के एक ड्रोन को गिराए जाने के बाद अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा ईरान के खिलाफ कड़ा रुख अख्तियार करने के बाद क्षेत्र में तनाव की स्थिति है। फिलहाल, ब्रेंट कच्चे तेल की कीमत फिलहाल 65 डॉलर प्रति बैरल के स्तर पर है। बता दे, भारत अपनी पेट्रोलियम जरूरतों के लिए बहुत हद तक आयात पर निर्भर है और क्रूड की कीमतों में बढ़ोतरी आर्थिक चुनौतियों को बढ़ा सकती है। जून की शुरुआत में अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतें सीमित दायरे में रही। इस कारण भारत में भी कीमतों में कमी का रुख देखने को मिला, हालांकि अब कीमतों पर फिर दबाव बढ़ रहा है।
Had a telephonic conversation with HE @Khalid_AlFalih, Min. Of Energy, Industry & Mineral Resources, Saudi Arabia and discussed about further strengthening cooperation in hydrocarbon sector to enhance strategic partnership that exists between India 🇮🇳 and 🇸🇦 Saudi Arabia.
— Dharmendra Pradhan (@dpradhanbjp) June 21, 2019
कीमतों में उतार-चढ़ाव को लेकर बातचीत हुई
पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने ट्वीट किया, 'होर्मुज जलडमरू मध्य की घटना चिंता की बात है जिससे जिससे तेल की कीमतों में बढ़ोतरी हो रही है।' उन्होंने तेल की कीमतों में उतार-चढ़ाव को लेकर भारतीय ग्राहकों की संवेदनशीलता का जिक्र किया। उन्होंने लिखा, 'सऊदी अरब के ऊर्जा, उद्योग और खनिज संसाधन मंत्री खालिद अल फलीह से फोन पर बात हुई। भारत और सऊदी अरब के बीच रणनीतिक साझेदारी को और मजबूत बनाने के लिए हाइड्रोकार्बन क्षेत्र में सहयोग को और बढ़ाने पर चर्चा हुई।'