दिल्ली : बीजेपी के खिलाफ आज विपक्ष की महाबैठक, करीब बीस पार्टियां लेगी हिस्सा
By: Priyanka Maheshwari Mon, 10 Dec 2018 09:01:16
आज दिल्ली में विपक्ष की बड़ी बैठक होने जा रही है जिसमें करीब बीस पार्टियां हिस्सा लेगी। आगामी लोकसभा चुनाव 2019 में बीजेपी का मुकाबला करने के लिए एक महागठबंधन पर चर्चा करने के वास्ते सोमवार को दिल्ली में शीर्ष विपक्षी नेताओं की बैठक होगी। बैठक में नेता किसानों की स्थिति, राफेल सौदे से लेकर जांच एजेंसियों के मुद्दे पर चर्चा करेंगे और मोदी सरकार को घेरेंगे। यह बैठक इसलिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि यह बैठक मध्य प्रदेश,छत्तीसगढ़, राजस्थान, तेलंगाना और मिजोरम विधानसभा चुनाव के परिणामों की घोषणा और संसद का शीतकालीन सत्र शुरू होने से एक दिन पहले होगी। तेदेपा प्रमुख और आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन चन्द्रबाबू नायडू बैठक का समन्वय कर रहे है। उन्होंने सभी गैर-बीजेपी दलों के नेताओं को आमंत्रित किया है।
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी, आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, आरजेडी नेता तेजस्वी यादव, सीपीएम नेता सीताराम येचुरी, जेडीएस नेता एच डी देवगौड़ा सरीखे नेता बैठक में मौजूद रहेंगे। गौरतलब है कि आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री और तेलगु देशम पार्टी के नेता चंद्रबाबू नायडू की पहल पर ये बैठक हो रही है। नायडू के नजदीकी सूत्र के मुताबिक नायडू ने खुद फोन कर नेताओं को बैठक में आने का आग्रह भी किया है। हालांकि जानकारी के मुताबिक समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव और बीएसपी सुप्रीमो मायावती बैठक में नहीं आएंगे। साझा विपक्ष की कोशिशों में जुटे चंद्रबाबू नायडू ने अपनी मुहिम को "लोकतंत्र बचाओ, देश बचाओ" नाम दिया है। हालांकि इन पार्टियों के प्रतिनिधि बैठक में मौजूद रह सकते हैं। एक सूत्र ने कहा,'बैठक का मुख्य एजेंडा एक गैर-बीजेपी मोर्चा बनाने के लिए भविष्य की कार्रवाई तय करना है।' सूत्रों ने बताया कि संसद भवन में होने वाली बैठक के दौरान विपक्षी दल सरकारी विधेयकों और राफेल सौदे तथा किसानों से संबंधित मुद्दों पर अपने रूख पर चर्चा कर सकते हैं । उन्होंने बताया कि न केवल गैर-बीजेपी दलों के प्रमुखों बल्कि केरल,पंजाब और पुडुचेरी के मुख्यमंत्रियों को भी बैठक के लिए आमंत्रित किया गया है। आरबीआई जैसी संस्थाओं में सरकार की कथित दखलंदाजी पर नेता अपनी बात रखेंगे। साथ ही नोटबन्दी और जीएसटी को लेकर भी सरकार को घेरेंगे।
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के प्रमुख शरद पवार, तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) की प्रमुख ममता बनर्जी, नेशनल कांफ्रेंस (नेकां) के प्रमुख फारूक अब्दुल्ला, मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के महासचिव सीताराम येचुरी और भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा) के महासचिव एस सुधाकर रेड्डी के भी बैठक में भाग लेने की उम्मीद है।
द्रविड़ मुनेत्र कषगम (द्रमुक) के अध्यक्ष एम के स्टालिन, आम आदमी पार्टी (आप) के संयोजक अरविंद केजरीवाल, राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के नेता तेजस्वी यादव और लोकतांत्रिक जनता दल (एलजेडी) के नेता शरद यादव भी उन लोगों में शामिल हैं जो इस बैठक में भाग ले सकते है। सपा के एक सूत्र ने बताया कि समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष अखिलेश यादव के भी इस बैठक में शामिल होने की संभावना है लेकिन यदि वह किसी कारणवश नहीं शामिल हो पाये तो पार्टी के वरिष्ठ नेता राम गोपाल यादव बैठक में मौजूद रहेंगे।
एनसीपी नेता डी पी त्रिपाठी ने कहा,'महंगाई, नोटबंदी और जीएसटी के दुष्प्रभाव, बेरोजगारी आदि बैठक के एजेंडे में होंगे।' आप नेताओं ने नायडू द्वारा बुलाई गई विपक्ष की बैठक में पार्टी की भागीदारी की पुष्टि की। इससे पूर्व 22 नवम्बर को बैठक किये जाने की योजना थी लेकिन पांच राज्यों के विधानसभा चुनावों के कारण इसे टाल दिया गया था।
वहीं बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने विपक्षी दलों की नयी दिल्ली में प्रस्तावित बैठक का रविवार को उपहास उड़ाते हुए कहा कि नरेंद्र मोदी सरकार को हटाने के बारे में सोचने से पहले उन्हें प्रधानमंत्री पद का कोई उम्मीदवार घोषित करना चाहिए।
उन्होंने कहा, 'यह देखना वास्तव में अच्छा लगता है कि विपक्षी पार्टियां हमारे खिलाफ गठबंधन का प्रयास कर रही हैं। लेकिन, पहले उन्हें प्रधानमंत्री पद का अपना उम्मीदवार घोषित करने दीजिए, उसके बाद उन्हें हमसे मुकाबला करने और हटाने के बारे में सोचना चाहिए।' उन्होंने कहा, 'हमारे पास प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हैं, प्रधानमंत्री पद के लिए उनके उम्मीदवार कौन हैं?'