US में बसी भारतीय पत्रकार ने एमजे अकबर पर लगाया रेप का आरोप
By: Priyanka Maheshwari Fri, 02 Nov 2018 11:56:42
#MeToo कैंपेन के तहत 20 से ज्यादा महिलाओं की ओर से लगाए गए यौन उत्पीड़न के आरोपों के बाद अब बीजेपी सांसद एम जे अकबर पर अमेरिका में रहने वाली एक भारतीय मूल की पत्रकार ने रेप का आरोप लगाया है। पल्लवी गोगई नाम की ये पत्रकार नेशनल पब्लिक रेडियो (NPR) में चीफ बिजनेस रिपोर्टर हैं। उन्होंने इस पूरी घटना का जिक्र वॉशिगटन पोस्ट अखबार में एक कॉलम के द्वारा दी है। हालांकि एमजे अकबर के वकील ने इन आरोपों को झूठा करार दिया है।
पल्लवी गोगई ने लिखा है कि एमजे अकबर एक शानदार पत्रकार थे लेकिन एशियन एज अखबार में एडिटर अन चीफ रहते हुए उन्होंने अपने अपने पद का दुरुपयोग किया। गोगई ने जब एशियन एज में नौकरी शुरू की थी तब उनकी उम्र सिर्फ 22 साल थी।
वॉशिंगटन पोस्ट में प्रकाशित पल्लवी गोगोई के बयान के मुताबिक जयपुर के एक होटल में अकबर खबर पर चर्चा के लिए पल्लवी के साथ थे। जहां होटल के कमरे में उन्होंने पल्लवी का रेप किया। दोनों के बीच काफी हाथपाई हुई लेकिन पल्लवी लिखती हैं, 'मैंने काफी संघर्ष किया, लेकिन वो शारीरिक तौर पर मुझसे ज्यादा ताकतवर थे। उन्होंने मेरे कपड़े फाड़ दिए और मेरा रेप किया।' पल्लवी गोगोई ने बताया कि पुलिस में शिकायत करने के बजाय मुझे ज्यादा जिल्लत महसूस हो रही थी। मैंने इस बारे में किसी को भी नहीं बताया, क्या कोई मेरी बात पर भरोसा करता? मैंने खुद को ही दोषी मान लिया, मैं होटल के कमरे में गई ही क्यों थी?
पल्लवी ने लिखा है, ''मैं उनकी भाषा शैली से काफी प्रभावित थी। मैं सोचती थी की काश मैं भी ऐसा लिखूं। लिहाजा मैं उनका काफी सम्मान करती थी। ऐसे में उनकी गालियों को भी मैं सह लेती थी।''
इससे पहले साल 1994 की एक अन्य घटना का जिक्र करते हुए पल्लवी ने कहा, 'मैं उनके ऑफिस गई थी और कमरे का दरवाजा बंद था। मैंने उन्हें ओ-पेड पेज दिखाया और बताया कि कैसे इसकी हेडलाइन्स और रोचक बनाई हैं। अकबर ने मेरी कोशिश की तारीफ की और तुरंत मुझे किस करने के लिए लपके। इसके बाद मेरे चेहरा शर्म से लाल हो गया, मैंने अपनी एक सहयोगी को इस पूरे घटना के बारे में बताया।'
पल्लवी ने कहा कि अब से 2 हफ्ते पहले अकबर विदेश राज्य मंत्री के पद से इस्तीफा दे चुके हैं। उन्होंने अन्य महिला पत्रकारों की ओर से लगाए गए सभी आरोपों को बेबुनियाद बताया और एक शिकायतकर्ता के खिलाफ कोर्ट चले गए। इससे मुझे हैरानी नहीं हुई, वो अपने 'सच' को गढ़ने में लगे हैं। मुझे आज बोलकर कुछ हासिल होने वाला नहीं है। लेकिन ये हृदय विदारक था और करीबी लोग मेरा दर्द समझेंगे।
पल्लवी ने बताया कि वो आज उन महिलाओं के समर्थन के लिए लिख रही हैं जिन्होंने अपने सच को बयां किया। साथ ही अपनी जवान बेटी और बेटे के लिए, ताकि जब कोई उन्हें शिकार बनाए तो वो लड़े सकें और कभी विक्टिम न बने। वो जान सकें कि 23 साल पहले मेरे साथ क्या हुआ था, मैं ऐसे बुरे वक्त से होकर गुजरीं हूं और अब मैं उससे आगे बढ़ रही हूं।
Those before me have given me the courage to reach into the recesses of my mind and confront the monster that I escaped from decades ago. Together, our voices tell a different truth @TushitaPatel @SuparnaSharma @priyaramani @ghazalawahab
— Pallavi Gogoi (@pgogoi) November 1, 2018
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