अगर महाराष्ट्र में कोई भी दल नहीं बना पाता सरकार तो राज्यपाल के पास खुले है ये 4 रास्ते
By: Pinki Sun, 10 Nov 2019 10:45:29
महाराष्ट्र में राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने शनिवार को विधानसभा चुनाव में सबसे बड़े दल भाजपा को सरकार बनाने का न्योता दिया। लेकिन अगर महाराष्ट्र में कोई भी दल सरकार बनाने में कामयाब नहीं होता है तो फिलहाल विकल्प के तौर पर राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी के पास 4 रास्ते ही नजर आ रहे हैं।
- राज्यपाल मौजूदा के सीएम को कार्यवाहक के तौर पर काम करने के लिए कह सकते हैं जब तक कोई नया सीएम न बन जाए क्योंकि ऐसा कोई जरूरी नहीं है कि विधानसभा का कार्यकाल समाप्त हो जाने पर मुख्यमंत्री का भी कार्यकाल समाप्त हो जाए।
- सबसे बड़ी पार्टी (बीजेपी 105 सीटें) के नेता को सीएम नियुक्त कर बाद में उसे बहुमत साबित करने के लिए कह सकते हैं। हालांकि इस समय जो हालात हैं उससे लग रहा है कि किसी भी पार्टी के लिए बहुमत साबित करना नामुमकिन हैं।
- राज्यपाल विधानसभा से अपने नेता का चुनाव करने के लिए कह सकते हैं। उत्तर प्रदेश में साल 1998 में ऐसा हो चुका है।
- अगर ऊपर की तीन कवायद के बाद भी कोई रास्ता नहीं निकलता है तो राष्ट्रपति शासन लग सकता है।
ऐसे हो सकती है बीजेपी की राह आसान
288 सदस्यीय विधानसभा में भाजपा के पास 105 विधायक हैं। अगर भाजपा 29 निर्दलीय विधायकों को अपने साथ कर लेती है, तो उसका संख्या बल 134 का हो जाता है। ऐसे में पार्टी बहुमत के आंकड़े से 11 सीट दूर रह जाएगी। इस स्थिति में फ्लोर टेस्ट के वक्त विधानसभा से दूसरी पार्टियों के 21 विधायक अनुपस्थित रहें तो भाजपा सदन में बहुमत साबित कर लेगी। 21 विधायकों की अनुपस्थिति की स्थिति में सदन की सदस्य संख्या 267 हो जाएगी और बहुमत का जरूरी आंकड़ा 134 का हो जाएगा। ये आंकड़ा भाजपा 29 निर्दलियों की मदद से जुटा सकती है। बहुमत के लिए 145 का आंकड़ा जरूरी है।