पीएम मोदी ने कांग्रेस से पूछा - 1984 दंगों के शिकार लोगों को कौन न्याय दिलाएगा?
By: Pinki Sat, 13 Apr 2019 1:32:55
लोकसभा चुनाव 2019 के पहले चरण की वोटिंग हो चुकी है अब सभी राजनेतिक पार्टियों की नजरे 18 अप्रैल को होने वाले दूसरे चरण की वोटिंग पर है। ऐसे में बीजेपी, कांग्रेस समेत सभी राजनीतिक दल प्रचार अभियान में जुटे हैं। इसी कड़ी में शनिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राहुल गांधी कर्नाटक के दौरे पर हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तमिलनाडु के थेनी में एआईएडीएमके के साथ साझा रैली को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा, 'आज भारत दुनिया में तेजी से अपनी जगह बना रहा है, लेकिन कांग्रेस-डीएमके और उनके महामिलावटी दोस्त इसे स्वीकार नहीं कर पा रहे हैं। इसलिए वे मुझसे नाराज है।'
कांग्रेस की महत्वाकांक्षी 'न्याय' स्कीम पर प्रहार करते हुए पीएम मोदी ने कहा- मैं कांग्रेस से पूछना चाहता हूं कि 1984 दंगों के शिकार लोगों को कौन न्याय दिलाएगा? भोपाल गैस कांड के पीड़ितों को कौन न्याय दिलाएगा।' पीएम मोदी बोले- कुछ दिन पहले डीएमके सुप्रीमो ने 'नामदार' को पीएम उम्मीदवार के रूप में पेश किया था, कोई भी इसे स्वीकार करने के लिए तैयार नहीं था, यहां तक कि उनके 'महामिलावटी' दोस्त भी नहीं, क्यों? क्योंकि वे सभी पीएम बनने और इस पद का सपना देखने की कतार में हैं।
Prime Minister Narendra Modi in Theni, Tamil Nadu: Some days ago DMK Supremo projected the 'naamdar' as the PM candidate when no one was ready to accept it, not even their 'mahamilawati' friends, Why? Because they all are in the line to be PM and dream of the post. pic.twitter.com/8qptPjtZi6
— ANI (@ANI) April 13, 2019
PM Modi: Who will do Nyay to governments of the great MGR Ji, which were dismissed by Congress just because one family didn't like those leaders? Who will do Nyay to victims of Bhopal Gas Tragedy, among the worst environment disasters in India. That too happened under Congress. pic.twitter.com/9rzBBfSsGP
— ANI (@ANI) April 13, 2019
पीएम मोदी ने कहा, 'मैं आज यहां अपने काम का हिसाब देने आया हूं और साथ ही महामिलावट के भ्रष्टाचार का खुलासा करने आया हूं। आज भारत दुनिया में तेजी से अपनी जगह बना रहा है, लेकिन कांग्रेस-डीएमके और उनके महामिलावटी दोस्त इसे स्वीकार नहीं कर पा रहे हैं। इसलिए वे मुझसे नाराज है।'
बता दे, चुनाव आयोग ने बताया कि पहले चरण में 18 राज्यों और दो केंद्र शासित प्रदेशों में कुल 91 लोकसभा सीटों पर मतदान हुआ। इन 91 सीटों पर कुल 1,279 प्रत्याशी मैदान में थे जबकि मतदाता सूची में 14.20 करोड़ से अधिक मतदाताओं का नाम शामिल है। मतदान का प्रतिशत बढ़ने की संभावना है क्योंकि कुछ मतदान टीम अभी तक वापस नहीं लौटी है।