'एयर स्ट्राइक' के सबूत मांगने वाले नेताओं को कुमार विश्वास का करारा जवाब, कहा - ऐसी आत्म-दीपित 'सुहागरातों' के सबूत नहीं मांगे जाते
By: Priyanka Maheshwari Mon, 04 Mar 2019 1:59:06
भारत सरकार और वायुसेना का दावा है कि पाकिस्तान में एयर स्ट्राइक (Air Strike) से तकरीबन 300 आतंकी मारे गए हैं। हालाकि इस दावे को पाकिस्तान (Pakistan) झुठला रहा है। वही रविवार को बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह (Amit Shah) ने दावा किया कि इस हमले में 250 से ज्यादा आतंकी मारे गए हैं। अब इस बयान पर सियासी घमासान शुरू हो गया है। विपक्ष पूछ रहा है कि अमित शाह को यह आंकड़ा कहां से मिला। वही विपक्ष के द्वारा एयर स्ट्राइक के सबूत मांगने को लेकर आम आदमी पार्टी के नेता डॉ. कुमार विश्वास ने कहा कि ऐसी आत्म-दीपित “सुहागरातों” के सबूत नहीं मांगे जाते।
सैनिक के लिए शत्रु पर आक्रमण उसके पराक्रम-प्रदर्शन की सौभाग्य-रात्रि होती है ! ऐसी आत्म-दीपित “सुहागरातों” के सबूत न तो माँगे जाते है और न ही दिए जाते हैं ! कुछ महीनों में ये जगभर को स्वयं ही ज्ञापित हो जाते हैं 😊🙏🇮🇳#HarHarMahadev
— Dr Kumar Vishvas (@DrKumarVishwas) March 4, 2019
आपको बता दें कि 26 फरवरी को भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तान के बालाकोट में एयर स्ट्राइक कर जैश ए मोहम्मद के ठिकानों को तबाह कर दिया था। मीडिया रिपोर्ट में दावा किया गया कि इस एयर स्ट्राइक में 300 से अधिक आतंकी मारे गए। एयर स्ट्राइक के अगले दिन पाकिस्तान ने भारतीय वायुसीमा में घुसपैठ की कोशिश की। इस दौरान भारत का मिग-21 क्षतिग्रस्त हो गया। इस एयर स्ट्राइक के बाद अब सबूत और कितने आतंकी मरे इस पर सवाल उठ रहे हैं। हालांकि भारतीय सेना की ओर से कहा गया है कि आंकड़ों की किसी भी तरह से पुष्टि नहीं की जा सकती है। लेकिन कई लोग ऐसे भी जो दावा कर रहे हैं कि कम से कम 300 आतंकी मारे गए हैं।
ऑपरेशन बालाकोट में कितने आतंकी मारे गए इस सवाल पर एयरफोर्स बीएस धनोआ ने कहा है कि हमारा मकसद रहता है कि टारगेट हिट हुआ या नहीं, कितने मरे हम इसकी गिनती नहीं करते। धनोआ ने कोयम्बटूर में कहा, "लक्ष्य के बारे में विदेश सचिव ने अपने बयान में विस्तार से बताया था। अगर हम किसी लक्ष्य पर निशाना साधने की योजना बनाते हैं, तो हम उसे निशाना बनाते हैं, वरना क्यों उन्होंने (पाकिस्तान के प्रधानमंत्री ने) जवाब दिया होता। अगर हमने जंगल में बम गिराए होते, तो वह क्यों जवाब देते...? हमले में कितने आतंकी मारे गए इसकी संख्या सरकार बताएगी।"
ताजा दावा बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने किया है। पुलवामा हमले (Pulwama Terrorist Attack) के तेहर दिन बाद पाकिस्तान हुई एयर स्ट्राइक (Air Strike) को लेकर अमित शाह (Amit Shah) ने बड़ा बयान दिया है। गुजरात के शहर अहमदाबाद में अमित शाह ने कहा कि इस एयर स्ट्राइक (Air Strike) में 250 से ज्यादा आतंकी मारे गए। अहमदाबाद में विपक्ष, पर निशाना साधते हुए अमित शाह ने कहा, ''ममता जी हवाई हमले के सबूत चाहती हैं तो कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी कह रहे हैं कि बीजेपी इस मुद्दे पर राजनीति कर रही है। एसपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष कहते हैं कि इस मामले की जांच होनी चाहिए। जब इस तरह की खबरें सुनने को मिलती है तो शर्म आती है। इस तरह के बयानों से पाकिस्तान को फायदा मिल रहा है। ममता-राहुल सस्ती राजनीति करने से बचें।''
अमित शाह ने कहा, ''पुलवामा हमले के सभी को लगा कि इस बार सर्जिकल स्ट्राइक नहीं हो सकती, इस बार क्यो होगा? उस प्रधानमंत्री मोदी की सरकार ने 13वें दिन एयर स्ट्राइक की जिसमें 250 से ज्यादा आतंकी मारे गए।''
जबकि पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और टीएमसी नेता ममता बनर्जी ने कार्रवाई के सबूतों की मांग की है।
इसके अलावा कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने भी कहा है कि सरकार के सैटेलाइट की तस्वीरें जारी करना चाहिए।
वहीं एक और कांग्रेस नेता कपिल सिब्बल ने भी मांग कि पीएम मोदी को अंतरराष्ट्रीय मीडिया की उन खबरों पर जरूर बोलना चाहिए जिसमें कहा जा रहा है कि बालाकोट में हुई एयर स्ट्राइक में शायद ही किसी की मौत हुई हो। सिब्बल ने कहा, 'क्या अंतरराष्ट्रीय मीडिया पाकिस्तान के समर्थन में हैं?
Kapil Sibal: PM must speak on reports by int'l media that say hardly anyone died there (in airstrike in Balakot). I want to ask PM, ‘Is int'l media in support of Pak?’ When int'l media speaks against Pak,you feel elated.When they ask questions,it's asking because it supports Pak? pic.twitter.com/S4zLgQKeHa
— ANI (@ANI) March 4, 2019
क्या अमित शाह के मुताबिक़ सेना झूठ बोल रही है?
— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) March 4, 2019
सेना ने साफ़ साफ़ कहा है कि कोई मरा या नहीं मरा या कितने मरे, ये नहीं कहा जा सकता।
अपने चुनावी फ़ायदे के लिए क्या अमित शाह और भाजपा सेना को झूठा बोल रहे हैं?
देश को सेना पर भरोसा है। क्या अमित शाह और भाजपा को सेना पर भरोसा नहीं? https://t.co/IkBh92hT5e
वहीं दिल्ली के मुख्यमंत्री और आदमी पार्टी के नेता अरविंद केजरीवाल ने अमित शाह के दावे पर सवाल उठाते हुए कहा है, 'क्या अमित शाह के मुताबिक़ सेना झूठ बोल रही है? सेना ने साफ़ साफ़ कहा है कि कोई मरा या नहीं मरा या कितने मरे, ये नहीं कहा जा सकता। अपने चुनावी फ़ायदे के लिए क्या अमित शाह और भाजपा सेना को झूठा बोल रहे हैं? देश को सेना पर भरोसा है, क्या अमित शाह और भाजपा को सेना पर भरोसा नहीं?'
लेकिन उनकी पार्टी के नेता डॉ. कुमार विश्वास ने बाकी नेताओं से अलग राय रखी है उनका कहना है, 'सैनिक के लिए शत्रु पर आक्रमण उसके पराक्रम-प्रदर्शन की सौभाग्य-रात्रि होती है ! ऐसी आत्म-दीपित “सुहागरातों” के सबूत न तो मांगे जाते हैं और न ही दिए जाते हैं! कुछ महीनों में ये जगभर को स्वयं ही ज्ञापित हो जाते।
बीजेपी के मंत्री ने कहा- सरकार ने नहीं किया 300 आतंकियों के मारे जाने का दावा
मोदी सरकार के मंत्री एस एस आहलुवालिया ने कहा है कि सरकार ने कभी नहीं कहा कि 300 आतंकी मारे गए हैं। अहलुवालिया ने बंगाली में कहा, ''भारतीय मीडिया और सोशल मीडिया में मारे गए आतंकियों के अपुष्ट आंकड़े प्रसारित किए जा रहे थे। एयर स्ट्राइक के बाद मोदी जी ने राजस्थान के चुरू में रैली की। क्या मोदी जी ने कभी कहा कि स्ट्राइक में 300 लोग मारे गए? क्या बीजेपी के किसी प्रवक्ता ने कभी कहा कि स्ट्राइक में 300 लोग मारे गए। क्या अमित शाह ने कहीं ये कहा। हमले का उद्देशय संदेश मारना नहीं संदेश देना था, यह जरूरी था। हम नहीं चाहते थे कि किसी की जान जाए।''
300 आतंकी मारे गए, हां या नहीं ? : नवजोत सिंह सिद्धू
पंजाब के कैबिनेट मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू (Navjot Singh Sidhu) ने पूछा है कि 300 आतंकी मारे गए या नहीं। सिद्धू ने ट्वीट किया, ''300 आतंकवादी मारे गए, हां या नहीं? फिर क्या मकसद था? आप आतंकवादियों को मार रहे थे या पेड़ को उखाड़ रहे थे? विदेशी शत्रु से लड़ने की आड़ में छल हमारे जमीन पर हो रही था। क्या यह चुनावी हथकंडा था? सेना का राजनीतिकरण बंद करो, यह देश की तरह पवित्र है।''
300 terrorist dead, Yes or No?
— Navjot Singh Sidhu (@sherryontopp) March 4, 2019
What was the purpose then? Were you uprooting terrorist or trees? Was it an election gimmick?
Deceit possesses our land in guise of fighting a foreign enemy.
Stop politicising the army, it is as sacred as the state.
ऊंची दुकान फीका पकवान| pic.twitter.com/HiPILADIuW