#MeToo : गूगल ने यौन शोषण के आरोपों के चलते दो साल में 48 कर्मचारियों को निकाला, इनमें 13 वरिष्ठ अधिकारी भी शामिल

By: Priyanka Maheshwari Fri, 26 Oct 2018 09:36:47

#MeToo : गूगल ने यौन शोषण के आरोपों के चलते दो साल में 48 कर्मचारियों को निकाला, इनमें 13 वरिष्ठ अधिकारी भी शामिल

गूगल ने गुरुवार को कहा कि यौन उत्पीड़न के आरोपों के तहत कंपनी अपने 48 कर्मचारियों को नौकरी से निकाल चुकी है। इनमें 13 वरिष्ठ अधिकारी भी शामिल हैं। कंपनी के कर्मचारियों को जारी किए गए पत्र में कंपनी के चीफ एग्जीक्यूटिव सुंदर पिचाई ने कहा है कि ऐसे अनुचित आचरण के लिए कंपनी 'कठोर फैसले' ले रही है। चिट्ठी के अनुसार साल 2016 से अब तक 48 लोगों को कंपनी से निकाला जा चुका है। कंपनी ने यह कदम न्यूयॉर्क टाइम्स (एनवाईटी) की रिपोर्ट के बाद उठाया।

कंपनी की ओर से यह चिट्ठी अमेरिकी अखबार NewYork Times की उस रिपोर्ट के जवाब में जारी की गई है जिसमें कहा गया है कि अनुचित आचरण के आरोपों का सामना कर रहे एंड्रॉइड क्रिएटर एंडी रुबिन को कंपनी से निकालने के लिए 90 मिलियन डॉलर (6.59 अरब रुपए) दिए गए।

एनवाईटी ने कोर्ट में दर्ज शिकायत और इंटरव्यू के आधार पर बताया कि एंडी रुबिन उन तीन वरिष्ठ अधिकारियों में शामिल हैं, जिन पर पिछले दशक में यौन दुर्व्यवहार के आरोप लगे और गूगल ने उनका बचाव किया। अखबार के अनुसार रुबिन के प्रवक्ता ने इन आरोपों से इनकार किया है। प्रवक्ता सैम सिंगर ने कहा कि रुबिन ने साल 2014 में एक कैपिटल फर्म 'प्लेग्राउंड' लॉन्च करने के लिए गूगल छोड़ने का फैसला किया था। पिचाई के पत्र में कहा गया है कि Google 'सुरक्षित और समावेशी कार्यस्थल' प्रदान करने के बारे में 'गंभीर' है। पिचाई की चिट्ठी में कहा गया है, 'हम आपको आश्वस्त करना चाहते हैं कि हम यौन उत्पीड़न या अनुचित आचरण के बारे में आई हर शिकायत की समीक्षा करते हैं, हम जांच और कार्रवाई करते हैं।'

गूगल ने पिचाई की ओर से सभी कर्मचारियों को एक ईमेल भेजा। इसमें बताया गया कि पिछले दो साल में कंपनी यौन उत्पीड़न के आरोपों से घिरे 48 कर्मचारियों को नौकरी से निकाल चुकी है। किसी भी आरोपी कर्मचारी को एग्जिट पैकेज नहीं दिया गया।

पिचाई ने कहा, ‘‘पिछले कुछ सालों में हमने कई बदलाव किए हैं। इसमें गलत व्यवहार करने वालों के लिए सख्ती से पेश आना भी शामिल है। न्यूयॉर्क टाइम्स की रिपोर्ट में रुबिन या किसी अन्य के बारे में स्पष्ट तौर पर नहीं लिखा गया है।’’

पिचाई के मुताबिक, ‘‘हम सुरक्षित वर्कप्लेस उपलब्ध कराने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध हैं। हम आश्वस्त करना चाहते हैं कि यौन उत्पीड़न और अनुचित व्यवहार की हर एक शिकायत का रिव्यू किया जाता है। हम हर मामले की जांच करने के बाद ही कार्रवाई करते हैं।’’

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