गूगल अब आपके बेडरूम तक पहुंच गया है और आपकी पर्सनल बातें भी सुन रहा है। एक रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि गूगल के थर्ड पार्टी वर्कर्स यूजर्स की निजी बातों को ना सिर्फ सुन रहे हैं बल्कि उसे रिकॉर्ड भी कर रहे हैं। गूगल ने ये माना है कि Google के कर्मचारी Google Home Smart Speakers के ऑडियो रिकॉर्डिंग्स सुनते हैं। गूगल इस तरह के रिकॉर्डिंग्स को सुनने के लिए लैंग्वेज एक्सपर्ट्स रखता है। ये एक्स्पर्ट्स यूजर्स द्वारा गूगल होम असिस्टेंट से की गई बातें या यों कहें कि इन्हें दिए गए कमांड्स को सुनते हैं। Google का कहना है कि यूजर्स की रिकॉर्डिंग्स इसलिए सुनी जाती है ताकि वॉयस रिकॉग्निशन टेक्नॉलजी को बेहतर किया जा सके। लेकिन क्या इसके लिए यूजर की प्राइवेसी के साथ एक तरह का खिलवाड़ किया जाना जायज है? ये बड़ा सवाल है, जिसका जवाब Google से मांगा जाना चाहिए।
बता दे, गूगल सही और ऐक्युरेट जानकारी पहुंचाने के लिए यूजर की ऑनलाइन ऐक्टिविटी को लगातार मॉनिटर करता है। तो चलिए आज हम आपको बताते है कि कैसे गूगल आपके पर्सनल डाटा या फिर कहे कैसे आप पर नजर रखता है...
ऑफिस के लिए निकलना
आप ऑफिस जाने के लिए करीबी मेट्रो स्टेशन जाते हैं। रास्ते में आप मोबाइल में खबरें पढ़ते हैं और म्यूजिक सुनते हैं।
मेट्रो का रूट
Google Maps आपकी लोकेशन को ट्रैक करता है। GPS आपके IP एड्रेस के साथ कोर्डिनेट करता है। यह आपको ट्रैक करने के लिए करीब के सेल टावर्स और Wi-Fi एक्सेस पॉइंट का भी इस्तेमाल कर सकता है।
YouTube विडियो
यह विडियो प्लेटफॉर्म इस बात को रिकॉर्ड करता है कि आप किस तरह के विडियो देखते हैं। साथ ही, आप विडियो कहां और कब देखते हैं। अगर आप YouTube के विडियो को नॉन-गूगल वेबसाइट पर देखते हैं तो यह आपको ट्रैक करता है। गूगल की डेटा कलेक्शन मुहिम में Android और क्रोम अहम प्लेटफॉर्म है। नॉन-गूगल ऑपरेटिंग सिस्टम पर भी गूगल की पहुंच आपके डेटा तक रहती है।
कैसी खबरें पढ़ते हैं आप
गूगल आपकी सर्च हिस्ट्री को रिकॉर्ड करता है और आपकी दिलचस्पी का पता लगाता है और विज्ञापनों के साथ उसी हिसाब का कंटेंट (खबरें) आपको उपलब्ध कराता है।
म्यूजिक ऐप जानते हैं आपकी पसंद
गूगल सर्च की तरह म्यूजिक ऐप इस चीज को रिकॉर्ड करता है कि आप किस तरह का म्यूजिक सुनते हैं और उसी हिसाब से आपका प्रोफाइल बनाता है और आपको टारगेटेड ऐड भेजता है।
लोकेशन का डेटा
गूगल आपके बारे में इतना डेटा जुटा लेता है कि यह आपको बताता है कि आप वॉक कर रहे हैं, दौड़ रहे हैं या किसी गाड़ी में चल रहे हैं।
क्रेडिट और डेबिट कार्ड के डीटेल्स
Google Pay के पास न केवल आपके क्रेडिट और डेबिट कार्ड के डीटेल्स होते हैं, बल्कि आपने क्या प्रॉडक्ट खरीदा है इसका डेटा भी गूगल पे के पास रहता है। गूगल पे यह डेटा भी अपने पास रखता है कि आपने कितनी बार कोई प्रॉडक्ट खरीदा है। यह लोकेशन और दुकानदार का डेटा भी रखता है। यह आपको इसी हिसाब से टारगेटेड ऐड भेजता है।
ई-मेल को स्कैन करता है गूगल
आपकी दिलचस्पी का पता लगाने के लिए गूगल आपके ई-मेल को स्कैन करता है। गूगल आपके ई-मेल के कंटेंट के आधार पर विज्ञापन कस्टमाइज करता है और आपको भेजता है।