भूकंप व सुनामी का इंडोनेशिया में कहर, 384 की मौत
By: Priyanka Maheshwari Sat, 29 Sept 2018 2:56:45
इंडोनेशिया का पालू शहर शुक्रवार को शक्तिशाली भूकंप के बाद आई सुनामी से भी प्रभावित हुआ। आपदा एजेंसी ने इसकी जानकारी दी। समुद्र में ऊंची लहरें उठ रही हैं जो तटबंधों को तोड़ते हुए भू-भाग में तबाही मचा रही हैं। भूकंप व सुनामी के कारण 384 लोगों की मौत हो गई है, जबकि कई अन्य घायल हो गए हैं। बड़ी संख्या में लोग बेघर हो गए हैं और कई अन्य लापता बताए जा रहे हैं। अकेले एक अस्पताल में 30 लोगों के शव मिले हैं। भूकंप व सुनामी इंडोनेशिया के सुलावेसी द्वीप और इसके आसपास के इलाके में आए हैं। अस्पताल के एक अधिकारी ने इतने लोगों के शव वहां रखे होने की बात कही। उन्होंने यह भी कहा कि यहां भर्ती कई लोगों को इलाज मुहैया कराने के लिए विशेषज्ञों की जरूरत है।
आपदा एजेंसी के भूकंप एवं सुनामी प्रभाग के अध्यक्ष रहमत त्रियोनो ने कहा, 'पालू में सुनामी आई है।' इस शहर में करीब 3,50,000 लोग रहते हैं जो भूकंप के केंद्र से करीब 80 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। इस आपदा के कारण यहां बड़ी संख्या में लोग प्रभावित हुए हैं। यहां शुक्रवार को विनाशकारी भूकंप आया था, जिसकी तीव्रता रिक्टर पैमाने पर 7.5 मापी गई थी। इस दौरान समुद्र में करीब दो मीटर (6.6 फुट) तक ऊंची लहरें उठी थीं। अमेरिकी भूगर्भ सर्वेक्षण के अनुसार, सुलावेसी में भूकंप का केंद्र 10 किलोमीटर की गहराई में दर्ज किया गया।
इस विनाशकारी भूकंप व सुनामी के बाद सामने आए वीडियो में डरे-सहमे लोग जान बचाने और अपनों की तलाश में भागते-दौड़ते, रोते-चीखते नजर नजर आ रहे हैं। इंडोनेशिया की मौसम विज्ञान एजेंसी के मुताबिक, भूकंप व सुनामी के कारण कई इमारतें गिर गई हैं, जबकि समुद्र में उतरे जहाज बह गए हैं। यहां सुनामी की चेतावनी जारी की गई थी, लेकिन बाद में हटा ली गई।
शुक्रवार को ही डोंग्गाला में 6.1 तीव्रता का भूकंप आया था। प्राथमिक सूचना के आधार पर एक व्यक्ति की मौत, 10 लोगों के घायल होने और दर्जनों घर बर्बाद होने की खबर मिली थी। इंडोनेशिया की भौगोलिक स्थिति के कारण भूकंप का खतरा हरदम बना रहता रहता है। दिसंबर 2004 में पश्चिमी इंडोनेशिया के सुमात्रा में 9.3 तीव्रता का भूकंप आया था। इसके कारण आई सुनामी के कारण हिंद महासागर क्षेत्र के कई देशों में 2,20,000 लोग मारे गए थे।
इंडोनेशिया में पिछले महीने भी भूकंप आया था, जिसने भीषण तबाही मचाई थी। 5 अगस्त को आए भूकंप में 460 लोगों की जान चली गई थी। इससे पहले 2004 में इंडोनेशिया के सुमात्रा द्वीप में आए भूकंप और सुनामी से भी व्यापक विनाश हुआ था। इसने पूरे हिंद महासागर क्षेत्र को प्रभावित किया था। भारत में तमिलनाडु के तटीय इलाकों में व्यापक क्षति हुई थी और जानमाल का नुकसान हुआ था।
रिपोर्ट्स के अनुसार, 2004 में आई सुनामी के कारण पूरे हिंद महासागर में 2,26,000 लोगों की जान चली गई थी। इनमें से 1,20,000 से अधिक की मौत अकेले इंडोनेशिया में हो गई थी।