नरेंद्र मोदी जी ने मुझे सिखाया राजनीति में क्या नहीं करना चाहिए : राहुल गांधी
By: Priyanka Maheshwari Wed, 12 Dec 2018 08:16:56
पांच राज्यों में हुए विधानसभा चुनाव के रुझानों और नतीजे (Assembly elections result 2018) मिलने के बाद कांग्रेस पार्टी जश्न मना रही है। कांग्रेस ने लंबे समय बाद जीत का स्वाद चखा है। तीन राज्यों में जीत दर्ज करने के बाद कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा को नसीहत देते हुए उनके काम को आगे बढ़ाने की बात कही। मंगलवार शाम मीडिया से रूबरू राहुल ने कहा कि यह जीत कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ताओं की है। उन्होंने कहा कि सरकार का गठन होते ही किसानों का कर्ज माफ किया जाएगा। उन्होंने कहा नरेंद्र मोदी ने मुझे सिखाया है कि राजनीति में क्या नहीं करना चाहिए। विपक्ष के नेता के नाते मुझे अफसोस है कि मोदी जी ने देश की धड़कन को नहीं सुनी। उनमें घमंड है और देश की जनता सबसे अच्छी टीचर है। मोदी ये समझने में चूक गए कि फिलहाल देश का सबसे अहम मुद्दा रोजगार और किसान है।
राहुल ने भाजपा के कांग्रेस मुक्त के नारे का जवाब देते हुए कहा कि हमारी सोच भाजपा की विचारधारा से अलग है उसके खिलाफ लड़ेंगे। जिस तरह आज तीन राज्यों में हराया है 2019 में भी हराएंगे। लेकिन हम भारत से किसी को भी मुक्त नहीं करना चाहते हैं हम असहमत हैं लेकिन किसी को मिटाना नहीं चाहते हैं। उन्होंने कहा कि जिन राज्यों में तेलंगाना में, मिजोरम में हमारी हार हुई। वहां जो जीते उन्हें मैं बधाई देना चाहता हूं। कार्यकर्ताओं आपने जो मुश्किल हालात में मेहनत की उसके लिए दिल से धन्यवाद। यह जीत किसानों की है। युवाओं की है। छोटे दुकानदारों की है।
राहुल गांधी ने कहा कि अब बदलाव का समय है। राहुल ने कहा कि राजस्थान, छत्तीसगढ़ में हमने बीजेपी को हरा दिया है और उम्मीद है कि मध्यप्रदेश में भी हमारी जीत होगी। कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि पीएम ने रोजगार का जो वादा किया था, वह टूट गया है, वह पूरा नहीं हुआ। किसानों के साथ जो वादा किया गया था वह भी टूटा है। उन्होंने कहा कि हम जहां जीते हैं, वहां ऐसी सरकार देंगे उसपर लोग गर्व करेंगे। राहुल ने कहा कि मुख्यमंत्री कौन बनेगा यह बड़ा मुद्दा नहीं है। इसे आसानी से सुलझा लिया जाएगा। उन्होंने कहा कि BJP शासित राज्यों में कांग्रेस का उभरना बीजेपी के लिए मुश्किल है।
राहुल तीनों राज्यों में सरकार बनते ही कर्ज माफ करने की बात कही। राहुल ने मध्यप्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ के भाजपा मुख्यमंत्रियों के काम की भी सराहना की। उन्होंने कहा कि हमने उन्हें हराया है लेकिन उन्होंने राज्यों के लिए जो काम किया है, उसके लिए धन्यवाद देता हूं। हम बदलाव के साथ उनके कामों को आगे ले जाने की कोशिश करेंगे। राहुल ने कहा देश ने पीएम को तीन मुद्दों रोजगार, भ्रष्टाचार और किसानों की समस्याओं को दूर करने के लिए चुना, लेकिन नरेंद्र मोदी खुद भ्रष्ट हैं। उनके भ्रष्टाचार का कारण भी तीन राज्यों में कांग्रेस की जीत का कारण है। राफेल में भ्रष्टाचार हुआ है और एक दिन सच्चाई जरूरी सामने आएगी।
ईवीएम पर एक बार फिर उठाया सवाल
चुनाव नतीजे कांग्रेस के पक्ष में आने के बाद भी राहुल गांधी ईवीएम को लेकर आश्वस्त नहीं हैं। उन्होंने कहा कि ईवीएम वैश्विक समस्या है। ईवीएम में लगने वाली चिप की मदद से मशीन में छेड़छाड़ संभव है और चुनाव को प्रभावित किया जा सकता है। जबकि बैलेट पेपर से ऐसा संभव नहीं है। इसलिए दुनिया के बड़े देशों अमेरिका आदि में बैलट पेपर का इस्तेमाल होता है।
विपक्षी दल एक साथ लड़ेंगे लोकसभा चुनाव
कांग्रेस अध्यक्ष ने तीन राज्यों में मिली जीत के बाद भी विपक्षी दलों के साथ मजबूत गठबंधन और एकजुटता से चुनाव लड़ने की बात कही। उन्होंने कहा कि हम विपक्ष के साथ मिलकर काम करेंगे। उन्होंने सपा-बसपा के गठबंधन में शामिल होने के सवाल पर कहा कि उनकी विचारधारा हमारी विचारधारा से अलग नहीं है।
बता दें कि राजस्थान में कांग्रेस के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार के बारे में अंतिम फैसला अध्यक्ष राहुल गांधी अपने विधायकों व वरिष्ठ नेताओं की राय जानने के बाद करेंगे। पार्टी के प्रदेश प्रभारी अविनाश पांडे ने बताया, जयपुर में 'कांग्रेस विधायक दल की बैठक 11 बजे प्रदेश मुख्यालय में होगी। पार्टी के नवनिर्वाचित विधायक प्रस्ताव पारित करेंगे, जिसके बाद पर्यवेक्षक विधायकों की व्यक्तिगत राय लेंगे।' उन्होंने कहा कि विधायकों की राय से कांग्रेस के अध्यक्ष को अवगत कराया जाएगा। इसके बाद कांग्रेस विधायक दल की शाम को पुन: बैठक होगी। मुख्यमंत्री पद के लिए पार्टी के नाम की घोषणा दूसरी बैठक में ही की जाएगी। उन्होंने कहा कि बैठक में सीएलपी नेता के नाम के साथ ही अन्य मुद्दों पर चर्चा होगी। मुख्यमंत्री पद के दावेदार माने जा रहे अशोक गहलोत व सचिन पायलट ने इस अवसर पर हाथ मिलाए और जीत का निशान बनाया। जयपुर पहुंचे पार्टी के पर्यवेक्षक के सी वेणुगोपाल ने कहा, 'हम हर विधायक की व्यक्तिगत राय लेंगे और पार्टी आलाकमान को सूचना दी जाएगी। तय परंपरा के अनुसार पार्टी आलाकमान ही राज्य में नेतृत्व का फैसला करेगा।'