जब लोकसभा में शपथ के दौरान लड़खड़ाई BJP सांसद सनी देओल की ज़बान
By: Pinki Tue, 18 June 2019 5:37:50
सत्रहवीं लोकसभा का पहला सत्र शुरू हो चुका है। पिछले दो दिन से जहां नवनिर्वाचित सदस्यों के शपथ लेने का क्रम जारी है। सदन में शपथ के दौरान कुछ ऐसे मामले ही सामने आए जब कुछ ‘माननीय' सदस्यों को दोबारा शपथ लेनी पड़ी। अजमेर से भाजपा सांसद भागीरथ चौधरी ने संस्कृत में शपथ लेनी शुरू की तो सचिवालय के कर्मचारियों ने कहा कि उन्होंने पहले हिंदी में शपथ लेने के बारे में सूचित किया था। इस पर चौधरी ने आसन से कहा कि उन्हें संस्कृत में शपथ लेने की इजाजत दी जाए। कार्यवाहक अध्यक्ष वीरेन्द्र कुमार की अनुमति मिलने के बाद उन्होंने संस्कृत में शपथ ली। वाही उत्तर प्रदेश के डुमरियागंज से निर्वाचित भाजपा सांसद जगदंबिका पाल ने एक बार शपथ लेने के बाद नवनिर्वाचित सदस्यों से संबंधित रजिस्टर पर हस्ताक्षर किए। इसी बीच लोकसभा सचिवालय के कर्मचारियों ने बताया कि उन्होंने शपथ लेने के दौरान कुछ शब्द गलत पढ़े थे। इसलिए उन्होंने फिर से शपथ ली।
फिल्म अभिनेता एवं पंजाब के गुरदासपुर संसदीय क्षेत्र से निर्वाचित सांसद सनी देओल (Sunny Deol) जब मंगलवार को अंग्रेजी में शपथ ले रहे थे तो उन्होंने ‘अपहोल्ड' शब्द को भूलवश ‘विदहोल्ड' पढ़ दिया। हालांकि सनी देओल (Sunny Deol) ने अपनी त्रुटि को स्वयं भांपते हुए तत्काल इसे दुरूस्त कर लिया।
दूसरी तरफ, मध्य प्रदेश के इंदौर से भाजपा सांसद शंकर लालवानी ने सिंधी भाषा में शपथ ली। कांग्रेस ने मंगलवार को इसपर सवाल खड़े किये। मध्य प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता नीलाभ शुक्ला ने कहा पूर्व लोकसभा अध्यक्ष व इस क्षेत्र की लगातार आठ बार सांसद रहीं सुमित्रा महाजन से सबक लेते हुए लालवानी को हिन्दी में शपथ लेनी चाहिये थी। उन्होंने कहा "ताई मूलत: मराठी भाषी होने के बावजूद हिन्दी में शपथ लेती थीं। लेकिन इंदौर क्षेत्र के उनके चुनावी उत्तराधिकारी लालवानी ने हिन्दी में शपथ लेना मुनासिब नहीं समझा"। उन्होंने कहा, "इंदौर लोकसभा क्षेत्र के 23।5 लाख मतदाताओं की आम बोलचाल की भाषा हिन्दी है। इसके मद्देनजर लालवानी को हिन्दी में ही शपथ लेनी चाहिये थी। शपथग्रहण के दौरान हिन्दी के प्रति असम्मान जताने पर उन्हें इंदौर के मतदाताओं से माफी मांगनी चाहिये"।
इसके जवाब में लालवानी ने कहा कि सिंधी उनकी मातृभाषा है और संसद में इस जुबान में उनके शपथ लेने को लेकर अनर्गल विवाद खड़ा नहीं किया जाना चाहिये, क्योंकि लोकसभा सदस्यों का अलग-अलग भाषाओं में शपथ लेना दिखाता है कि देश में अनेकता में एकता है।
शपथ ग्रहण में लगे जय श्री राम के नारे
लोकसभा में नए सांसदों के शपथ लेने का सिलसिला चल रहा था तब इस दौरान एक होड़ चल रही है नारे लगाने की, हर सांसद शपथ के बाद नारे लगा रहा है और जो नहीं लगा रहा पीछे बैठे लोग लगा दे रहे हैं। मंगलवार को जब तृणमूल कांग्रेस के नेता और बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के भतीजे अभिषेक बनर्जी शपथ लेने पहुंचे तो सदन में बैठे BJP के नेताओं ने ‘जय श्री राम’ के नारे लगाए। लेकिन तुरंत अभिषेक ने जो जवाब दिया, उससे सदन में ठहाके लग पड़े। सदन में जैसे ही अभिषेक बनर्जी का नाम शपथ के लिए पुकारा गया तो भाजपा सांसदों ने जय श्री राम के नारे लगाए। दूसरी ओर टीएमसी के सांसदों ने भी जय बांग्ला के नारे लगाए। जैसे ही अभिषेक माइक के पास पहुंचे तो उन्होंने कहा, ‘शुक्रिया, इतनी लोकप्रियता तो सदन में मोदी जी की नहीं है.. आपका प्यार और आशीर्वाद ऐसा ही बना रहे’। इसके बाद अभिषेक ने बांग्ला में सांसद पद की शपथ ली।
AIMIM के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी शपथ लेने आए तो भाजपा सांसदों ने जय श्री राम और भारत माता की जय के नारे लगाए। इस बीच ओवैसी ने सांसदों से और अधिक नारे लगाने को कहा। जवाब में जब उन्होंने खुद शपथ ली, तो अल्लाह हू अकबर, जय भीम और जय हिंद का नारा लगाया। बीते दो दिनों में अधिकतर भारतीय जनता पार्टी के सांसदों ने अपनी शपथ के बाद जय श्री राम के नारे लगाए हैं। कई सांसदों ने संस्कृत में शपथ ली, तो कुछ ने बांग्ला भाषा में शपथ ली।
Asaduddin Owaisi, AIMIM on 'Jai Sri Ram' & 'Vande Mataram' slogans being raised in Lok Sabha while he was taking oath as MP: It is good that they remember such things when they see me, I hope they will also remember the constitution and deaths of children in Muzaffarpur. pic.twitter.com/THJN8n8out
— ANI (@ANI) June 18, 2019