'जय भवानी, जय शिवाजी' से गूंजी अयोध्या, छावनी में तब्दील हुई राम नगरी, 70 हजार सुरक्षाकर्मियों की होगी नजर, स्कूल-कॉलेज बंद
By: Priyanka Maheshwari Sat, 24 Nov 2018 09:47:52
उत्तर प्रदेश में अयोध्या के राम मंदिर निर्माण को लेकर शुरू हुई राजनीति अब तेज हो चली है। शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे 'आर्शीवाद उत्सव' के लिए शनिवार (24 नवंबर) को अयोध्या पहुंच रहे हैं, जिनके साथ करीब कई शिवसैनिक भी इस कार्यक्रम में पहुंच रहे हैं। बता दे, मुंबई से शिवसैनिकों को लेकर विशेष ट्रेन शुक्रवार रात को अयोध्या पहुंची। बताया जा रहा है कि 22 बोगी की इस विशेष ट्रेन में 2 हजार से अधिक शिवसैनिक अयोध्या पहुंचे हैं। सभी मुंबई के थाने जिले के बताए जा रहे हैं। शिवसैनिकों के ट्रेन से उतरते ही पूरा स्टेशन परिसर जय शिवाजी-जय भवानी के नारों गूंज उठा।
वहीं, शनिवार को भी एक स्पेशल ट्रेन अयोध्या पहुंच चुकी है, जिसमें हजारों की संख्या में शिवसैनिक पहुंचे हैं। रविवार (25 नवंबर) को वीएचपी धर्मसभा का आयोजन करेगी। दोनों कार्यक्रमों को देखते हुए प्रशासन ने सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए हैं, प्रशासन ने करीब 70 हजार सुरक्षाकर्मियों को वहां तैनात किया है। मंदिर निर्माण को लेकर विश्व हिंदू परिषद (VHP) ने रविवार को 'धर्मसभा' का आयोजन किया है। जबकि शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे 'आर्शीवाद उत्सव' के लिए आज अयोध्या पहुंच रहे हैं। जहां वह 3 बजे साधु संतों से मिलेंगे। साथ ही 6 बजे सरयू घाट पर आरती में शामिल होंगे। इस दौरान उनके साथ उनकी पत्नी और बेटे आदित्य ठाकरे भी साथ रहेंगे। 25 नवंबर को वह सुबह 9 बजे राम जन्मभूमि में रामलला के दर्शन करेंगे। शिवसेना के इस कार्यक्रम में शामिल होने के लिए दो ट्रेनों में शिवसैनिक अयोध्या पहुंच चुके हैं। पहली ट्रेन कल पहुंची थी और दूसरी ट्रेन शनिवार सुबह करीब 07:15 बजे अयोध्या पहुंची है। इन दोनों कार्यक्रमों को देखते हुए रेलवे स्टेशन पर बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात हैं। अयोध्या में धारा 144 लगाई जा चुकी है। आज अयोध्या में स्कूल-कॉलेज बंद रहेंगे। शहर की करीब 50 स्कूलों में सुरक्षाबलों के कैंप लगाए गए हैं।
लखनऊ में पुलिस प्रवक्ता ने बताया कि अयोध्या में कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए एक अपर पुलिस महानिदेशक स्तर के अधिकारी, एक उप पुलिस महानिरीक्षक, तीन वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक, 10 अपर पुलिस अधीक्षक, 21 क्षेत्राधिकारी, 160 इंस्पेक्टर, 700 कांस्टेबिल, पीएसी की 42 कंपनी, आरएएफ की पांच कंपनियां तैनात की गई हैं। इसके अलावा, एटीएस के कमांडो और ड्रोन कैमरे भी निगरानी के लिए तैनात किए गए हैं।
चारों तरफ कड़ी सुरक्षा की व्यवस्था की गई है। हालांकि, कहा जा रहा है कि मुस्लिम समुदाय में खौफ का माहौल है। कुछ लोगों ने शुक्रवार को ही घर के सभी जरूरी सामानों का स्टॉक कर लिया है। उन्होंने राशन, फल, सब्जी और दवाओं का स्टॉक कर लिया है। हर कोई अपने-अपने घरों में सुरक्षित हो चुके हैं। कई लोगों को इस बात का डर है कि कहीं 6 दिसंबर 1992 की घटना फिर से न घटित हो जाए। आज (शनिवार) को अयोध्या में स्कूल-कॉलेज बंद रहेंगे। शहर की करीब 50 स्कूलों में सुरक्षाबलों के कैंप लगाए गए हैं।
अयोध्या में सुरक्षा में किसी भी तरह की चूक न हो इसलिए अधिकारी अलर्ट है। अयोध्या के डीएम अनिल कुमार ने कहा कि प्रशासन लगातार स्थानीय लोगों के संपर्क में है। वहां किसी भी तरह के डर का मौहाल नहीं है। डीएम ने वहां के लोगों को भरोसा दिलाया कि किसी को भी डरने की जरूरत है। उन्होंने जानकारी देते हुए कहा कि शिवसेना और वीएचपी दोनों को कार्यक्रम करने की इजाजत दी गई है। दोनों की ओर से आश्वासन दिया गया है कि उनके कार्यक्रम की वजह से किसी तरह की अव्यवस्था नहीं होगी।
अखिलेश यादव की अयोध्या में सेना भेजने की अपील
राम मंदिर के निर्माण को लेकर विश्व हिंदू परिषद(विहिप) और शिवसेना के मुहिम तेज करने के बीच उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने सुप्रीम कोर्ट से अयोध्या में सेना भेजने की अपील की है। उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट मामले पर कार्रवाई करे और हालात काबू में करने के लिए सेना बुलाए। अखिलेश ने कहा, 'बीजेपी न तो सुप्रीम कोर्ट और न संविधान में विश्वास रखती है। बीजेपी किसी भी हद तक जा सकती है। यूपी में जैसा माहौल है, विशेष रूप से अयोध्या में उस पर सुप्रीम कोर्ट नजर रखे और जरूरत पड़ने पर सेना बुलाए।'
भय का माहौल बिल्कुल भी नहीं : प्रशासन
अयोध्या के कलेक्टर अनिल कुमार ने कहा कि हम स्थानीय लोगों से लगातार संपर्क में हैं। भय का माहौल बिल्कुल भी नहीं है। शिवसेना और विश्व हिंदू परिषद का कार्यक्रम प्रशासन की अनुमति के बाद आयोजित किया गया है। प्रशासन की शर्तों पर सभी कार्यक्रम आयोजित किए गए हैं, इसलिए डरने जैसी कोई बात नहीं है। सुरक्षा के मद्देनजर शुक्रवार को तीन और IPS अधिकारी को अयोध्या में तैनात किया गया है। जोन के सभी अधिकारी 24 घंटे कैंप लगाकर और घूम-घूम कर निगरानी करेंगे।