तलाक के बाद की गई ये 5 गलतियाँ, बच्चों पर डालती है बुरा असर
By: Ankur Mon, 26 Aug 2019 5:44:45
वर्तमान समय में लोग रिश्तों को एक खिलौने की तरह इस्तेमाल करने लगे हैं कि जब तक साथ दे रहा है ठीक नहीं नहीं तो उससे दूरी बना लेते हैं। रिश्तों में भी कुछ ऐसा ही दिखाई देने लगा हैं और तलाक के किस्से काफी बढ़ने लगे हैं। तलाक के बाद दोनों पार्टनर तो अलग हो जाते हैं लेकिन इसकी सजा बच्चों को भुगतनी पड़ती हैं। ऐसे में दोनों पार्टनर को समझदारी दिखाते हुए तलाक के बाद कुछ बातों का ध्यान रखने की जरूरत होती हैं ताकि आपका बच्चा खुद को संरक्षित महसूस कर सकें। तो आइये जानते हैं उन बातों के बारे में।
बच्चा दोषी महसूस न करे
विशेषज्ञों के अनुसार, अगर माता-पिता का तलाक हो जाए तो बच्चों के अंदर यह भावना होती है कि वह खुद को दोषी मानने लगते हैं। आखिर वे भावनात्मक रूप से उतने मजबूत नहीं होते और माता-पिता के अलगाव के कारण उनकी दुनिया उजड़ चुकी होती है। ऐसे में बच्चों को इस बात का अहसास कराना जरूरी होता है कि इस सबके लिए वे दोषी नहीं है।
बच्चे को मीडिएटर बनाना
एक दूसरे पार्टनर तक अपनी बात पहुंचाने के लिए बच्चे को मीडिएटर की तरह उपयोग न करें। तलाक के दौरान रिश्ते में चरम स्तर की कड़वाहट आना सामान्य-सी बात है। लेकिन अपने सभी विवादों को बातचीत से ही सुलझाएं। एक-दूसरे तक संदेश पहुंचाने के लिए बच्चे का इस्तेमाल न करें।
बच्चे से न रखें यह उम्मीद
तलाक के बाद आर्थिक और सामाजिक सारी जिम्मेदारी आपके ऊपर होती है। इसके साथ ही बच्चे की जरूरतों को पूरा करना भी आपका दायित्व है, फिर चाहे आप स्त्री हैं या पुरुष। अगर आपने बच्चे की कस्टडी ली है तो उसे सही तरीके से पूरा करें। बच्चे से हर बात पर यह उम्मीद न करें कि वो आपकी हर परेशानी को समझेगा। क्योंकि आखिर वो बच्चा है और आप उससे अडल्ट की तरह व्यवहार करने की उम्मीद नहीं कर सकते।
डिवॉर्स आपका हुआ है, बंटवारा बच्चे के साथ क्यों?
तलाक के बाद दोनों पार्टनर ही बच्चे की नजर में खुद को बेहतर और सही साबित करने में जुट जाते हैं। ऐसा करना बच्चे के विकास के लिए सही नहीं है। आप बच्चे को अपने फेवर में करने के लिए उसे कपड़ों और पैसों का लालच देने से बचें।
गलतियां ना गिनाए
आपके और आपके पार्टनर के बीच जिन भी बातों को लेकर अलगाव हुआ हो, बच्चे को इस तरह की बातें न बताएं। बच्चे को इन समस्याओं में डालने से उसके मानसिक विकास पर नकारात्मक असर पड़ता है। बच्चे के सामने अपने एक्स-पार्टनर के लिए अपशब्दों का इस्तेमाल न करें।