घर की सुन्दरता बढाता है कालीन, खरीदते समय ध्यान रखे ये बाते
By: Megha Wed, 26 Sept 2018 4:12:38
घर की सुन्दरता सभी को अच्छी लगती है। घर की इस खूबसूरती को बढ़ाने के लिए कालीन की सुन्दरता का भी विशेष ख्याल रखना जरूरी होता है। आजकल बाज़ार में बहुत से प्रकार के कालीन मिलने लगे है। लेकिन वह ज्यादा समय तक नही चल पाते है। जिसकी वजह से इन्हें बार बार बदलना पड़ता है। ऐसे में जरूरत होती है सिर्फ थोड़ी सी देखभाल की और कालीन खरीदते समय ध्यान रखने की। इसलिए आज हम आपको बतायेंगे कालीन खरीदते समय ध्यान रखने योग्य बातो के बारे, तो आइये जानते है इस बारे में....
* कालीन का रेशा
जहां एक ओर कालीन के रोएं से उस की भीतरी परत का निर्धारण होता है, वहीं दूसरी ओर कालीन के रेशे से उस की बाहरी परत बनती है। ये रंगों और पैटर्नों की ढेरों वैराइटियों में उपलब्ध हैं। ये अत्यधिक जलरोधी और दागरोधी भी होती हैं। ऊन वह सब से कीमती रेशा है जिस का कालीनों में इस्तेमाल किया जाता है, लेकिन उन कालीनों के लिए अधिक केयर और रखरखाव की जरूरत पड़ती है।
* जांचें रेशे का घनत्व
कालीन खरीदने से पहले रेशे के घनत्व की जांच अवश्य कर लेनी चाहिए। कालीन में रेशे का घनत्व जितना अधिक होगा वह उतना ही अधिक अच्छा होगा। दरअसल, उच्च घनत्व वाले कालीन फील और टच में अधिक मजबूत और आरामदेह होते हैं। ये पैरों के नीचे मुलायम तो रहते ही हैं, थके हुए पैरों के लिए आरामदेह भी होते हैं।
* कालीन की गद्दी
प्रत्येक कालीन गद्दी के साथ आता है। लेकिन कुछ कालीनों में पतली गद्दी होती है, तो कुछ में मोटी। अच्छी गद्दी वाला कालीन वही होता है जिस में ठीक तरीके से गद्दी लगाई गई हो। सही तरीके की गद्दियों वाला कालीन अधिक सुविधापूर्ण और आरामदेह होता है। लेकिन मुलायम मोटी गद्दियां अधिक आरामदेह नहीं होतीं। इन के बजाय ऐसी ठोस गद्दियां अधिक आरामदेह और उपयुक्त होती हैं, जो अपेक्षाकृत अधिक पतली होती हैं।
* रोएं की जांच करें
कालीन का रोयां कालीन का मुख्य आधार होता है। कालीन का फील इस बात पर बहुत अधिक निर्भर करता है कि उस में किस प्रकार के रोएं का इस्तेमाल किया गया है। रोएं बुने हुए और कलगीदार होते हैं, लेकिन बुने हुए रोएं कलगीदार रोएं की तुलना में अधिक मजबूत और टिकाऊ होते हैं। बुने हुए रोएं एकदूसरे के साथ अधिक निकटता से बुने जाते हैं, जिस से कालीन को अधिक ठोस और मजबूत फीलिंग मिलती है। इसलिए कलगीदार कालीनों की तुलना में बुने हुए कालीनों को अधिक तरजीह दी जाती है।