हनीमून की बेस्ट लोकेशन बनता है उत्तराखंड का पिथोरागढ़
By: Anuj Thu, 04 June 2020 5:33:30
भारत के उत्तराखंड राज्य में स्थित पिथौरागढ़ बहुत ही खूबसूरत शहर है। पिथौरागढ़ को लिटिल कश्मीर के नाम से भी जाना जाता है। यह शहर कैलाश मानसरोवर के पवित्र हिंदू तीर्थयात्रा के लिए एक रास्ता है। कई बार तीर्थ यात्री पिथौरागढ़ में विश्राम के लिए रुक जाते है। पिथौरागढ़ सुन्दर घाटी में स्थित शहर है जोकि नेपाल और तिब्बत के बीच स्थित है।पिथौरागढ़ शहर बर्फ से ढकी चोटियों, उच्च हिमालयी पहाड़ों, घाटियों, झरनों और हिमनदों के राजसी स्थलों के लिए जाना जाता है। पर्यटक इस पर्वतीय क्षेत्र में ट्रेकिंग का आनंद लेते है। शादीशुदा जोड़े के लिए पिथौरागढ़ हनीमून का सबसे अच्छा स्थान है। जानें पिथौरागढ़ के आसपास के स्थानों के बारे में।
पटल भुवनेश्वर
पास के गाँव भुवनेश्वर में समुद्रतल से 1350मी। ऊपर स्थित पटल भुवनेश्वर, एक गुफा में बना हुआ मंदिर है। चूंकि प्राथमिक रूप से यह मंदिर भगवान शिव को समर्पित है, लेकिन ऐसा माना जाता है कि इस गुफा में 33करोड़ देवी-देवताओं का निवास है।
कपिलेश्वर महादेव मंदिर
यहां कई चर्च, मिशन स्कूल, और इमारतें अंग्रेजों के समय की बनी हैं। पिथौरागढ़ घूमने की योजना में पर्यटक कपिलेश्वर महादेव मंदिर देख सकते हैं। यह मंदिर हिंदूओं के देवता भगवान शिव को समर्पित है। किसी लोककथा के अनुसार, प्रसिद्ध ऋषि कपिल नें इस स्थान पर तप किया था। शिवरात्रि के त्योहार के मौके पर भक्तों की भारी भीड़ इस मंदिर में दर्शनों के लिए आती है।
चंडाक
चंडाक पिथौरागढ़ शहर से 8 किमी की दूरी पर स्थित है। यह खूबसूरत पहाड़ी सोर घाटी के उत्तरी क्षेत्र में स्थित है।यहां पहुंचने के लिए कठिन चढ़ाई चढ़नी पड़ती है। यहां पर्यटक हैंग ग्लाइडिंग का आनंद ले सकते हैं। इसके अलावा, यहां मनु नामक मंदिर और एक मैग्नेसाइट खनन का कारखाना है।
हनुमानगढ़ी
पिथौरागढ़ में हनुमानगढ़ी का विशेष महत्व है। यह नगर से 2 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। यहाँ हमेशा भक्तों की भीड़ लगी रहती है। यहाँ से एक किलोमीटर की दूरी पर उल्का देवी का प्रसिद्ध मन्दिर है। लगभग एक किलोमीटर पर राधा-कृष्ण मन्दिर भी दर्शनार्थियों का मुख्य आकर्षण है। इसी तरह एक किलो मीटर पर रई गुफा और एक ही किलोमीटर की दूरी पर भाटकोट का महत्वपूर्ण स्थान है।
नाम के पीछे की कहानी
पिथौरागढ़ के नाम के पीछे पिथौरागढ़ की एक प्रसिद्ध कहानी है। पिथौरागढ़ का पुराना नाम सोरघाटी था जिसमे सोर का मतलब सरोवर अर्थात तालाब होता है। ऐसा माना जाता है कि पिथौरागढ़ घाटी में पहले सात तालाब थे परन्तु समय के साथ उन तालाबों का पानी सूखने से वो पठारी भूमि में बदल गए। पठारी भूमि का क्षेत्र होने के कारण इसका नाम पिथौरागढ़ रखा गया। एक कहानी के अनुसार बताया जाता है कि पिथौरागढ़ का नाम भारत के वीर योद्धा पृथ्वीराज चौहान के नाम पर पड़ा।