CDC का खुलासा, क्यों कोरोना से मरने वालों का आंकड़ा देश में दुनिया के मुकाबले बहुत कम

By: Ankur Wed, 27 May 2020 1:54:27

CDC का खुलासा, क्यों कोरोना से मरने वालों का आंकड़ा देश में दुनिया के मुकाबले बहुत कम

चीन से उठा कोरोना आज पूरी दुनिया के लिए परेशानी का सबब बन चुका हैं जिसके चलते अब तक करीब 56 लाख लोग संक्रमित हो चुके हैं और मौत का आंकड़ा 3।5 लाख से ऊपर जा चुका हैं। सभी देशों ने इसे रोकने के कई प्रयास किए हैं। कुछ देशों को अच्छे परिणाम भी मिले हैं। भारत ने भी अपनी तरफ से तैयारियां की लेकिन संक्रमण कू पूरी तरह से नहीं रोक पाए। हांलाकि कोरोना से मरने वालों का आंकड़ा देश में दुनिया के मुकाबले बहुत कम हैं जिसको लेकर सीडीसी ने बयान जारी किया है।

सीडीसी ने इस बात की पुष्टि की है कि पूरी दुनिया में संक्रमण के मामले को देखते हुए अगर मौत का आंकड़ा देखा जाए तो वह काफी कम है। उसने यह भी बताया कि आखिर मौत का आंकड़ा इतना कम कैसे है और उसका क्या कारण है?

Health tips,health tips in hindi,health research,corona research,coronavirus,cdc,corona death,infection rate ,हेल्थ टिप्स, हेल्थ टिप्स हिंदी में, हेल्थ रिसर्च, कोरोना रिसर्च, कोरोनावायरस, सीडीसी, कोरोना से मौत, इन्फेक्शन रेट

सीडीसी ने पूरी दुनिया के कोरोना वायरस के संक्रमित मामलों की रिपोर्ट तैयार करने के बाद यह जानकारी जुटाई है कि कोरोना वायरस के संक्रमण के मामले और उसके कारण मौत की चपेट में आने वाले लोगों के बीच का आंकड़ा देखा जाए तो उसमें काफी अंतर है। ऐसा इसलिए भी मुमकिन हो पाया क्योंकि कोरोना वायरस के संक्रमण को ठीक करने के लिए तरह-तरह की इलाज प्रक्रिया को अपनाया गया जिससे काफी मदद मिली।

सीडीसी ने यह भी बताया कि लक्षण ना दिखने वाले मरीजों से भी मौत के आंकड़े में काफी कमी आई है। इससे शरीर में संक्रमण फैलने की स्थिति बेहद खराब नहीं होती और मरीज को सही समय पर इलाज मिले तो वह ठीक भी हो जाता है। कोरोना वायरस से होने वाली कम मौत के आंकड़े में इसे भी एक मुख्य कारण माना जा सकता है।

Health tips,health tips in hindi,health research,corona research,coronavirus,cdc,corona death,infection rate ,हेल्थ टिप्स, हेल्थ टिप्स हिंदी में, हेल्थ रिसर्च, कोरोना रिसर्च, कोरोनावायरस, सीडीसी, कोरोना से मौत, इन्फेक्शन रेट

इन सबके बीच विशेष ध्यान देने वाली बात यह है कि पूरी दुनिया में ज्यादातर कोरोना वायरस के संक्रमण से मरने वाले लोगों की उम्र 60 साल के ऊपर देखी गई है। ऐसे लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता भी कमजोर थी और इलाज में लगने वाले लंबे समय के बीच उन पर इलाज का असर भी ठीक तरीके से नहीं हो पाया जिसके कारण उनकी मौत हो गई। हालांकि, कुछ ऐसे भी मामले सुनने में आए हैं जिसमें 20 से 30 साल की उम्र के लोगों को भी मौत हुई है।

अंडरलाइंग डिसीज जैसे कि हृदय रोग, डायबिटीज, ब्लड प्रेशर, कैंसर आदि बीमारियों से जूझ रहे लोगों को कोरोना वायरस के संक्रमण का शिकार बड़ी आसानी से होना पड़ा। कोरोना वायरस का संक्रमण जब पूरी दुनिया में अपने पांव पसार रहा था तो उसी बीच सीडीसी ने इस बारे में गाइडलाइन जारी की थी कि अंडरलाइंग डिसीज वालों को कोरोना वायरस के संक्रमण का ज्यादा खतरा है।

सीडीसी ने अपनी रिपोर्ट में यह भी कहा है कि कोरोना वायरस संक्रमण से ऐसे लोगों के मरने की संख्या ज्यादा है, जिन्हें किसी न किसी प्रकार का रोग था। इसका मतलब ऐसे लोगों को कोरोना वायरस के संक्रमण से अभी भी बचे रहने की पूरी कोशिश करनी चाहिए जो पहले से ही किसी न किसी बीमारी से जूझ रहे हैं।

हम WhatsApp पर हैं। नवीनतम समाचार अपडेट पाने के लिए हमारे चैनल से जुड़ें... https://whatsapp.com/channel/0029Va4Cm0aEquiJSIeUiN2i

Home | About | Contact | Disclaimer| Privacy Policy

| | |

Copyright © 2024 lifeberrys.com