पेट और शरीर से अधिक हवा बाहर निकालने में मदद करती है योग की यह मुद्रा, जाने और फायदें
By: Ankur Mon, 18 June 2018 12:38:01
शरीर पंचतत्वों से मिलकर बना होता है और इन पंचतत्वों से ही इंसान अपने शरीर का विकास कर सकता हैं। और इस कार्य को सरल करता है योग और योग की मुद्राएँ। योग में मुद्राओं का भी अपना विशेष महत्व होता हैं और इस कड़ी में आज हम आपको जिस मुद्रा की विधि और फायदे बताने जा रहे हैं वो हैं वायु मुद्रा। तो चलिए जानते हैं वायु मुद्रा की विधि और फायदे के बारे में।
* वायु मुद्रा करने की विधि
सबसे पहले आरामदायक कपड़े पहन लें। फिर आराम से किसी सुखद जगह पर बैठ जाएं। आपका शरीर एकदम आराम की अवस्था में चला जाना चाहिए। बस आपके मस्तिष्क को ध्यान लगाने का कार्य करना है। फिर अपने दोनों हाथों की तर्जनी उंगलियों को अंगूठे के निचले क्षेत्र पर रखें। अब आराम से अपने अंगूठे से तर्जनी उंगली को दबाएं। इससे हवा के तत्वों पर दबाव बनेगा। इस मुद्रा का रोजाना 45 मिनट तक अभ्यास करें।
* वायु मुद्रा में बैठने के फायदे
- वायु मुद्रा आपके शरीर में हवा के तत्वों को नियंत्रित और विनियमित करती है।
- इससे शरीर में अनियंत्रित हवा का भी इलाज होता है।
- इस मुद्रा को करने से पेट और शरीर से अधिक हवा बाहर निकालने में मदद मिलती है।
- यह मुद्रा आपकी छाती को मजबूत करती है।
- ये मुद्रा रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाती है।
- वायु मुद्रा पैरालिसिस (लकवा के लिए भी बेहद लाभदायक है।
- इस योग मुद्रा से कई अन्य प्रकार का विकार भी ठीक हो जाता है।