कहीं आपके शरीर की इम्यूनिटी तो नहीं कमजोर, इन 5 संकेतों से करें पता
By: Ankur Fri, 03 Apr 2020 6:44:35
वर्तमान समय में कोरोना वायरस एक वैश्विक महामारी बना हुआ हैं जिसमें 10 लाख से अधिक लोग संक्रमित हो चुके हैं और मौत का आंकड़ा 53 हजार को पार कर चुका हैं। ऐसे में देखा जा रहा हैं कि जिनकी इम्यूनिटी कमजोर हैं वे इसके ज्यादा शिकार हो रहे हैं। ऐसे में जरूरी हैं कि अपने शरीर की इम्युनिटी की जांच की जाए कि कहीं यह कमजोर तो नहीं। इसलिए आज हम आपके लिए कुछ ऐसे संकेतों की जानकारी लेकर आए हैं जो दर्शाता हैं कि आपके शरीर की इम्यूनिटी कमजोर हैं। तो आइये जानते हैं इन संकेतों के बारे में।
बार-बार इंफेक्शन होना
इंफेक्शन यानी संक्रमण कई तरह के होते हैं। यौन संक्रमण (यूटीआई), त्वचा संक्रमण (खुजली और दाद), फेफड़ों का संक्रमण (खांसी, नाक बहना, सांस में तकलीफ) आदि। ऐसे ही बहुत सारे इंफेक्शन हैं, जिनका शिकार लोग होते रहते हैं। मगर यदि आपको कोई एक या अलग-अलग संक्रमण जल्दी-जल्दी हो रहे हैं, तो ये भी इस बात का संकेत है कि आपकी इम्यूनिटी कमजोर है।
हर समय थके रहना
अगर रोजाना पेट भर खाना खाने और रात में 7 घंटे सोने के बाद भी आपके शरीर में थकान बनी रहती है और थोड़ा सा काम करते ही हांफने लगते हैं, तो ये भी इस बात का संकेत हो सकता है कि आपकी इम्यूनिटी कमजोर हो चुकी है और इसे मजबूत बनाने की जरूरत है। ऐसे लोगों के शरीर में एनर्जी बनती तो है लेकिन इम्यून सिस्टम कमजोर होने के कारण शरीर के अंदरूनी फंक्शन्स में ही खप जाती है। इसलिए व्यक्ति हर समय थकान महसूस करता है। हालांकि थकान अकेले इम्यूनिटी कमजोर होने का नहीं, बल्कि डायिबटीज, थायरॉइड, एनीमिया जैसी कई बीमारियों का संकेत हो सकता है।
लिम्फ नोड्स की सूजन
लिम्फ नोड्स शरीर में मौजूद खास ग्लैंड्स होते हैं। आमतौर पर ये गले, अंडकोष और कांख (आर्म पिट्स) में पाए जाते हैं। ये लिम्फ नोड्स आपके शरीर में व्हाइट ब्लड सेल्स को फिल्टर करते हैं, जिन्हें लिम्फोसाइट्स कहते हैं। अगर शरीर में व्हाइट ब्लड सेल्स कम हो जाए, तो शरीर इंफेक्शन से नहीं लड़ सकता है। इसलिए लिम्फ नोड्स में सूजन भी कमजोर इम्यूनिटी का संकेत है।
जुकाम जल्दी-जल्दी होना
सर्दी-जुकाम बेहद आम समस्या है, जो हर किसी को होती है। मगर यदि आपको जुकाम यानी कॉमन कोल्ड बहुत जल्दी-जल्दी होता है, तो ये इस बात का संकेत है कि आपकी इम्यूनिटी कमजोर है। आमतौर पर एक सामान्य व्यक्ति को साल में औसतन 3 बार जुकाम होता है और ये जुकाम लगभग 1 सप्ताह में अपने आप ठीक हो जाता है। अब आप खुद ही देख लें। अगर आपको ज्यादा बार जुकाम होता है या लंबे समय तक ठीक नहीं होता है, तो आपकी इम्यूनिटी कमजोर है।
घाव भरने में ज्यादा समय लगता है
छोटे मोटे कट और घाव शरीर में कभी-कभार लगते ही रहते हैं। ये घाव अपने आप भर जाते हैं और त्वचा वापस पहले जैसी हो जाती है। लेकिन अगर किसी व्यक्ति की इम्यूनिटी कमजोर है, तो उसका घाव भरने में समय लगता है। यानी अगर आपके शरीर में कटने पर या घाव लगने पर भरने में ज्यादा समय लगता है, तो इसका मतलब है कि आपकी इम्यूनिटी कमजोर है।