'मुझे लगातार धमकियां मिल रही हैं, दो अनजान लोगों ने मेरे घर में घुसने की कोशिश की...' : तनुश्री दत्ता
By: Priyanka Maheshwari Fri, 05 Oct 2018 08:07:39
बॉलीवुड एक्ट्रेस तनुश्री दत्ता Tanushree Dutta और नाना पाटेकर Nana Patekar के बीच चल रहा विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। बता दे, तनुश्री ने हाल ही में साल 2008 में फ़िल्म 'हॉर्न ओके प्लीज़' के सेट पर हुआ मामला मीडिया के सामने बयान करते हुए नाना पाटेकर पर सेक्सुअल और मानसिक हैरेसमेंट का आरोप लगाया है। तनुश्री के इस खुलासे के बाद बॉलीवुड के कई सितारे उनके समर्थन में खड़े हैं तो कुछ इस पूरे मामले में बोलने से कतरा रहे है। इस मुद्दे पर ट्विंकल खन्ना, प्रियंका चोपड़ा, स्वरा भास्कर, सोनम कपूर, ऋचा चड्ढा, परिणीति चोपड़ा और फरहान अख्तर जैसे सितारे तनु के समर्थन में उतरे हैं। तनुश्री-नाना विवाद पर गुरुवार को तनुश्री का कहना था कि उन्हें लगातार धमकियां मिल रही हैं। ऐसे में एक दिन पहले ही मुंबई पुलिस ने तनुश्री को 24 घंटे की सुरक्षा मुहैया कराई है। लेकिन अब इसके बाद एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है। तनुश्री की मानें तो दो अनजाने लोगों ने उनके घर में घुसने की कोशिश की है। हालांकि सिक्योरिटी गार्ड्स ने इन लोगों को समय पर रोक लिया।
मिले दो नोटिस
हाल ही में तनुश्री ने कहा था कि नाना के वकील के बयान के बाद भी उन्हें अब तक उनकी तरफ से कोई कानूनी नोटिस नहीं मिला है। लेकिन तनुश्री ने अपने ताजा बयान में माना है कि उन्हें न सिर्फ नाना पाटेकर बल्कि निर्देशक विवेक अग्निहोत्रि की तरफ से भी कानूनी नोटिस मिल चुका है। अपने इस बयान में तनुश्री ने बताया कि कैसे इन लोगों के समर्थक उन्हें सोशल मीडिया या अन्य जगहों पर टारगेट कर परेशान कर रहे हैं।
उन्होंने अपने इस बयान में कहा, 'आज जब मैं अपने घर पर थी और पुलिसवाले, जो मेरे घर के बाहर सुरक्षा के लिए खड़े थे, वह लंच ब्रेक पर थे। तभी दो अनजान और संदिग्ध लोगों ने मेरे घर में घुसने की कोशिश की। पर बिल्डिंग के सुरक्षाकर्मियों ने समय पर उन्हें अंदर घुसने से रोक दिया। इसके बाद पुलिस वाले भी अपने लंच ब्रेक से वापिस आ गए।' तनुश्री ने आगे कहा, 'एनएनएस पार्टी द्वारा भी मुझे धमकियां दी जा रही हैं। मुझे कोर्ट में खींचने की और कानूनी प्रकिया में फंसाने की धमकियां दी जा रही हैं। ताकि कोर्ट में मामला पहुंचने पर मुझे मीडिया या बाकी लोगों से मिल रहा सपोर्ट भी बंद हो जाए।'
CINTA फिर करेगा मामले की जांच
वहीं दूसरी तरफ सिने और टीवी आर्टिस्ट असोसिएशन ने इस मुद्दे पर मंगलवार को चुप्पी तोड़ते हुए एक माफीनामा जारी किया है। इस माफीनामे में CINTAA तनुश्री दत्ता से माफी मांगी है और यह माना है कि 10 साल पहले उनके मामले को गंभीरता से नहीं लिया गया।
CINTAA के जनरल सेक्रेटरी सुशांस सिंह ने अपने बयान में कहा है कि असोसिएशन को तनुश्री दत्ता की शिकायत साल 2008 में मिली थी लेकिन वो इस मामले को ठीक तरह से हैंडल नहीं कर पाई। स्टेटमेंट के अनुसार, ‘साल 2008 में तनुश्री दत्ता के द्वारा CINTAA को दी गई शिकायत के आधार पर हम इस निष्कर्ष पर आए हैं कि कमेटी ने इस केस को उस समय सही तरह से हैंडल नहीं किया था।’
स्टेटमेंट में तनुश्री से माफी मांगते हुए लिखा गया है कि, ‘भले ही उस समय एक्जीक्यूटिव कमेटी दूसरी रही हो लेकिन हम तनुश्री से माफी मांगते हैं कि उनकी सुनवाई सही तरीके से नहीं की गई।’
#CINTAA Official statement regarding #TanushreeDutta and #NanaPatekar @sushant_says @DJariwalla @deepakqazir @amitbehl1 @SuneelSinha @ayubnasirkhan @sanjaymbhatia @NupurAlankar @rakufired @rammakantdaayam @RajRomit pic.twitter.com/ZUD5XjJn8a
— CINTAA_Official (@CintaaOfficial) October 2, 2018
आरोपों में सच्चाई है तो सबूतों के साथ एफआईआर फाइल करें
नाना पाटेकर का सपोर्ट करते हुए महाराष्ट्र के गृह राज्य मंत्री दीपक केसरकर ने तनुश्री दत्ता से कहा है कि अगर उनके आरोपों में सच्चाई है तो सबूतों के साथ एफआईआर फाइल करें। टाइम्स ऑफ इंडिया से बात करते हुए कहा, 'जैसा कि मीडिया रिपोर्ट्स में आया है, तनुश्री ने नाना पाटेकर पर 10 साल पहले फिल्म के सेट पर हैरसमेंट करने का आरोप लगाया था। अगर वह सही सबूतों के साथ एफआईआर दर्ज कराती हैं तो मैं इस पर जांच के आदेश दूंगा। कानून के सामने सभी लोग समान हैं और अगर नाना ने गलती की है तो हम उन्हें भी नहीं छोड़ेंगे। लेकिन तनुश्री शिकायत दर्ज कराने के बजाय केवल मीडिया में बयान दे रही हैं।'
केसरकर ने आगे कहा, 'मैं निजी तौर पर पाटेकर को सालों से जानता हूं। उन्होंने समाज के लिए काफी कुछ किया है। इस सारे प्रकरण में उनकी इमेज को बहुत धक्का पहुंचा है। मुझे लगता है कि ऐसे गंभीर आरोप लगाने से पहले किसी को भी कई बार सोचना चाहिए।'
उन्होंने कहा कि नाना पाटेकर ने कृषि संकट के बाद आत्महत्या करने वाले किसानों की विधवाओं के लिए बहुत काम किया है। केसरकर ने कहा, 'नाना के सामाजिक कार्यों का मुकाबला नहीं किया जा सकता है। उनका समाज में योगदान, फिल्मों में दिए गए योगदान से ज्यादा है। ऐसी स्थिति में केवल आरोपों के आधार पर कुछ भी तय नहीं किया जा सकता है। सबसे बड़ी बात की 10 साल से ज्यादा समय तक इस मुद्दे पर खामोशी क्यों बरती गई।'