टॉयलेट एवं बाथरूम को वास्तु दोष से बचाने के कुछ सरल और कारगर उपाय
By: Kratika Fri, 24 Nov 2017 3:24:48
मनुष्य के जीवन में कई तरह की समस्याएं हैं, जिनमें से कुछ तो इतनी अप्रत्याशित होती हैं कि व्यक्ति खुद को संभाले इससे पहले वे उसके जीवन में तूफान मचा देती हैं। घर में सुख-समृद्धि और शांति बनाए रखने के लिए वास्तु के नियमों का ध्यान रखना भी जरूरी माना गया है। वास्तु के अनुसार बताए गए उपाय करने पर वातावरण सकारात्मक बनता है और मानिसक शांति प्राप्त होती है। यदि घर में वास्तु दोष होते हैं तो दरिद्रता और मानसिक परेशानियों के साथ ही वैवाहिक जीवन में भी दुखों का सामना करना पड़ सकता है। आज हम आपको बताने जा रहे हैं शौचालय से जुड़े वास्तु टिप्स के बारे में।
* आजकल घरों में जगह का अभाव होता है इसलिए बाथरूम और टॉयलेट एक साथ होना बहुत सामान्य सा है। लेकिन वास्तुशास्त्र के अनुसार ऐसा होना सही नहीं है। जिस घर में बाथरूम और टॉयलेट एक साथ होते हैं, उस घर में वास्तुदोष अवश्य होता है।
* किसी भी भवन में टॉयलेट ईशान कोण को छोड़कर कहीं भी बनाया जा सकता है। ईशान कोण में टॉइलट बनाने से स्वास्थ्य सम्बन्धी परेशानियां और आर्थिक कष्ट होने की संभावना रहती है। नहाने के लिए बाथरूम बनाने का सबसे अच्छा स्थान उत्तर या पूर्व दिशा होती है। जरूरत पड़ने पर बाकी दिशाओं में भी बनाए जा सकते हैं जहां पानी के नल व शावर उत्तर या पूर्व दिशा में लगाएं।
* यदि आप अपने बाथरूम में एक कटोरी में खड़ा यानी साबूत नमक रखेंगे तो आपके घर के कई वास्तु दोष दूर हो जाएंगे। कटोरी में रखा नमक महीने में एक बार बदल लेना चाहिए। खड़ा नमक आपके घर की नकारात्मक ऊर्जा को ग्रहण कर लेता है और वातावरण को सकारात्मक बनाता है।
* यदि आपके बाथरूम में दर्पण लगा हुआ है तो इस बात का ध्यान रखें कि दर्पण दरवाजे के ठीक सामने न हो। जब-जब बाथरूम का दरवाजा खुलता है, तब-तब घर की नकारात्मक ऊर्जा बाथरूम में प्रवेश करती है। ऐसे समय पर यदि दरवाजे के ठीक सामने दर्पण होगा तो उस दर्पण से टकराकर नकारात्मक ऊर्जा पुन: घर में आ जाएगी।
* 2-3 दिन में कम से कम एक बार पूरा बाथरूम अच्छी तरह साफ करना चाहिए। बाथरूम यदि एकदम साफ रहेगा तो इसका शुभ असर आपकी आर्थिक स्थिति पर भी पड़ेगा। साफ-सफाई वाले घरों में देवी-देवताओं की विशेष कृपा रहती है।
* आजकल टॉयलेट, बाथरूम बहुत ज्यादा सजाने का फैशन चल रहा है। फेंगशुई के अनुसार टॉयलेट ज्यादा सजाने से मकान में एकत्रित सकारात्मक ऊर्जा फ्लश हो जाती है इसलिए टॉयलेट बाथरूम को ज्यादा सजाना वास्तु सम्मत नहीं है।