चुस्त-दुरुस्त, स्वस्थ और फिट रहने के अपनाये ये वास्तु टिप्स
By: Ankur Fri, 17 Nov 2017 5:36:44
स्वस्थ शरीर में ही ईश्वर का निवास होता है। यदि कोई व्यक्ति स्वस्थ ही नहीं है, तो ऐसे में वह ईश्वर की बनाई, इतनी प्यारी मानव शरीर रचना का आनंद ही नहीं उठा सकता है। हम चाहें जितने धनवान हों, चाहे जितने महंगे मकान में रह रहे हों, लेकिन अगर स्वस्थ नहीं हैं, तो सब बेकार-सा लगता है। शायद इसलिए कहा गया है कि स्वास्थ्य सबसे बड़ी संपत्ति है। यही कारण है कि भारतीय वास्तुशास्त्र में स्वास्थ्य को विशेष महत्व दिया गया है और स्वस्थ रहने के अनेक उपाय सुझाए गए हैं। आधुनिक चिकित्सा पद्धती से मनुष्य ने बहुत हद तक बीमारियों पर विजय हांसिल कर ली है। लेकिन आप चाहें तो वास्तु के उपायों को अपनाकर भी स्वस्थ रह सकते हैं। आइए जानते हैं, चुस्त-दुरुस्त, स्वस्थ और फिट रहने के कुछ आसान वास्तु टिप्स।
* बीम के नीचे बैठकर या खंबे के पास बैठकर काम करना टालें क्योंकि उससे आपकी सेहद पर गंभीर प्रभाव पड सकता है । बीम संपूर्ण आवास की नकारात्मक ऊर्जा को खींच लेती है जो आपको हस्तांतरित होती है। इसलिए स्थायी रूप से उस जगह पर बैठने से बचें।
* अच्छा स्वास्थ्य काफी कुछ हमारे सोने की अवस्था पर भी निर्भर करता हैं। जैसे यदि आप अपना सिर दक्षिण दिशा की ओर करके सोते हैं तो आपका स्वास्थ्य हमेशा ठीक रहेगा। इसके अलावा यदि आपको पित्त की शिकायत हैं तो आप अपने दाहिने हाथ की ओर करवट लेकर सो सकते हैं तथा यदि आपको कफ की शिकायत हैं। तो वास्तुशास्त्र के अनुरूप आपको बाई और करवट लेकर सोना चाहिए।
* घर या कार्यालय में खुले हुए स्नानगृह तथा शौचालय आपके स्वास्थ्य को प्रभावित करते हैं। स्नानगृह तथा शौचालय से बहुत सारी नकारात्मक ऊर्जा का उत्सर्जित होती है इसलिए उन्हें बंद करके रखना सबसे बेहतर है।
* यदि आप घर बना रहे हैं तो अपने घर की सीढियों को घर के कोने में बनवाएं। क्योंकि जो व्यक्ति अपने घर में सीढियाँ बिल्कुल घर के बीच में बनवाते हैं। उनकी तबियत अधिकतर ख़राब रहती हैं।
* क्या आपके घर में इस्तेमाल न किये हुई दवाईयाँ है ? यदि ऐसा है तो तुरंत उन्हें हटा दें। सरल वास्तु के अनुसार ऐसी काम में न लायी हुई दवाईयों को घर में रखने से आपके स्वास्थ्य पर असर पड़ता है क्योंकि यह दवाईयाँ पिछली बिमारियों की नकारात्मक मानसिक छवि का प्रतिनिधित्व करते हैं।
* सुबह की ताज़ी हवा आने के लिए कमरे में उपयुक्त खिड़की होनी चाहिए। शयनकक्ष में झूठे बर्तन बहुत अधिक समय तक नहीं रखने चाहिए। साथ ही साथ और महत्वपूर्ण बात कि अगर आप शयनकक्ष में कोई तस्वीर लगा रहे हैं तो नकारात्मक तस्वीर का तो प्रयोग बिलकुल भी ना करें।
* फेंगसुई यानी चीनी वास्तुशास्त्र के अनुसार क्रिस्टल बॉल और सूर्य की पेंटिंग घर की नेगेटिव एनर्जी को से दूर करती है। इन्हें घर में सही स्थान पर रखकर घर की पॉजिटिव एनर्जी को बढ़ाया जा सकता है।
* भारतीय वास्तुशास्त्र के अनुसार तुलसी का पौधा एक अचूक दवा की तरह स्वास्थ्य की रक्षा करता है। यह देखा गया है कि यदि जिस घर में तुलसी का पौधा होता है, उस घर के लोग छोटी या मौसमी बीमारियों से प्राय: दूर रहते है।