बसंत पंचमी पर भूल कर भी ना करें ये काम
By: Kratika Mon, 22 Jan 2018 3:05:33
आज का दिन माँ सरस्वती की पूजा का दिन हैं। जिसे बसंत पंचमी के नाम से जाना जाता हैं। इस दिन माँ सरस्वती की विधि -विधान से पूजा की जाती हैं और ज्ञान की प्राप्ति हो ऐसी प्राथना की जाती हैं। लेकिन इस ज्ञान की प्राप्ति के लिए कुछ बातों का ध्यान रखना पड़ता हैं। बसंत पंचमी के दिन कुछ ऐसे कम होते हैं जिन्हें करना पूरी तरह से वर्जित माना जाता हैं। अगर इस दिन भूलवश भी इनमें से कोई काम कर लिया जाये तो पूजा का फल प्राप्त नहीं होता हैं। तो आइये जानते हैं उन कामों के बारे में जो बसंत पंचमी पर नहीं करने चाहिए।
* इस दिन काले और लाल रंग के वस्त्र बिल्कुल ना धारण करें। वसंत पंचमी के दिन पीले, सफेद या धानी रंग के वस्त्र धारण करने चाहिए।
* वसंत पंचमी प्रकृति का त्यौहार भी है इसलिए इस दिन प्रकृति के साथ किसी प्रकार का खिलवाड़ नहीं करना चाहिए। वृक्षों या पौधों की कटाई भी नहीं करनी चाहिए। संभव हो तो इस दिन वृक्षारोपण करना चाहिए। इसके अलावे वृक्षों की छटाई भी नहीं करनी चाहिए।
* सरस्वती पूजा के दिन किसी को भी भूलकर भी अपशब्द नहीं कहने चाहिए। ऐसी मान्यता है कि इस दिन सरस्वती का वास मनुष्य के जीभ पर होता है। इसलिए इस दिन अपनी वाणी पर संयम रखना चाहिए। साथ ही इस दिन गुस्सा नहीं करना चाहिए। प्रत्येक मनुष्य के साथ मधुरता से पेश आना चाहिए। इससे माँ सरस्वती की कृपा सदैव बनी रहती है।
* इस दिन पितृ तर्पण भी किया जाता है इसलिए घर में भूलकर भी कलह नहीं करनी चाहिए। इससे पितरों को कष्ट होता है।
* वसंत पंचमी के दिन विद्या और बुद्धि की देवी माँ सरस्वती का जन्मोत्सव है इसलिए इस दिन बिना स्नान किए भोजन नहीं करना चाहिए। इस दिन स्नान के बाद माँ सरस्वती का पूरे भक्ति भाव से आराधना करनी चाहिए। फिर माँ सरस्वती को हलवा अथवा खीर का भोग लगाना चाहिए, फिर भोजन करना चाहिए।
* वसंत पंचमी के दिन मांस-मदीरा का सेवन भूलवश भी नहीं करना चाहिए। इस दिन पूर्ण रूप से सात्विक भोजन ही करना चाहिए। इस दिन किसी भी प्रकार का मांसाहार भोजन करने से बचना चाहिए।
* वसंत पंचमी अर्थात सरस्वती पूजा के दिन रत्नों में पुखराज, स्फटिक और मोती का धारण करना अत्यंत शुभफलदायक माना जाता है। साथ ही इस दिन स्फटिक की माला को अभिमंत्रित कर धारण करना श्रेष्ठ परिणाम देने वाला माना गया है।