पितरों को नाराज कर सकते हैं सर्वपितृ अमावस्या पर किए गए ये 10 काम, जानें और संभलें

By: Ankur Mundra Tue, 15 Sept 2020 07:35:37

पितरों को नाराज कर सकते हैं सर्वपितृ अमावस्या पर किए गए ये 10 काम, जानें और संभलें

श्राद्ध पक्ष को समाप्त होने में अब कुछ ही दिन बचे हैं। 17 सितंबर को सर्वपितृ अमावस्या के साथ ही श्राद्ध पक्ष का समापन हो जाएगा। इन दिनों में सभी पितरों का आशीर्वाद चाहते हैं और उन्हें प्रसन्न करने के लिए कई उपाय करते है। लेकिन जरूरी हैं कि इन दिनों में नियमों का पूरा ध्यान रखा जाए अन्यथा गलत तरीके से किए गए श्राद्ध और गलत कर्म पितरों को नाराज कर सकते हैं। आज इस कड़ी में हम आपको कुछ ऐसे ही काम के बारे में बताने जा रहे हैं जो पितरों को नाराज कर सकते हैं।

श्राद्ध क्रिया

श्राद्ध तर्पण में दूध, तिल, कुशा, पुष्प, गंध मिश्रित जल से पितरों को तृप्त किया जाता है इस बात का ध्यान रखना चाहिए। इसके पूर्व पिंड बनाकर पितरों को तर्पण और भोजन कराया जाता है। इसके बाद ही पंचबली कर्म करने के बाद ब्राह्मणों को भोज कराया जाता है। पिर वस्त्रदान से पितरों तक वस्त्र पहुंचाया जाता है। अंत में यज्ञ की पत्नी दक्षिणा है। श्राद्ध का फल, दक्षिणा देने पर ही मिलता है।

श्राद्ध का समय

श्राद्ध के लिए सबसे श्रेष्ठ समय दोहपहर का कुतुप काल और रोहिणी काल होता है। कुतप काल में किए गए दान का अक्षय फल मिलता है। प्रात: काल और रात्रि में श्राद्ध करने से पितृ नाराज हो जाते हैं। कभी भी रात में श्राद्ध न करें, क्योंकि रात्रि राक्षसी का समय है। दोनों संध्याओं के समय भी श्राद्धकर्म नहीं किया जाता।

astrology tips,astrology tips in hindi,shraddha 2020,shraddha special,ancestors angry ,ज्योतिष टिप्स, ज्योतिष टिप्स हिन्दी में, श्राद्ध 2020, श्राद्ध स्पेशल, पितरों की नाराजगी

श्राद्ध योग्य

पिता का श्राद्ध पुत्र करता है। पुत्र के न होने पर, पत्नी को श्राद्ध करना चाहिए। पत्नी न होने पर, सगा भाई श्राद्ध कर सकता है। एक से ज्यादा पुत्र होने पर, बड़े पुत्र को श्राद्ध करना चाहिए। उक्त नियम से श्राद्ध न करने पर पितृ नाराज हो जाते हैं। कई घरों में बड़ा पुत्र है फिर भी छोटा पुत्र श्राद्ध करता है। छोटा पुत्र यदि अलग रह रहा है तब भी सभी को एक जगह एकत्रित होकर श्राद्ध करना चाहिए।

जल तर्पण

श्राद्ध के 15 दिनों में, कम से कम जल से तर्पण जरूर करें। चंद्रलोक के ऊपर और सूर्यलोक के पास पितृलोक होने से, वहां पानी की कमी है। जल के तर्पण से, पितरों की प्यास बुझती है वरना पितृ प्यासे रहते हैं। जल अर्पित करते वक्त अंगूठे से जल दिया जाता है।

श्राद्ध का अन्न

श्राद्ध में चरखा, मांसाहार, बैंगन, प्याज, लहसुन, बासी भोजन, सफेद तील, मूली, लौकी, काला नमक, सत्तू, जीरा, मसूर की दाल, सरसो का साग, चना आदि वर्जित माना गया है। कोई यदि इनका उपयोग करना है तो पितर नाराज हो जाते हैं।

गृह कलह

श्राद्ध में गृह कलह, स्त्रियों का अपमान करना, संतान को कष्ट देने से पितृ नाराज होकर चले जाते हैं।

astrology tips,astrology tips in hindi,shraddha 2020,shraddha special,ancestors angry ,ज्योतिष टिप्स, ज्योतिष टिप्स हिन्दी में, श्राद्ध 2020, श्राद्ध स्पेशल, पितरों की नाराजगी

नास्तिकता और साधुओं का अपमान

जो व्यक्ति नास्तिक है और धर्म एवं साधुओं का अपमान करना है, मजाक उड़ाता है उनके पितृ नाराज हो जाते हैं।

पीपल और पशु

जो व्यक्ति पीपल के वृक्ष को काटता और पशुओं को सताता है उससे उसके पितृ नाराज हो जाते हैं।

अन्य कर्म

शराब पीना, मांस खाना, श्राद्ध के दौरान मांगलिक कार्य करना, झूठ बोलना और ब्याज का धंधा करने से भी पितृ नाराज हो जाता हैं।

ये भी पढ़े :

# आपकी सभी मुसीबतों का इलाज बनेगा बस चुटकीभर नमक, जानें कैसे

# श्राद्ध पक्ष में हैं इंदिरा एकादशी का बड़ा महत्व, जानें पूजन विधि और नियम

# सर्वपितृ अमावस्या पर आजमाए ये 7 उपाय, होगी पितरों की तृप्ति

# पितरों का आशीष दिलाएंगे सर्वपितृ अमावस्या पर किए गए ये धार्मिक पाठ

# श्राद्ध में ब्राहमणों को भी करवाया जाता हैं भोज, इन आवश्यक निर्देशों का करें पालन

# पितरों के अलावा पितृपक्ष में करें इनका पूजन और कराएं भोजन, मिलेगा पूर्वजों का आशीर्वाद

# पितरों को मोक्ष की प्राप्ति करवाता हैं गया में किया गया तर्पण, जानें इसके पीछे के कारण

# पितरों के साथ देवी लक्ष्मी को भी प्रसन्न करेंगे सुबह के समय किए गए ये 5 काम

# गजलक्ष्मी व्रत दिलाता हैं धन-समृद्धि, राशिनुसार इस तरह करें पूजन

# सर्वपितृ अमावस्या पर इन उपायों से पाए सभी पितरों का आशीर्वाद

Home | About | Contact | Disclaimer| Privacy Policy

| | |

Copyright © 2025 lifeberrys.com