15 उपाय करने से ‘हरी-भरी’ रहेगी आपकी तिजोरी, मिलेगा संतान सुख
By: Hema Tue, 27 Mar 2018 5:33:17
प्रकृति को सुन्दर व हरा भरा दिखाने में पेड़-पौधों और उन पर लगने वाले फूलों का बहुत बड़ा हाथ होता है। मनुष्य को प्रकृति ने कई ऐसे पेड़-पौधे और उन पर लगने वाले फल-फूल प्रदान किए जो मनुष्य की तकदीर बदलने में अहम् भूमिका निभाते हैं। प्रकृति ने इन फल-फूलों में से कई को बेहद शुभ और पवित्र माना है। इसी बात को ज्योतिष और भी पुख्ता करता है। ज्योतिष के अनुसार कुछ खास पेड़ और पौधों की जड़ और फूल को काम में लिया जाए तो कई समस्याओं का समाधान मिल सकता है। इसी के चलते यदि नीचे बताए जा रहे उपायों का सहारा लिया जाए तो आप न सिर्फ दरिद्रता से दूर होंगे अपितु आपके यहाँ धन-दौलत की वो बरसात होगी जिसकी आपने कभी कल्पना भी नहीं की होगी।
एक नजर उन उपायों पर जिनके सहारे आप अपनी दरिद्रता दूर करते हुए अपनी तिजोरी को हमेशा भरा हुआ पाएंगे—
1. वास्तु के अनुसार पुष्य नक्षत्र में शंखपुष्पी का पुष्प लाकर चांदी की डिबिया में रखकर तिजोरी में रखें, धन की वृद्धि होगी।
2. अश्विनी नक्षत्र वाले दिन एक रंग वाली गाय के दूध में बेल के पत्ते डालकर वह दूध नि:संतान स्त्री को पिलाने से उसे संतान की प्राप्ति होती है।
3. अश्विनी नक्षत्र में अपामार्ग की जड़ लाकर इसे तावीज में रखकर किसी सभा में जाएं, सभा के लोग वशीभूत होंगे।
4. यदि घर में किसी वस्तु की चोरी हो गई हो, तो भरणी नक्षत्र में नागर बेल का पत्ता लाकर उस पर कत्था लगाकर व सुपारी डालकर चोरी वाले स्थान पर रखें, चोरी की गई वस्तु का पला चला जाएगा।
5. भरणी नक्षत्र में संखाहुली की जड़ लाकर तावीज में पहनें तो विपरीत लिंग वाले प्राणी आपसे प्रभावित होंगे।
6. कोर्ट कचहरी के मामलों में विजय हेतु आद्र्रा नक्षत्र में आक की जड़ लाकर तावीज की तरह गले में बांधें।
7. सुख की प्राप्ति के लिए पुनर्वसु नक्षत्र में दूधी की जड़ लाकर शरीर में लगाएं।
8. अश्लेषा नक्षत्र में बरगद का पत्ता लाकर अन्न भंडार में रखें, भंडार भरा रहेगा।
9. अश्लेषा नक्षत्र में धतूरे की जड़ लाकर घर में रखें, घर में सर्प नहीं आएगा और आएगा भी तो कोई नुकसान नहीं पहुंचाएगा।
10. पूर्वा फाल्गुनी नक्षत्र में बेहड़े का पत्ता लाकर घर में रखें, घर ऊपरी हवाओं के प्रभाव से मुक्त रहेगा।
11. उत्तरा फाल्गुनी नक्षत्र में नीबू की जड़ लाकर उसे गाय के दूध में मिलाकर नि:संतान स्त्री को पिलाएं, उसे पुत्र की प्राप्ति होगी।
12. हस्त नक्षत्र में चंपा की जड़ लाकर बच्चे के गले में बांधें, बच्चे की प्रेत बाधा तथा नजर दोष से रक्षा होगी।
13. अनुराधा नक्षत्र में चमेली की जड़ गले में बांधें, शत्रु भी मित्र हो जाएंगे।
14. श्रवण नक्षत्र में एरंड की जड़ लाकर नि:संतान स्त्री के गले में बांधें, उसे संतान की प्राप्ति होगी।
15. पूर्वा भाद्रपद नक्षत्र में तुलसी की जड़ लाकर मस्तिष्क पर रखें, अग्निभय से मुक्ति मिलेगी।