जानें, कब से शुरू हो रहे हैं नवरात्र, किस दिन होगी किस देवी की पूजा!
By: Priyanka Maheshwari Thu, 04 Oct 2018 5:06:45
नवरात्रि का खास पर्व आने वाला है जिसमें भक्तजन नौ दिनों तक पूजा कर मां दुर्गा की कृपा प्राप्त करेंगे। शरद ऋतु में आने वाले आश्विन मास के नवरात्र को शारदीय नवरात्र भी कहा जाता है। यह पर्व बड़े ही हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता हैं और हर दिन माता के अलग रूप की पूजा की जाती हैं, ताकि मातारानी प्रसन्न होकर अपनी कृपा दृष्टि हम पर बनाए रखें। साल में चार नवरात्र होते हैं, जिनमें से दो गुप्त नवरात्र होते हैं। लेकिन चैत्र और आश्विन माह के नवरात्र ही ज्यादा लोकप्रिय हैं। आश्विन नवरात्र को महानवरात्र कहा जाता है। इसका एक कारण यह भी है कि ये नवरात्र दशहरे से ठीक पहले पड़ती हैं। नवरात्र के नौ दिनों में मां के अलग-अलग रुपों की पूजा को शक्ति की पूजा के रुप में भी देखा जाता है।
नवरात्र पर देवी पूजन और नौ दिन के व्रत का बहुत महत्व है। आइए जानते हैं इस बार नवरात्र कब से शुरू हो रहे हैं।
आश्विन (शारदीय) महानवरात्र 10 से 19 अक्तूबर तक रहेगा। 18 अक्टूबर को अंतिम नवरात्रि होगी।
किस दिन किस देवी की पूजा?
नवरात्रि के पहले दिन शैलपुत्री की पूजा होती है। शैलराज हिमालय की कन्या होने के कारण इन्हें शैलपुत्री कहा गया है। मां शैलपुत्री दाएं हाथ में त्रिशूल और बाएं हाथ में कमल का पुष्प लिए हुए हैं। इनका वाहन वृषभ है। नवदुर्गाओं में मां शैलपुत्री का महत्व और शक्तियां अनन्त हैं। दूसरे दिन मां ब्रह्मचारिणी की पूजा की जाती है। तीसरे दिन मां चंद्रघंटा, चौथे दिन मां कुष्मांडा, तो पांचवे दिन स्कंदमाता की पूजा होती है। छठे दिन मां कात्यायनी एवं सातवेंदिन मां कालरात्रि की पूजा की जाती है। आठवें दिन महागौरी तो नौवें दिन मां सिद्धिदात्री की पूजा की जाती है।
नवरात्रि में मां दुर्गा के नौ स्वरूपों की उपासना की तारीखें-
10 अक्टूबर, प्रतिपदा - बैठकी या नवरात्रि का पहला दिन- घट/ कलश स्थापना - शैलपुत्री, ब्रह्मचारिणी पूजा
11 अक्टूबर, द्वितीया - नवरात्रि 2 दिन तृतीय- चंद्रघंटा पूजा
12 अक्टूबर, तृतीया - नवरात्रि का तीसरा दिन- कुष्मांडा पूजा
13 अक्टूबर, चतुर्थी - नवरात्रि का चौथा दिन- स्कंदमाता पूजा
14 अक्टूबर, पंचमी - नवरात्रि का 5वां दिन- सरस्वती पूजा
15 अक्टूबर, षष्ठी - नवरात्रि का छठा दिन- कात्यायनी पूजा
16 अक्टूबर, सप्तमी - नवरात्रि का सातवां दिन- कालरात्रि, सरस्वती पूजा
17 अक्टूबर, अष्टमी - नवरात्रि का आठवां दिन-महागौरी, दुर्गा अष्टमी ,नवमी पूजन
18 अक्टूबर, नवमी - नवरात्रि का नौवां दिन- नवमी हवन, नवरात्रि पारण
19 अक्टूबर, दशमी - दुर्गा विसर्जन, विजयादशमी
नवरात्रि के दिनों में करें ये नौ काम
* आरोग्य पाना चाहते हैं तो नवरात्रि के प्रथम दिन से लेकर अंतिम दिन तक कभी भी गाय का घी लाकर रखें।
* अपना घर चाहते हैं तो मिट्टी का छोटा सा घर लाकर पूजा स्थल में रखें।
* अगर विदेश यात्रा करना चाहते हैं तो 9 दिनों में कभी भी पताका (ध्वजा या परचम) खरीद कर नौ दिनों तक पूजा करें और नवमी के दिन किसी देवी मंदिर में अर्पित करें।
* आर्थिक कष्टों से मुक्ति के लिए चांदी की कोई भी शुभ सामग्री लाकर देवी को समर्पित करें।
* नौकरी में पदोन्नति चाहते हैं तो 3 नारियल लाकर पहले घर में रखें और नवमी के दिन मंदिर में चढ़ाएं।
* आकर्षण बढ़ाना चाहते हैं तो धूप, सुगंध, अगरबत्ती, रूई या चमकीली सफेद सामग्री खरीदें।
* नवरात्रि के दिन मौली खरीद कर उस पर नौ गांठ लगा कर देवी को समर्पित करें और फिर उसे सदा अपने पास रखने से हर कार्य में सफलता मिलती है।
* अपार धन संपत्ति के लिए इन नौ दिनों में किन्नर से पैसा लेकर तिजोरी या पर्स में रखें।
* सौभाग्य में वृद्धि के लिए समस्त सुहाग श्रृंगार सामग्री (कांच, काजल, कुंकु, मंगलसूत्र, चूड़ी, कंघी, बिछिया, चुनरी) खरीदें और काली मां को नवमी के दिन चढ़ाएं।