कान की मदद से जान पाएंगे व्यक्ति की असलियत, जानें किस तरह है यह मुमकिन
By: Ankur Thu, 18 July 2019 08:09:28
वर्तमान समय में एक व्यक्ति को दूसरे पर भरोसा नहीं रहा हैं अर्थात भरोसे में कमी आई हैं। धोखाधड़ी आज के समय में आम बात हो गई हैं। ऐसे में व्यक्ति चाहता हैं कि किसी पर भी भरोसा करने से पहले उसके स्वभाव और व्यक्तित्व के बारे में जान लिया जाए। ऐसे में आपकी मदद कर सकते हैं व्यक्ति के कान। जी हाँ, सामुद्रिक शास्त्र के मुताबिक व्यक्ति के कान को देखकर उनके स्वभाव के बारे में आसानी से जाना जा सकता हैं। आज हम आपको इससे जुडी जानकारी देने जा रहे हैं।
- सामुद्रिक शास्त्र के अनुसार जिन पुरुषों के कान बहुत छोटे होते हैं, वह व्यक्ति मितव्ययी या फिर कहें धन संचय करने वाला होता है। कम से कम खर्च की आदत के चलते अमूमन ऐसे लोगों को लोग कंजूस कहकर संबोधित करते हैं।
- जिन पुरुषों के कान बहुत मोटे होते हैं, उनमें नेतृत्व करने की क्षमता कूट—कूट कर भरी होती है। अमूमन ऐसे लोग नेता या फिर अपने कार्यक्षेत्र में टीम लीडर की भूमिका निभाते हैं। ऐसे लोग किसी भी काम में आगे बढ़—चढ़ कर हिस्सा लेते हैं।
- यदि किसी व्यक्ति के कान चपटे हुए हों तो वह भोग-विलास में अधिक रुचि रखने वाला होता है। ऐसा व्यक्ति काफी तरह के शौख रखता है। चपटे कान वाला व्यक्ति मौज-मस्ती के लिए धन और समय दोनो ही खूब खर्च करने वाला होता है।
- जिन पुरुषों के कान गजकर्ण यानी हाथी के कान के समान बड़े और लंबे होते हैं, ऐसे लोग संपन्न, प्रतिष्ठित और दीर्घायु होते हैं। ऐसे लोगों की समाज में खूब मान-सम्मान होता है।
- यदि आपके कान हाथी के समान नहीं हैं तो आपको निराश होने के जरूरत नहीं है क्योंकि छोटे कान वाला व्यक्ति बुद्धिमान होता है।
- भले ही आपको किसी व्यक्ति या खुद के कान में बड़े-बड़े बाल न भाते हों लेकिन लेकिन सामुद्रिक शास्त्र के अनुसार किसी के कान में अधिक बाल होना उसके भाग्यशाली होने के निशानी हे। ऐसे लोग न सिर्फ भाग्यशाली होते हैं बल्कि लंबी आयु के साथ अपने दमखम पर धन और संपत्ति अर्जित करते हैं।
- यदि किसी आदमी के कान जन्म से ही लंबे हैं तो ऐसा व्यक्ति हमेशा सुखी जीवन जीने वाला होता है। उसे आम आदमी के मुकाबले कम संघर्ष करना पड़ता है।
- जिस व्यक्ति के कान काले और सूखे से दिखाई देते हैं, ऐसा व्यक्ति को जीवन में तमाम तरह के संघर्षों का सामना करना पड़ता है। उसके जीवन में अक्सर आर्थिक तंगी बनी रहती है।