सावधान : अगर आप भी पहनते है कटे-फटे कपड़े तो एक बार इन बातों को जरुर जान ले
By: Priyanka Maheshwari Sat, 27 Jan 2018 7:10:51
यह तो हम सब जानतें है कि व्यक्ति की पहचान उसके कपड़ों से होती है। कपड़े हमारे शरीर को ढकने का काम तो करते ही हैं साथ साथ हमारे व्यक्तित्व, व्यवसाय, चरित्र, व्यवहार, आत्मविश्वास को भी दर्शाते हैं। किसी भी व्यक्ति को उसके कपड़े पहनने के तरीके, कपड़ों के रंग, उनकी गुणवत्ता से आसानी से पहचान सकते हैं। लेकिन पाश्चात्य संस्कृति के चलतें आज कल के युवाओं में फटे कपड़े जैसे जींस, टॉप आदि पहनना काफी लोकप्रिय है, लेकिन ऐसे कपड़ें पहनना हमारी संस्कृति के अनुसार शुभ नहीं माना जाता है।
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, फटे कपड़े पहनने से शारीरिक क्षमता एवं ऊर्जा नष्ट होती है। ये हमारे तन-मन को शिथिल बनाकर कई प्रकार की बीमारियों को जन्म देते हैं। फेंगशुई में भी कटे-फटे जींस पहनने को काफी गलत माना गया है।
# फेंगशुई के मुताबिक, फटे-पुराने कपड़े हमारे लिए बुरा संयोग लेकर आते हैं। कटे-फटे जींस और शर्ट पहनना दरिद्रता को बुलाना है, इसलिए कभी भी हमें फटे कपड़े नहीं पहनना चाहिए और न ही खरीदना चाहिए। फिर चाहे वे कितने ही आकर्षक क्यों न हो। फैशन के चलतें आप कटे-फटे जींस पहनकर अपने दोस्तों के बीच भले ही स्मार्ट और अच्छे लगें, लेकिन ये हमारे अच्छे संयोग को बुरे संयोग में बदल देते हैं। इन कपड़ो को पहनने से जीवन में सकारात्मक ऊर्जा का क्षय होता है और जीवनं में नकारात्मक ऊर्जा का वास हो जाता है।
# स्त्री का ब्लाऊज फटा होना पति से मनमुटाव, गृह क्लेश, अकारण ऋण लेने की नौबत, घर में अनेक बीमारियों का प्रवेश आदि का कारण बन सकता है। फटे पेटीकोट के कारण पड़ोसियों से झगड़ा, अपमान की स्थिति का आना, पेट संबंधी बीमारी का प्रारंभ हो सकता है। इसलिए यह आवश्यक है कि अधोवस्त्र के फटते ही उसे बदल दिया जाए वरना आपके जीवन से कब खुशियाँ चली जायेगी आपको पता भी नहीं चलेगा।
# पत्नी के साथ मनमुटाव या अकारण लड़ाई का कारण भी अधोवस्त्रों का फटा होना हो सकता है। अधिक दिनों तक फटे उपवस्त्रों को धारण करते रहने से अनेक प्रकार की मानसिक एवं शारीरिक बीमारियों का शिकार होना पड़ सकता है।
# पुरुषों के अधोवस्त्र गंजी (बनियान), जांघिया, अंडरवियर, लंगोटी आदि के फटे होने पर भी तन-मन पर बुरा प्रभाव पड़ता है। गंजी के फटे होने पर पुरुषों को काली खांसी, दमा, हृदय विकार, हृदय रोग आदि होने के भय बने रहते हैं। इससे पुरुष की भावना भी भटकने लगती है। वह परस्त्री गमन तक कर सकता है।
नए कपड़े हमेशा बुधवार, बृहस्पतिवार एवं शुक्रवार को ही धारण करने चाहिए। शनिवार के दिन कोई नया कपड़ा नहीं पहनना चाहिए। रात के समय कभी भी धुले हुए कपड़ें बाहर नहीं छोड़ना चाहिए, यदि ऐसा होता है तो कपड़ों के माध्यम से नकारात्मक उर्जा घर में प्रवेश कर सकती है जिसका असर आपके सुखी जीवन पर पड़ सकता है।