कंडोम एक्सपायर भी होता है, जानें इससे जुडी ख़ास बातें
By: Ankur Fri, 19 Oct 2018 3:45:55
सेक्स एक ऐसी क्रिया हैं जिसको करने की इच्छा इंसान में किसी भी वक़्त जाग सकती हैं। जी हाँ, सेक्स का मूड कभी भी बन सकता हैं। ऐसे में सुरक्षित सेक्स के लिए आपके पास कंडोम को होना बहुत जरूरी हैं। लेकिन ध्यान रखने की बात यह है कि आपका कंडोम एक्सपायर नहीं होना चाहिए। जी हाँ, कंडोम एक्सपायर भी होता है। ऐसे में इससे जुडी जानकारी का ध्यान रखना भी जरूरी होता हैं।
कंडोम विशेषकर तीन तरह के चीजों से बना होता है, जैसे लैटेक्स, पॉलीयूरेथ्रेन या लैम्बस्कीन। अगर आपको लैटेक्स एलर्जी है तो आपके लिए पॉलीयूरेथ्रेन सबसे अच्छा विकल्प है। यदि आप ज्यादा एन्जॉय करना चाहते हैं तो आपके लिए लैम्बस्किन कंडोम अच्छा रहेगा। खैर जो भी हो आम तौर पर तीन तरह के कंडोम होते हैं इनमें से जो आपको पसंद हो आप चुनाव कर सकते हैं, लेकिन एक बात याद रखें कि ये लंबे समय तक ठीक नहीं रहता है।
लैटेक्स कंडोम पांच सालों तक ठीक रहता है बशर्ते उसका लुब्रिकेशन और स्परमिसाइड यानि शुक्रनाशक ठीक रहा। इसलिए इस्तेमाल करने के पहले पैकेट के ऊपर एक्सपायरी डेट को देख लें। इसको सही जगह पर स्टोर करें यानि तेज धूप या गर्म में इसका जीवनकाल कम हो जाता है यानि जल्दी खराब हो जाता है।
कंडोम एक निश्चित समय के बाद खराब हो जाता है इसलिए सेक्चुअल एक्टिविटी के समय वह फट सकता है। क्योंकि लंबे समय के बाद इसका लुब्रिकेंट सूख जाता है और शुक्रनाशक प्रभाव खत्म हो जाता है जिसके कारण कंडोम का प्रभाव कम हो जाता है।
जब आप एक्सपायर्ड कंडोम का इस्तेमाल करते हैं तब आपको एसटीआई होने का खतरा होता है। कहने का मतलब है कि एक्सपायर्ड कंडोम का इस्तेमाल करने से अच्छा है कि आप इस्तेमाल ही न करें। क्या करेंगे जब आपका मूड बन जायेगा और कंडोम का पैकेट नहीं होगा तो आप कंडोम में पानी भरकर चेक कर लें कि पानी लिक तो नहीं हो रहा है।